‘वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम को शामिल करना गलत
बेतिया में वक्फ बोर्ड के संशोधित कार्यक्रम के खिलाफ इमारत ए शरिया और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा महाजुटान कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौलाना अली वली फैसल रहमानी ने कहा कि यह कानून सिर्फ मुसलमानों के...

बेतिया, हसं/एसं। वक्फ बोर्ड संशोधित कार्यक्रम को रद्द करने की मांग पर इमारत ए शरिया, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तथा इंसाफ मंच के आह्वान पर बेतिया रमना मैदान में शुक्रवार को महाजुटान कार्यक्रम का हुआ। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हजरत मौलाना अली वली फैसल रहमानी साहब ( बिहार, उड़ीसा झारखंड और बंगाल के अमीर ए शरियत, इमारत ए शरिया) ने कहा कि वक्फ का सवाल सिर्फ मुसलमान का नहीं बल्कि इस कानून के लागू होने से गैर मुसलमान को भी काफी परेशानी होगी। हिंदुस्तान में 1400 वर्षों में वक्फ ने बराबरी, भाईचारा और समाजवाद की अवधारणा कायम की है।
इस कानून के लागू होने से मुसलमान के ईदगाह, मस्जिद, कब्रिस्तान, जानाजागाह दरगाह, यतीम खाना समेत तमाम जमीन छिन जाएगी। वर्तमान सरकार का जो भी फैसला हो रहा है वह देश के लिए सांप्रदायिक और विभाजनकारी है। इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस लड़ाई को मुसलमान को मुकाम तक पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा कि हम अकेले नहीं हैं। हमारे साथ यहां गैर मुसलमान की मौजूदगी हमारी हिम्मत को बढ़ा रही है। यहां लाल,हरा और तिरंगा झंडा का जो संगम है और धर्मनिरपेक्ष सियासी पार्टियों की मौजूदगी है, हमारे इस वक्फ कानून को खत्म करने में बड़ा भूमिका है।
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