रुड़की में बैटरी चुराने का विरोध करने खेला खूनी खेल, शराब पिलाने के बाद किया मर्डर; 2 गिरफ्तार
कुछ देर बाद मुन्ना का शव सालियर मंगलौर हाईवे के किनारे बरामद हुआ। एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और सीओ रुड़की नरेंद्र पंत के नेतृत्व में पुलिस ने घटना की जांच शुरु कर दी।

रुड़की में पांच दिन पहले सालियर मंगलौर हाईवे के किनारे ई-रिक्शा चालक की हत्या के आरोप में पुलिस ने शुक्रवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई बैटरी भी बरामद की गई है। शुक्रवार को एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा किया। आरोपी दोनों युवकों ने फाइनेंस की किस्त चुकाने के लिए ई-रिक्शा की बैटरी चुरा रहे थे। ई-रिक्शा चालक ने जब इसका विरोध किया तो दोनों ने बेल्ट से गला दबाते हुए उसकी हत्या कर दी थी।
बीती 18 मई को मिठवा पुत्र ईलम चंद निवासी ग्राम सुनहरा कोतवाली गंगनहर ने सूचना दी थी कि उनका 31 वर्षीय पुत्र मुन्ना जो ई-रिक्शा चालक दो दिन से लापता है। कुछ देर बाद मुन्ना का शव सालियर मंगलौर हाईवे के किनारे बरामद हुआ। एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और सीओ रुड़की नरेंद्र पंत के नेतृत्व में पुलिस ने घटना की जांच शुरु कर दी। जांच में यह तथ्य सामने आया कि मृतक के ई-रिक्शा से दो बैटरियां गायब थी। उसका मोबाइल फोन घटनास्थल पर नहीं मिला। जिससे लूटपाट की मंशा से हत्या की आशंका और मजबूत हुई।
शुक्रवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि दो युवक गुरु राम राय इंटर कॉलेज के पास ई-रिक्शा चालकों को बैटरियां बेचने को लेकर बातचीत कर हैं। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। पुलिस ने बताया कि आरोपी आशीष कुमार उर्फ सरदार पुत्र सतीश कुमार निवासी सलेमपुर राजपूताना के कब्जे से मृतक का मोबाइल फोन बरामद हुआ।
दूसरे व्यक्ति का नाम विक्रांत उर्फ राहुल उर्फ रोल्ला पुत्र राजेन्द्र कुमार निवासी सलेमपुर राजपूताना है। जिसके कब्जे से एक आधार कार्ड बरामद हुआ। इसके साथ ही ई-रिक्शा की दो बैटरियां भी इनके पास से बरामद की गई। खुलासा करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी कोतवाली गंगनहर इंस्पेक्टर आरके सकलानी, एसआई अजय शाह, सीआईयू प्रभारी अंकुर शर्मा, एसआई प्रवीण बिष्ट, एसआई नवीन कुमार, एसआई राजीव उनियाल, एसआई पंकज कुमार, एएसआई मनीष कवि, हेड कांस्टेबल इसरार, नूर हसन आदि मौजूद रहे।
लोन की किस्त चुकाने को कर रहे थे बैटरी चोरी
सख्ती से पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि आशीष द्वारा फाइनेंस कंपनी से लिए गए लोन की 7500 की किश्त चुकाने के लिए उन्होंने मुन्ना को ई-रिक्शा बुकिंग के बहाने ₹500 रुपये में बुलाया। सलियर से मंगलौर हाईवे पर सुनसान जगह ले जाकर शराब पिलाई। इस दौरान राहुल चुपचाप रिक्शा के पास जाकर बैटरी निकालने लगा। जिसे मुन्ना ने देख लिया। मुन्ना ने राहुल का विरोध करते हुए हाथापाई की।
राहुल का साथ देते हुए आशीष ने अपनी बेल्ट से मुन्ना का गला घोंट दिया और दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। घटनास्थल पर आशीष बाइक से आया था और उसी की बाइक पर बैटरी रखकर बैटरी घर में छिपा दी थी जिसे आज बेचने आए थे। दोनों आरोपियों की पहले से ई-रिक्शा चालक मुन्ना से जान पहचान थी। आशीष एक ढाबे में काम करता है जबकि राहुल मजदूर है।
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