Traffic Jam Issues at Har Ki Pauri Due to Auto and E-Rickshaw Mismanagement बोले हरिद्वार : भीमगौड़ा बस्ती के लोगों को कब मिलेगी जाम से निजात, Haridwar Hindi News - Hindustan
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बोले हरिद्वार : भीमगौड़ा बस्ती के लोगों को कब मिलेगी जाम से निजात

हरकी पैड़ी के मुख्य चौराहे पर ऑटो और ई-रिक्शा के अव्यवस्थित खड़े होने से जाम की समस्या बढ़ गई है। चारधाम यात्रा के चलते श्रद्धालु और स्थानीय लोग परेशान हैं। जिला प्रशासन ने समस्या का समाधान नहीं किया...

Newswrap हिन्दुस्तान, हरिद्वारMon, 12 May 2025 11:44 PM
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बोले हरिद्वार : भीमगौड़ा बस्ती के लोगों को कब मिलेगी जाम से निजात

पंतद्वीप पार्किंग में स्थायी स्टैंड होने के बाद भी हरकी पैड़ी से पहले मुख्य चौराहे की सड़क पर मनमाने तरीके से ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने जाम की समस्या बढ़ा दी है। ऐसी स्थिति में अब चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालु और स्थानीय लोगों को जाम की समस्या से परेशान होना पड़ रहा है। सड़क पर ऑटो और ई-रिक्शा खड़े करने की समस्या से वाकिफ होने के बावजूद भी जिला प्रशासन संज्ञान नहीं ले रहा है और यह संकट चारधाम यात्रा के चलते अब जाम चरम पर पहुंच गया है। लोगों ने ‘बोले हरिद्वार’ अभियान के तहत ‘हिन्दुस्तान’ से समस्या साझा की और सुझाव भी दिए। हरिद्वार से प्रवीण कुमार पेगवाल की रिपोर्ट...

भीमगौड़ा बस्ती में करीब 15 हजार लोग निवास करते हैं। उन्हें अपने कार्य के लिए भी हरकी पौड़ी और नेशनल हाईवे और ऋषिकेश के रास्ते से जाना पड़ता है। ठीक इसी तरह बाहरी राज्यों से लोग भी बस्ती को छोड़कर इन रास्तों से आवागमन करते हैं, लेकिन ऑटो रिक्शा सड़क पर बड़े पैमाने पर खड़े होने के कारण आधे घंटे तक जाम का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति तब है जब तत्कालीन डीएम निधि पांडे ने वर्ष 2012 में इस समस्या से निपटने के लिए यहां केवल दो ऑटो खड़े होने की अनुमति दी थी, लेकिन आज 100 से ज्यादा ऑटो यहां पर खड़े हो रहे हैं। बिगड़ती व्यवस्था को बनाने के लिए स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन, सांसद, स्थानीय विधायक को बेतरतीब खड़े वाहनों को हटाने के लिए शिकायत हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन की हीलाहवाली के कारण स्थिति यह है कि अगर बस्ती या इसके आसपास कोई बीमार हो जाता है तो उसे अस्पताल ले जाने के लिए आधे घंटे तक जाम में फंसना पड़ता हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। अब यहां जाम की स्थिति और ज्यादा विकट हो रही है। ऐसे में बेतरतीब खड़े ऑटो रिक्शा को यहां से हटना चाहिए। इस व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लोग डीएम, एसएसपी कार्यालय, एसपी सिटी समेत कई अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। बावजूद इसके अधिकारी इस प्रकरण में संज्ञान नहीं ले रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं।

सुझाव

1. भीमगौड़ा पुल पर हैवी गार्डर लगाएं जाए, जैसे 20 साल पहले लगे हुए थे। इससे ऑटो रिक्शा के आने पर प्रतिबंध लगेगा। इससे स्लानीय लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

2. दूधाधारी चौक से भीमगौड़ा चौक तक भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगे। इनके आबादी में आने पर रोक से व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी। संबंधित विभाग को इसका संज्ञान लेना चाहिए।

3. भीमगौड़ा चौराहे से ऑटो, ई-रिक्शा को हटाकर यहां से 50 मीटर की दूरी पर स्थित पंतदीप पार्किंग में भेजा जाए। इससे जाम की समस्या खत्म होगी।

4. भीमगौड़ा क्षेत्र को 100 मीटर तक जीरो जोन घोषित किया जाए इससे बस्ती के 15 हजार से ज्यादा लोगों को समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

5. भीमगौड़ा चौराहे पर रोज लगने वाले जाम की समस्या का समाधान हमेशा के लिए हो जाएगा और लोगों को आवाजाही करने में दिक्कत नहीं होगी।

शिकायतें

1. जिला प्रशासन से बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी इस बड़ी परेशानी की समस्या का समाधान न करना। कहीं न कहीं जिला-प्रशासन की हीलाहवाली दर्शाता है कि जाम की इस समस्या समाधान नहीं करना है।

2. जाम के कारण स्कूली बसों ने बच्चों को बस्ती से ले जाने से इनकार कर दिया है। इसके चलते 500 मीटर की दूरी पर बच्चों को पैदल लाना और दोपहर में उनको फिर बस से वापस ले जाने की बड़ी समस्या है।

3. नेशनल हाईवे पंतदीप और हरकी पौड़ी से होते हुए पहले स्कूल बसें बस्ती में जाती थी। लेकिन अब जाम के कारण नहीं जा पाती हैं।

4. वर्ष 2012 में जब तत्कालीन डीएम ने दो ऑटो चौराहे पर खड़े करने और बाकी सभी पंतदीप पार्किंग में खड़े करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब व्यवस्था डगमगा गई है।

5. ई-रिक्शा और ऑटो जाम का कारण बन रहे हैं। इनको यहां से हटाकर सड़क-फुटपाथ खाली होने के बाद लोगों के बैठने को फुटपाथ पर जिला प्रशासन टीनशेड डालें।

बोले जिम्मेदार

एसपी सिटी पंकज गैरोला का कहना है कि जाम से निपटने के लिए प्लान तैयार किया गया है। यहां अवैध रूप से किसी भी तरह का ऑटो स्टैंड नहीं चलने दिया जाएगा। शहर कोतवाली प्रभारी को निर्देश दे दिए गए हैं कि शाम के समय अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती भीमगोड़ा में की जाए।

जाम के कारण हर रोज स्कूली बच्चों को होती है समस्या

बस्ती में करीब 15 हजार की आबादी निवास करती है। नेशनल हाईवे पंतदीप और हरकी पैड़ी से होते हुए स्कूलों की बसें बस्ती में जाया करती थीं। लेकिन पिछले कई माह से बसों ने चौराहे पर लगने वाले जाम के कारण बस्ती में जाना छोड़ दिया है। इसके कारण अभिभावकों को रोज सुबह अपने बच्चों को स्कूल बस तक छोड़ने और फिर छुट्टी होने के दौरान लेने आना पड़ता है। लोगों ने कहा कि जाम की समस्या श्रद्धालुओं के साथ ही उनके बच्चों पर भी पड़ रही है बच्चों को रोज सुबह और दोपहर लोन ले जाने में समय तो लगता ही है साथ ही जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। लोगों ने कहा कि जाम की समस्या से किसी भी तरह निजात मिले और पहले की तरह पंतद्वीप पार्किंग में ऑटो स्टैंड बने।

दरवाजों के सामने खड़े होने लगे ऑटो और ई-रिक्शा

नगर कोतवाली से हरकी पौड़ी और अपर रोड से भीमगौड़ा चौराहे तक ऑटो ई-रिक्शा एवं टैक्सियों के आवागमन पर रोक लगाने के बाद अब भीमगौड़ा में वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। इससे लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि ऑटो ई रिक्शा और टैक्सियां लोगों के घरों के दरवाजों तक खड़ी होने लगी है। हरकी पौड़ी पर मां गंगा स्नान के बाद सबसे नजदीक भीमगौड़ा चौराहा है। श्रद्धालुओं को भीमगौड़ा चौराहे से ऑटो ई-रिक्शा और टैक्सियां मिलती है। बेतरतीब खड़े ऑटो ई रिक्शा से यातायात पूरी तरह बाधित रहता है। इसका असर आसपास के व्यापारियों और स्थानीय लोगों पर पड़ता है। लोगों को कहना है कि यहां जीरो जोन घोषित किया जाए।

राहगीरों के लिए बनाया जाए बैठने का स्थान

हरकी पैड़ी और पौराणिक कुंड के साथ-साथ कई मंदिर और धर्मशालाएं, बड़े बड़े आश्रम भी यहां है। यहां प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं का आवागमन होता है, लेकिन सड़क के दोनों तरफ बेतरतीब खड़े ई-रिक्शा और ऑटो इनके लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। सड़क पर बने फुटपाथ पर खड़े ई-रिक्शा और ऑटो जाम का कारण बन रहे हैं। इनकों यहां से हटाकर सड़क और फुटपाथ खाली करने के बाद लोगों के बैठने के लिए फुटपाथ पर जिला प्रशासन टीनशेड डालें। व्यवस्था बनेगी तो यहां पर श्रद्धालु और स्थानीय लोग रुककर आराम कर सकेंगे। और प्रतिदिन लगने वाले जाम की स्थिति खत्म हो जाएगी। जिला प्रशासन को इसके लिए उचित कदम उठाना चाहिए।

बोले लोग-

जिला प्रशासन की हीलाहवाली के कारण स्थिति यह है कि अगर बस्ती या इसके आसपास कोई बीमार हो जाता है तो उसे अस्पताल ले जाने के लिए आधे घंटे तक जाम में फंसना पड़ता है। -गुड्डू हलवाई

भीमगौड़ा चौक से लेकर 100 मीटर तक बस्ती की तरफ ऑटो, ई-रिक्शा का ठहराव नासूर बन गया है, जिसका कोई हल जिला प्रशासन नहीं कर पा रहा है। जिला प्रशासन को इनका रूट तय करना चाहिए। -अमित कुमार

जाम की समस्या खत्म हो तो स्कूल बसें पहले की तरह उनके बच्चों को घर तक लेने और ले जाने को आ सकती है। लोगों ने कहा कि जाम की समस्या से किसी भी तरह निजात मिलनी चाहिए। -लखन लाल चौहान

ऋषिकेश, हरकी पौड़ी, नेशनल हाईवे को जाने के लिए प्रमुख सड़क पर ऑटो व ई-रिक्शा चालक सड़क के बीचोंबीच या दुकान के आगे ही आड़ा-तिरछा वाहन लगाकर सवारी बैठाते है, जिससे जाम लगता है। -प्रशांत शर्मा

यहां पैदल चलने वाले भी परेशान रहते हैं। कई बार अचानक से आगे वाहन के ठहराव के कारण लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। आम राहगीरों को जाम से हर दिन भारी फजीहत झेलनी पड़ती है। -मुरलीधर नौटियाल

हरकी पौड़ी तक आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पुलिस प्रशासन ने कई रूट को बेहतर बना दिए। लेकिन यहा ऑटो, ई-रिक्शा वाले ही जिला-प्रशासन की व्यवस्था को ठंगा दिखा रहे हैं। -नरेंद्र श्रमिक

श्रद्धालुओं को भीमगौड़ा चौराहे से ऑटो ई-रिक्शा और टैक्सियां मिलती है। इसी चौराहे से ऋषिकेश नेशनल हाईवे और बस्ती तक जाते हैं। बेतरतीब खड़े ऑटो ई रिक्शा से ट्रैफिक पूरी तरह बाधित रहता है। -सूरज प्रकाश

जाम पूरी तरह से ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की देन है। न जाने कब जिला प्रशासन सख्त होगा और कब जाम की समस्या का हल निकालेगा। जिला-प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति न करें, बल्कि समस्या हल करें। -अमित शर्मा

ऑटो और ई-रिक्शा के कारण लग रहे जाम के कारण हरकी पौड़ी, नेशनल हाईवे और ऋषिकेश जाने के लिए बड़ी समस्या बनी रहती है। जाम के कारण श्रद्धालुओं की आवाजाही प्रभावित होती है। -मोहित गिरि

ऑटो और ई-रिक्शा वालों की मनमानी के कारण हर दिन लगने वाला जाम अब तो लोगों डराने लगा है। समझ ही नहीं आता कि कब घर से निकला जाए। स्थानीय प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए। -नरेश गुप्ता

चौराहे से यात्री ऋषिकेश, हरकी पौड़ी, नेशनल हाईवे और बस्ती तक जाते हैं। ऑटो और ई-रिक्शा वाले सवारियां बैठाने को बीच सड़क पर इन्हें रोक देते हैं। जिससे आए दिन जाम लग जाता है। -विनोद शर्मा

श्रद्धालुओं के लिए पुलिस प्रशासन ने रूट को बेहतर बना दिया। लेकिन यहा ऑटो और ई-रिक्शा वाले ही जिला-प्रशासन की व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं। जिला प्रशासन को इसका संज्ञान लेना चाहिए। -अमित अग्रवाल

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