Water Crisis in Haldwani Residents Demand Urgent Solutions बोले हल्द्वानी: नारायण नगर और विकासनगर में टैंकर के सहारे चल रहा जीवन , Haldwani Hindi News - Hindustan
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बोले हल्द्वानी: नारायण नगर और विकासनगर में टैंकर के सहारे चल रहा जीवन

हल्द्वानी के कुसुमखेड़ा क्षेत्र की नारायण नगर और विकासनगर कॉलोनियों में पानी की गंभीर समस्या है। यहाँ के निवासियों को टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता है। नलकूप निर्माण का कार्य पिछले एक साल से अधूरा है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीFri, 11 April 2025 05:55 PM
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बोले हल्द्वानी: नारायण नगर और विकासनगर में टैंकर के सहारे चल रहा जीवन

हल्द्वानी। कुसुमखेड़ा क्षेत्र की नारायण नगर और विकासनगर कॉलोनियों में करीब छह हजार की आबादी लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रही है। क्षेत्र में नलकूप नहीं होने की वजह से लोग टैंकरों के सहारे पानी पीने को मजबूर हैं। खास बात यह है कि हर माह बिल जमा करने के बाद भी घरों में पेयजल संकट बना हुआ है। इसके अलावा क्षेत्र में नालियों की नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं की जाती, इस वजह से आए दिन सड़कों पर गंदा पानी भर जाता है। लोगों ने बताया कि शाम होते ही बाहर के लोग यहां आकर नशा कर हंगामा करते हैं। क्षेत्र में इस तरह की कई समस्याएं हैं। संबंधित विभागों के चक्कर लगाने के बाद भी समस्याओं के समाधान नहीं हो पा रहे हैं। बोले हल्द्वानी की टीम जब नारायण नगर और विकासनगर क्षेत्र में लोगों के बीच पहुंची तो उन्होंने खुलकर अपनी समस्याएं बताईं और समाधान भी सुझाए।

नारायण नगर और विकासनगर कॉलोनी एक दूसरे से लगी हुई हैं लेकिन दोनों अलग-अलग वार्ड में आती हैं। नारायण नगर जहां वार्ड 46 में पड़ता है वहीं विकासनगर कॉलोनी वार्ड 47 का हिस्सा है। इस क्षेत्र में लंबे समय से नलकूप नहीं है। एक साल पहले कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने नलकूप बनाने के लिए दो करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत कराया था। लेकिन बिजली की समस्या और सड़क सकरी होने की वजह से यहां कार्य समय से शुरू नहीं हो पाया। पार्षद रोजाना सभी मोहल्लों में टैंकरों के माध्यम से पानी भिजवाते हैं। लोगों ने बताया कि सुबह उठते ही पानी का इंतजाम करने के लिए परेशानी झेलनी पड़ती है। जब तक पानी नहीं आए तब तक हम कुछ काम नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही क्षेत्र में उचित स्ट्रीट लाइट भी नहीं हैं। कॉलोनी में पुलिया का निर्माण भी सही ढंग से नहीं किया गया है। आए दिन यहां पर स्कूटी, बाइक गिरती रहती हैं। इसके अलावा शाम होते ही बाहर के लोग वहां आकर हुड़दंग मचाते हैं। जिसकी वजह से महिलाएं और बच्चें घरों से बाहर नहीं निकल पाते। क्षेत्रवासियों के अनुसार इन सभी समस्याओं का समाधान जल्द किया जाना चाहिए।

पानी नहीं आता फिर भी हर माह भरते हैं बिल: क्षेत्रवासियों ने बताया कि कई साल से यहां पानी की समस्या है। क्षेत्र में नलकूप नहीं होने की वजह से पानी का संकट बना रहता है। टैंकरों के माध्यम से घर-घर दो-दो बाल्टी पानी दिया जाता है। क्षेत्रवासी रमेश शर्मा ने बताया कि इतने पानी में गुजारा करना मुश्किल है, मजबूरी में हमें निजी टैंकरों का सहारा लेना पड़ता है। क्षेत्र में एक साल पहले नलकूप बन जाना चाहिए था। लेकिन छोटी गली, खराब सड़क और बिजली की दिक्कतों की वजह से अभी तक नलकूप नहीं बन सका। छह माह पूर्व कार्य शुरू हुआ पर कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण रुक गया। अब भी छह हजार लोग टैंकरों के भरोसे रह रहे हैं। इसके बावजूद जल संस्थान लोगों से हर माह बिल ले रहा है। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द ही नलकूप का कार्य पूरा कर इसे चालू किया जाएं। जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

शाम होते ही असुरक्षित हो जाता है माहौल : नारायण नगर और विकासनगर क्षेत्र में शाम होते ही असुरक्षा और अराजकता का माहौल बन जाता है, जिससे स्थानीय निवासियों खासकर महिलाओं और बच्चों का जीना मुश्किल हो गया है। बाहरी तत्वों द्वारा नशा कर हुड़दंग मचाने और तेज रफ्तार में बाइक पर स्टंट करने की घटनाओं ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है। स्थानीय पार्षद नवीन जोशी ने बताया कि जैसे ही शाम ढलती है, बाहरी युवकों और असामाजिक तत्वों का इलाके में जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। ये लोग खुलेआम नशा करते हैं और देर रात तक हुड़दंग मचाते हैं, जिससे शांति भंग होती है। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है, जिन्हें शाम के बाद घर से निकलने में डर लगता है। वे खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। इसके अलावा, तेज रफ्तार में बाइक चलाने वाले और खतरनाक स्टंट करने वाले युवाओं ने भी नागरिकों का चैन छीन लिया है। अंधेरा होते ही ये स्टंटबाज सड़कों पर आतंक मचाते हैं, जिससे राहगीरों और खासकर बच्चों के लिए खतरा पैदा हो गया है। इन स्टंटबाजों और नशेड़ियों के डर से लोग अपने बच्चों को शाम के बाद खेलने के लिए बाहर भेजने से भी कतराते हैं। अंधेरा होने पर बच्चों का अकेले बाहर निकलना लगभग नामुमकिन सा हो गया है।

पुलिया का पुन: निर्माण किया जाए : क्षेत्रवासियों ने बताया कि नालियों पर बनी पुलिया के अव्यवस्थित और गलत निर्माण से भी वे बेहद परेशान हैं। लोगों का कहना है कि इन पुलिया पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। आरोप है कि नालियों को ढकने के लिए जो पुलिया बनाई गई हैं, वे न केवल गुणवत्ताहीन हैं बल्कि उनकी ऊंचाई भी असामान्य रूप से ज्यादा है। गलत डिजाइन के कारण अक्सर दोपहिया वाहन चालक, विशेषकर बुजुर्ग और महिलाएं, संतुलन खो बैठते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। शायद ही कोई दिन ऐसा जाता हो जब इन पुलिया पर कोई छोटी-मोटी दुर्घटना न होती हो।

क्षेत्रवासियों की पांच समस्याएं

1. नलकूप का कार्य अधूरा होने की वजह से पानी की समस्या बनी हुई है।

2. क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने के कारण सड़कों पर पानी भर जाता है।

3- नालियों की साफ-सफाई नहीं की जाती है।

4- शाम होते ही क्षेत्र में बाहर के लोग नशा करके हंगामा करते हैं।

5- पुलिया का निर्माण सहीं नहीं होने से आए दिन हादसे होते हैं।

लोगों ने ये सुझाव दिए

1. जल्द से जल्द नलकूप का कार्य पूरा कर क्षेत्र में पानी की सप्लाई की जाए।

2- क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम बनवाए जाएं जिससे गंदा पानी सड़कों पर नहीं रहें।

3- नालियों की नियमित रूप से साफ-सफाई की जाए।

4- शाम होते ही पुलिस को क्षेत्र में गश्त लगानी चाहिए।

5- सभी पुलिया का सही से निर्माण किया।

लोगों का दर्द

यहां पानी की समस्या बहुत पुरानी है। रोजमर्रा के कामों के लिए पानी का इंतजार करना मुश्किल होता है। पार्षद द्वारा रोज-रोज टैंकर भिजवाए जाते हैं। बार-बार शिकायत के बाद भी समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो रहा है। अब तो नल से पानी आने की उम्मीद ही छोड़ दी है।

डॉली आर्या

बारिश में सभी नालियां भर जाती हैं और घरों के अंदर गंदा पानी घुसता है। निगम की ओर से नालियों की साफ-सफाई नहीं करवाई जाती है। नालियों से काफी दुर्गंध आती है, जिसकी वजह से घरों के बाहर बैठना भी मुश्किल हो गया है। हमारी समस्या का समाधान होना चाहिए।

सुशीला

पानी की समस्या तो है ही इसके साथ ही आए दिन बिजली का भी संकट यहां बना रहता है। कई जगह स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगी हैं। जिसकी वजह से शाम होते ही लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को जल्द ही हमारे क्षेत्र में सब सुविधाएं देनी चाहिए।

रानी मौर्या

मैं पिछले कई साल से यहां रह रही हूं। तब से लगातार यहां पानी की समस्या बनी हुई है। रोज सुबह पानी के टैंकर का इंतजार करते हैं। जब पानी आता है तब बाल्टियों में पानी भरकर घर का काम शुरू करते हैं। जल्द ट्यूबवेल का निर्माण पूरा कर क्षेत्र में पानी सुचारू करना चाहिए।

अनीता जुनेजा

यहां अंधेरा होते ही रोज अराजक तत्व घूमते नजर आते हैं। नशा करने वाले लोग कॉलोनी में घूमते हैं, जिनके डर से मोहल्ले की महिलाएं अंधेरा होने के बाद घर से बाहर नहीं निकलती हैं। बच्चों में भी काफी भय बना रहता है। पुलिस को गश्त लगाकर इन पर अंकुश लगाना चाहिए।

सुनीता

कॉलोनी में बनी पुलिया हादसों को दावत देती हैं। जगह-जगह इतनी ऊंची पुलिया बनाई गई हैं कि आए दिन वहां दोपहिया वाहन गिरते रहते हैं। पुलिया को तुड़वाकर फिर अच्छे से ठीक तरह से निर्माण किया जाना चाहिए। कई बार सब्जी के ठेले वालों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

हेमा देवी

हमारे क्षेत्र में पिछले एक साल से पानी की समस्या बरकरार है। हर माह पानी नहीं आता है लेकिन पानी का बिल हमेशा जमा करना पड़ता है। हर रोज टैंकर से पानी भरना पड़ता है। ये कैसी व्यवस्था है, जहां जनता की परेशानियों को ही नजरअंदाज किया जाता है।

दुलारी

पाषर्दों की ओर से सभी घरों में पानी भिजवाया जा रहा है लेकिन टैंकर से हम केवल दो बाल्टी पानी ही ले सकते हैं। दो बाल्टी पानी से अब हम कैसे गुजारा करें। इतने से तो घर का काम भी पूरा नहीं हो पाता है। कई बार विभाग जाकर समस्या बताई लेकिन कोई हल नहीं निकला।

देवकी

हमारे क्षेत्र में पेयजल की समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाना चाहिए। हम काफी परेशान हैं। सुबह एक ओर जहां बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करना होता है वहीं दूसरी ओर पानी का टैंकर आ जाता है। दोनों काम महत्वपूर्ण हैं ऐसे में काफी परेशानी होती है।

चंपा

टैंकर के माध्यम से जितना पानी मिलता है उससे कुछ नहीं होता है। रोज-रोज हम निजी टैंकर नहीं मंगवा नहीं सकते हैं। अगर हम रोज टैंकर मंगवाएं तो हमारा बजट गड़बड़ा जाएगा। जल्द ही हमारे क्षेत्र में पानी, बिजली सहित अन्य समस्याओं का स्थाई समाधान किया जाना चाहिए।

पाना

पानी के साथ-साथ क्षेत्र में गंदगी की भी समस्या है। निगम की ओर से घरों के बाहर बनी नालियों की साफ नहीं करवाई जाती है। जिसकी वजह गंदा पानी सड़कों पर आ जाता है। जिससे सड़कों पर चलना भी मुश्किल रहता है। नियमित रूप से साफ-सफाई होनी चाहिए।

लता

क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। जिसके कारण हल्की सी बारिश में ही सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। बच्चों को स्कूल जाने में भी काफी समस्या होती है। क्षेत्र में पानी भरने की वजह से कई बार बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते हैं। नगर निगम को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए।

जया बिष्ट

हमारे यहां पिछले एक साल से पानी की समस्या है। कई बार अधिकारियों को इस बारे में बता चुके है लेकिन वे हमें झूठा आश्वासन देकर घर भेज देते हैं और आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। आखिर कब तक हमें ऐसे ही टैंकरों से पानी भरकर काम चलाना पड़ेगा।

रमेश शर्मा

कई बार तो टैंकर का पानी भी पूरे क्षेत्र की प्यास नहीं बुझा पाता है। इलाका बड़ा होने की वजह से हमारे यहां तक टैंकर पहुंचने में पानी खत्म हो जाता है। जिसके बाद हमें तीन-चार किलोमीटर दूर ऊंचापुल के नलकूप से पानी भरकर लाना पड़ता है।

सूरज आर्या

हमारे गांव में पेयजल की समस्या है। घरों तक पर्याप्त कनेक्शन नहीं हुए है। जेजेएम की भी लाइन अभी तक नहीं डाली गई है। पुरानी पेयजल योजना से भी घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है। निजी टैंकरों से पानी मंगवाकर पानी पी रहे हैं। परेशानी झेलानी पड़ रही है।

चंदन अधिकारी

हमें रोजमर्रा के कामों के लिए भी पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है। नारायण नगर और विकासनगर के लोगों का पूरा जीवन पानी के टैंकर के ऊपर निर्भर है। कई बार जब बच्चे स्कूल को जा रहे होते हैं तब पानी का टैंकर आ जाता है। ऐसे में बच्चों के बैग साइड रखकर पानी भरने लग जाते हैं।

हरीश बिष्ट

कई साल से सुन रहे हैं कि नलकूप बन रहा है, काम पूरा होते ही पानी की समस्या खत्म हो जाएगी। लेकिन अभी तक नलकूप नहीं बना। हर बार कहा जाता है कि पानी की समस्या खत्म हो जाएगी लेकिन आज तक नहीं हुई है। नलकूप बन जाए तो सभी को राहत मिलेगी।

राजेंद्र कुमार

गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में पानी की समस्या और ज्यादा बढ़ जाएगी। प्रशासन को हमारी तकलीफों का अहसास ही नहीं है। पिछले डेढ़-दो साल से टैंकर के माध्यम से डोर टू डोर पानी सप्लाई किया जा रहा है। जल्द समस्या का समाधान किया जाए।

विनिता आर्या

पानी की समस्या के साथ-साथ क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की भी समस्या है। उचित स्ट्रीट लाइट न होने के कारण अंधेरे में अराजक तत्वों का भय बना रहता है। ऐसे में रात को आवाजाही करने में भी डर लगता है। प्रशासन को इस क्षेत्र की इस समस्या की ओर भी ध्यान देना चाहिए।

लीला देवी

हमारे क्षेत्र में कई सड़कें भी टूटी हैं। सड़क पर बजरी डली हुई है। जिसकी वजह से आए दिन स्कूटी व बाइक गिरते रहते हैं। एक तो बिजली पानी की समस्या ऊपर से सड़कों की स्थिति भी बदहाल। हमारी सभी समस्याओं का जल्द ही समाधान किया जाए।

बसंती देवी

हर बार कहा जाता है कि नलकूप बनेगा तो पानी की दिक्कत खत्म हो जाएगी। कई सालों से नलकूप बनाने का कार्य चल रहा है जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। जल्द से जल्द नलकूप बन जाता तो पानी की समस्या हल हो जाती।

हरक सिंह

हम हर साल समय पर टैक्स तो भरते हैं, लेकिन हमें कोई सुविधा नहीं दी जाती है। पानी जो की सबसे महत्वपूर्ण है उसके लिए हमें इतना परेशान किया जा रहा है। रोज सुबह उठते ही सबसे पहले पानी का इंतजाम करना पड़ता है उसके बाद बाकि काम करते हैं।

ऊषा राणा

बोले जिम्मेदार

क्षेत्र में लंबे समय से पानी की समस्या को लेकर दिक्कत है। इसके अलावा सड़क, नालों की साफ-सफाई आदि समस्याएं भी हैं। जिनके समाधा के लिए अधिकारियों से कई बार पत्राचार कर चुके हैं। जल्द सभी समस्याओं का समाधान होगा।

नवीन जोशी, पार्षद वार्ड 46

हमारे क्षेत्र में पिछले डेढ़-दो साल से पानी की समस्या बनी हुई है। पानी के टैंकरों से डोर टू डोर पानी सप्लाई किया जा रहा है। विधायक की मदद से जल्द नलकूप का निर्माण कर पानी की समस्या को दूर किया जाएगा।

दीपक बिष्ट, पार्षद वार्ड 47

पानी की समस्या के बारे में स्थानीय पार्षदों के साथ बातचीत की गई है। जल्द ही दोनों क्षेत्रों में पानी की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। इस पर काम शुरू कराया जा रहा है।

बंशीधर भगत, विधायक कालाढूंगी

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