छात्रों का अपार कार्ड नहीं बनाने वाले 17 निजी स्कूलों के यूडाइस कोड होंगे रद्द
4 लाख 31 हजार 279 बच्चों का बनना है अपार आईडी कार्ड4 लाख 31 हजार 279 बच्चों का बनना है अपार आईडी कार्ड 1.34 लाख छात्रों का अब तक नहीं बन सका है अपार आ

बांका, निज प्रतिनिधि। जिले के सभी सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे 4 लाख 31 हजार 279 छात्र-छात्राओं का अपार आईडी कार्ड बनाया जाना है। जिसमें अब तक महज 2 लाख 97 हजार 279 बच्चों का ही अपार आईडी जेनरेट किया जा सका है। इसमें सबसे खराब स्थिति गैर-सरकारी स्कूलों की है। जिसको देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से सख्त कदम उठाये जा रहे हैं। अब यहां जिस निजी स्कूलों में नमांकित एक भी छात्र-छात्राओं का अपार आाईडी कार्ड नहीं बनाया गया है, उसे चिन्हित करते हुए सूची तैयार की गई है। जिसमें शामिल 17 निजी स्कूलों का यूडाइस कोड रद्द कर दिया जायेगा। जिससे इन स्कूलों को शिक्षा का अधिकार के तहत दी जाने वाली सारी सुविधाओं पर रोक लगा दी जायेगी। अपार आईडी कार्ड में छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक योग्यता एवं खेल के अलावे अन्य सारी गतिविधियां दर्ज रहेगी। जिससे एक क्लिक पर बच्चों की शैक्षणिक योग्यता से लेकर खेल-कूद सहित अन्य सारी गतिविधियों की जानकारी हासिल की जा सकती है। लेकिन यहां अपार आईडी कार्ड बनाने की रफ्तार धीमी है। जिससे यहां अब तक 1 लाख 34 हजार बच्चों का अपार आईडी कार्ड जेनरेट नहीं किया जा सका है। जिले में सरकारी एवं गैर-सरकारी 2499 स्कूलों में पढ रहे बच्चों का अपार आईडी कार्ड बनाया जाना है। इसमें अमरपुर प्रखंड के 250, बांका के 271, बाराहाट के 205, बेलहर के 207, बौंसी के 225, चांदन के 214, धोरैया के 258, फुल्लीडुमर के 174, कटोरिया के 238, रजौन के 228 एवं शंभूगंज प्रखंड के 229 स्कूल शामिल हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।