₹18.2 लाख की बचत! इस EV मालिक की कहानी सुन आप पेट्रोल कार छोड़ देंगे, 5.8 लाख किमी. दौड़ी फिर भी बैटरी हेल्थ 88%
एक EV मालिक ने हुंडई आयनिक 5 (Hyundai Ioniq 5) को 5.80 लाख किमी. चलाने के बाद 18.2 लाख रुपये की बचत की है। इसके बाद भी ईवी की बैटरी हेल्थ 88% है। आइए इस कहानी को जरा विस्तार से जानते हैं।

आजकल जब भी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बात होती है, तो सबसे पहला सवाल आता है कि बैटरी कितने दिन चलेगी? लेकिन, हुंडई आयनिक 5 (Hyundai Ioniq 5) ने इस चिंता को एक झटके में खत्म कर दिया है। दक्षिण कोरिया के रहने वाले एक कार मालिक ने अपनी आयनिक 5 (Ioniq 5) को 5.80 लाख किमी. तक चलाया और उसके बाद भी बैटरी 87.7% हेल्थी बनी हुई है। हां, उन्होंने फ्यूल के खर्च में 18.2 लाख की जबरदस्त बचत भी की है।
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रोज लगभग 586 किमी. की दूरी
ली यंग-हयूम नाम के सेल्समैन ने इस इलेक्ट्रिक कार से करीब 2 साल 9 महीने में 5.80 लाख किमी का सफर तय किया। ये औसतन 586 किमी रोज का आंकड़ा है। सबसे हैरानी की बात यह रही कि उन्होंने कार की बैटरी या इलेक्ट्रिक मोटर में किसी भी तरह की शिकायत नहीं पाई, जबकि अधिकतर चार्जिंग फास्ट चार्जिंग स्टेशनों पर की गई थी, जिसे आमतौर पर बैटरी की उम्र कम करने वाला माना जाता है।
हुंडई-किआ रिसर्च टीम भी हुई हैरान
इस शानदार प्रदर्शन को देखकर हुंडई-किआ (Hyundai-Kia) की रिसर्च टीम ने Mr. Lee की कार की बैटरी और मोटर को बिना कोई चार्ज लिए रिसर्च के लिए बदल दिया। उन्होंने इसे लैब में टेस्ट करने के लिए लिया और पाया कि बैटरी की स्थिति अब भी 87.7% है। आमतौर पर इतना माइलेज सिर्फ टैक्सी गाड़ियों में देखने को मिलता है।
18.2 लाख की बचत और मेंटेनेंस में भी राहत
6.60 लाख किमी तक चलने के बाद अगर Mr. Lee की जगह कोई व्यक्ति Hyundai Tucson (ICE इंजन वाली कार) चलाता, तो उसे 48.56 लाख का ईंधन खर्च करना पड़ता। वहीं, आयनिक 5 (Ioniq 5) से सिर्फ 30.36 लाख में काम हो गया, यानी सीधे 18.20 लाख की बचत हुई।
इतना ही नहीं मेंटेनेंस में भी बड़ी राहत मिली। ICE कार को इस दूरी तक चलाने पर 66 ऑयल चेंज, 13 ब्रेक फ्लुइड चेंज, 8 स्पार्क प्लग रिप्लेसमेंट और 11 ट्रांसमिशन ऑयल चेंज की जरूरत पड़ती। लेकिन, आयनिक 5 (Ioniq 5) में सिर्फ सामान्य सर्विस और कंज्यूमेबल्स की ही जरूरत पड़ी, जिससे लगभग 7 लाख की अतिरिक्त बचत हुई।
एकमात्र छोटी-सी तकनीकी समस्या
पूरे सफर में केवल एक बार 6.50 लाख किमी. के बाद कार की slow charging काम नहीं कर रही थी। जांच में पता चला कि ऑन-बोर्ड चार्जर अपनी लाइफ पूरी कर चुका था। इसके अलावा कोई बड़ी परेशानी नहीं आई।
नतीजा क्या है?
हुंडई आयनिक 5 (Hyundai Ioniq 5) ने यह साबित कर दिया कि इलेक्ट्रिक गाड़ियां न केवल भरोसेमंद हैं, बल्कि लंबे समय में भारी बचत भी करवा सकती हैं। अब वक्त आ गया है कि हम बैटरी और रेंज को लेकर डरना छोड़ें और EV को भविष्य नहीं, वर्तमान मानें।
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