आपका दोस्त भी यही संदेश देना चाहता है, दिल छू लिया; ऑपरेशन सिंदूर पर इजरायल को गर्व
'ऑपरेशन सिंदूर' न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई का प्रतीक है, बल्कि यह भारत और इजरायल के बीच गहरे सहयोग और दोस्ती को भी दर्शाता है।

पाकिस्तान के खिलाफ भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर पूरी दुनिया में हलचल मची हुई है। जहां ज्यादातर देश भारत-पाकिस्तान से तनाव कम करने की अपील कर रहे हैं, तो वहीं इजरायल ने खुलकर भारत के ऐक्शन का समर्थन किया है। इजरायल ने यहां तक कहा है कि उसे ऑपरेशन सिंदूर पर बहुत गर्व है और इसने उनका दिल छू लिया है। बता दें कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इन हमलों में आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की ओर से यह सैन्य कार्रवाई की गई। पहलगाम हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। आतंकियों ने महिलाओं को छोड़कर उनके पतियों को उनकी आंखों के सामने गोली मारी थी।
अब 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर मध्य-पश्चिम भारत में इजरायल के कॉन्सुल जनरल कोबी शोषानी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस ऑपरेशन को आत्मरक्षा का एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए भारत के इस कदम की सराहना की और कहा कि उन्हें इस पर गर्व है। ANI से बातचीत में कोबी शोषानी ने कहा, "यह भारत की ओर से दुनिया को एक स्पष्ट संदेश है। इसके अलावा, आपके मित्र इजरायल की ओर से भी आतंकवादियों को यही संदेश भेजना जरूरी है। यह आत्मरक्षा की कार्रवाई थी, और मुझे इस ऑपरेशन पर बहुत गर्व है।" उन्होंने ऑपरेशन के नाम 'सिंदूर' की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह नाम अनौपचारिक रूप से या आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखा गया। शोषानी ने कहा, "यह नाम मेरे दिल को छू गया।"
उन्होंने कहा, "मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मेरा मानना है कि भारत को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। मुझे लगता है कि यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक बुनियादी सिद्धांत है। कश्मीर में दो हफ्ते पहले जो हुआ वह अस्वीकार्य था...मैं भारत सरकार को कोई सलाह नहीं देना चाहता। मुझे लगता है कि आपके पास एक शानदार प्रधानमंत्री है। वह दुनिया में किसी और से बेहतर अंतरराष्ट्रीय और आंतरिक राजनीति को जानते हैं, और मुझे लगता है कि उन्हें मेरी सलाह की जरूरत नहीं है। मेरा मानना है कि आप सही काम कर रहे हैं..." इसके अलावा, उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "कितना प्रेरणादायक नाम है, “सिंदूर”"
ऑपरेशन सिंदूर से दहला पाकिस्तान
'ऑपरेशन सिंदूर' भारतीय सेना द्वारा 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकी ठिकानों पर की गई एक सटीक सैन्य कार्रवाई है। इस ऑपरेशन में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जो हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार थे। पहलगाम हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसमें कई निर्दोष पर्यटक भी शामिल थे। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कड़ा रुख अपनाते हुए बदला लेने की बात कही थी और रातभर इस ऑपरेशन की निगरानी की।
ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' अपने आप में एक गहरा प्रतीकात्मक संदेश देता है। सिंदूर हिंदू परंपरा में विवाहित महिलाओं द्वारा माथे पर लगाया जाने वाला एक पवित्र चिह्न है। इस ऑपरेशन के जरिए पहलगाम हमले में विधवा हुई महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का एक तरीका माना जा रहा है।
इजरायल का आतंकवाद के खिलाफ सहयोग
कोबी शोषानी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को सराहते हुए कहा कि यह एक वैश्विक समस्या है, जिसका मुकाबला करने के लिए सभी देशों को एकजुट होकर काम करना होगा। भारत और इजरायल के बीच लंबे समय से मजबूत संबंध रहे हैं। 1992 में पूर्ण कूटनीतिक संबंध स्थापित होने के बाद से दोनों देशों ने सैन्य, आर्थिक और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाया है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देश एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं। 2008 के मुंबई हमलों के बाद इजरायल ने भारत को विशेष ऑपरेशन फोर्स और जांच में सहायता की पेशकश की थी, जो दोनों देशों के बीच गहरे रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक है।