डॉक्टरों की कमी से सीएससी थत्यूड़ बना रेफर सेंटर
जौनपुर ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थत्यूड़ में चिकित्सकों की कमी और अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने के कारण ग्रामीणों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। अस्पताल में केवल 4 डॉक्टर कार्यरत हैं...

जौनपुर ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थत्यूड़ में सुविधाएं न होने के कारण अस्पताल रेफर सेंटर बना हुआ है। ग्रामीणों को उपचार के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। ग्रामीण लंबे समय से अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्तों को भरकर यहां आल्ट्रासाउंड की सुविधाएं देने की मांग कर रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं कर रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है। थत्यूड़ ब्लॉक मुख्यालय का एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर क्षेत्र की करीब 50 हजार की आबादी की स्वास्थ्य सेवाएं निर्भर है। लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों के अभाव में मरीज को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधाएं न होने के कारण ग्रामीण 35 से 70 किमी की दूरी तय कर मसूरी और देहरादून जाने को मजबूर है। स्वास्थ्य केंद्र में 11 डॉक्टर के पद स्वीकृत है,जिसमें से केवल 4 डॉक्टर ही कार्यरत है। जिनमें से एक डॉक्टर की तैनाती चारधाम यात्रा में की गई है। सेवानिवृत कर्मचारी संघ के अध्यक्ष खेमराज भट्ट, पूर्व जेष्ठ प्रमुख महिपाल रावत,सोमवारी लाल नौटियाल, गोविंद सिंह नेगी आदि का कहना है कि अस्पताल क्षेत्र के 50 से अधिक ग्राम पंचायतों का केंद्र बिंदु है। लेकिन अस्पताल में डॉक्टर,अल्ट्रासाउंड से लेकर अन्य सुविधाएं न होने के कारण रेफर सेंटर बना हुआ है। कहा कि शासन-प्रशासन से कई बार अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरने और अल्ट्रासाउंड सुविधा मुहैया करवाने की मांग की जा रही है। बावजूद उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। कहा कि आलम यह है कि कई बार मरीजों को रेफर करने के दौरान उपचार के अभाव में रास्ते में ही दमतोड़ देते हैं। इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मनीषा भारती का कहना है कि चिकित्सकों की रिक्तों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।