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रेलवे परियोजना के प्रभावितों ने दी आंदोलन की चेतावनी

-उचित मुआवजा नहीं मिलने का लगाया आरोप ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत सौड़ क्षेत्र में टनल निर्माण कार्य के दौरान की गई ब्लास्टिंग के चलते गा

Newswrap हिन्दुस्तान, पौड़ीThu, 17 April 2025 02:45 PM
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रेलवे परियोजना के प्रभावितों ने दी आंदोलन की चेतावनी

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत सौड़ क्षेत्र में टनल निर्माण कार्य के दौरान की गई ब्लास्टिंग के चलते गांव के कई घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इससे ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है। इस नुकसान के परिप्रेक्ष्य में रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा मुआवजा प्रदान किया जाना प्रस्तावित था लेकिन आज तक ग्रामीणों को उचित मुआवजा नहीं मिला है। गुरुवार को ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम से मुलाकात कर जल्द उचित मुआवजा देने की मांग उठाई है। ग्रामीणो ने चेतावनी दी कि 30 अप्रैल तक प्रभावित घरों का दोबारा निष्पक्ष एवं विस्तृत सर्वे नहीं करवाया गया तो वो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। गुरुवार को एडीएम से मुलाकात करते हुए ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें उनके वास्तविक नुकसान के अनुपात में उचित मुआवजा नहीं दिया गया है। साथ ही ग्रामीणों ने सर्वेक्षण करने वाली टीम पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि सर्वे टीम द्वारा ठीक से निरीक्षण नहीं किया गया, जिसके चलते मुआवजा मानकों के अनुसार नहीं मिल सका। इस दौरान मूल निवास भू कानून समंवय संघर्ष समिति के संयोजक लूशुन टोडरिया ने कहा कि रेलवे स्टेशन निर्माण के दौरान हुई ब्लास्टिंग से ग्रामीणों के मकानों में बड़ी बड़ी दरारें पड़ चुकी है । मकानों की स्थिति जर्जर हो रही है लेकि इसके बाद भी जो मकानों के मुआवज़े बने है उसमें बड़े स्तर में अनियमताएं बरती गई है। जिन लोगों के पुराने मकान है उनको बहुत ही कम मुआवजा दिया जा रहा है। ग्रामीण अर्जुन नेगी ने कहा कि जिस तरह से मकानों का पहला सर्वे हुआ है उससे प्रतीत होता है कि शासन स्तर से घोर लापरवाही बरती गई है । न सिर्फ मकानों का गलत मूल्यांकन हुआ है बल्कि बड़ी संख्या में प्रभावितों के नाम भी बहुत सारी त्रुटियां हो रखी है । चेतावनी दी कि 30 अप्रैल तक गांव के मकानों के दोबारा मूल्याकंन नही हुआ तो ग्रामीण बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस मौके पर सरदार सिंह, गुलाब सिंह, रघुवीर सिंह, मातबर सिंह आदि मौजूद रहे ।

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