भगवान महावीर का जन्म जयंती मोहत्सव शुरू
जैन धर्म के 24वें तीर्थकर भगवान महावीर की जयंती महोत्सव की शुरुआत हो गई है। पहले दिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुख्य कार्यक्रम 10 अप्रैल को होगा। नाटिका के माध्यम से दो भाइयों के अलग-अलग जीवन...

जैन धर्म के 24वें तीर्थकर भगवान महावीर का जन्म जयंती मोहत्सव शुरू हो गया है। पहले दिन समर्पण सागर के सानिध्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। मुख्य कार्यक्रम दस अप्रैल को होगा। जैन धर्मशाला में आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव के बारे में मीडिया कोऑर्डिनेटर मधु जैन ने बताया कि पहले दिन के कार्यक्रम जैन मिलन मूकमाटी की ओर प्रस्तुत किए गए। इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान महावीर का जन्म कल्याणक की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान नाटिका का मंचन भी हुआ। इस नाटिका में दर्शाया गया है कि दो भाइयों की ओर से चुने गए अलग-अलग रास्तों से उनके जीवन में क्या बदलाव आता है, एक भाई द्वारा मोक्ष मार्ग अपनाया जाता है और दूसरा भाई मिथ्या के रास्ते पर निकल पड़ता है आगे चलकर मिथ्या पर चलने वाले भाई को अपनी भूल का एहसास हो जाता है और उसे भी सम्यक ज्ञान की प्राप्ति हो जाती है। दोनों भाई आचार्य शुभचंद्र और आचार्य भरतरी के नाम से जाने गए आचार्य शुभचंद्र द्वारा सिद्ध चक्र महामंडल विधान की संस्कृत में रचना की गई। कार्यक्रम का मंच संचालन वैशाली जैन द्वारा किया गया। इस मौके पर पूनम जैन, सरिता जैन ,सुरभी, गीतिका, शिल्पी, राशि, मीनू, सारिका, हिमानी आदि मौजूद रहे।
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