कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में तैनात संविदा शिक्षकों को नियमित किया जाए
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में तैनात संविदा शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने नियमित किए जाने की मांग विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी

कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में तैनात संविदा शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने नियमित किए जाने की मांग विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी से की है। विधानसभा अध्यक्ष को भेजे ज्ञापन में उन्होंने बताया कि साल 2010 में तैनात के बाद अभी तक उन्हें नियमित नहीं किया गया है और उनका मानदेय भी नहीं बढ़ाया गया है। ज्ञापन में बताया कि साल 2010 में त्यूणी, कोरूवा, कालसी समेत प्रदेश के सभी 13 जनपदों में बोर्ड द्वारा नियमानुसार प्रस्ताव पारित कर केजीबी विद्यालयों में शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को संविदा पर तैनाती दी गई थी। तैनाती के दौरान उन्हें 12 से 14 हजार मासिक मानदेय दिया जाना नियत किया गया था। सेवा के 15 साल पूरे होने पर भी उन्हें अभी तक नियमित नहीं किया गया, जबकि उस समय अन्य विभाग में लगे संविदा कर्मियों को नियमित नियुक्ति दे दी गई है। बताया कि महंगाई के दौर में अल्प मानदेय पर कार्य करते हुए परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। नियमितीकरण नहीं किए जाने से कई शिक्षक रोजगार के दूसरे विकल्प तलाश रहे हैं, जिसका असर इन विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं के भविष्य पर भी पड़ रहा है। केजीबी में तैनात संविदा शिक्षकों की जिम्मेदारी शिक्षण के साथ ही छात्राओं की संपूर्ण देखभाल की भी है, जिसके चलते उन्हें परिवार से दूर विद्यालय में ही रहना पड़ता है। बताया कि ऐसे हालात में सभी शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाना जरूरी है, जिससे कि उन्हे अपने परिवार के भरण पोषण के लिए वेतन मिल सके। ज्ञापन भेजने वालों में दुर्गा देवी, सपना, अमृता चौहान, रिंकी, संगीता देवी, पूजा, ममता, पिंकी आदि शामिल रहे।
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