सपा वोट के लिए किसी भी हद तक जा सकती है, मुस्लिम-दलितों को मायावती ने चेताया
- मायावती ने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। मायावती ने सपा नेताओं के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया दी। मायावती ने कहा कि सपा वोट के खातिर किसी भी हद तक जा सकती है। इसके साथ ही दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज को चेताया कि सपा के बहकावे में नही आएं।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा नेताओं के विवादित बयानों पर प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि सपा वोट के खातिर किसी भी हद तक जा सकती है। मायावती ने विवादित बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप को स्वार्थ की राजनीति बताया। मायावती ने दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज को चेताया कि सपा के बहकावे में न आएं। इसके साथ मायावती ने नसीहत भी दी कि टीका-टिप्पणी करने की बजाय सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों की अच्छाईयों एवं उनके संघर्ष के बारे में बताएं।
मायावती ने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया ऐक्स पर पोस्ट किया। मायावती ने लिखा कि अन्य पार्टियों की तरह आए दिन सपा द्वारा भी पार्टी के ख़ासकर दलित लोगों को आगे करके तनाव व हिंसा का माहौल पैदा करने वाले आ रहे इनके अति विवादित बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप व कार्यक्रम आदि का जो दौर चल रहा है यह इनकी घोर संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति ही प्रतीत होती है।
मायावती ने इस दौरान चेताया भी । उन्होंने कहा कि क्योंकि सपा भी दलितों के वोटों के स्वार्थ की खातिर यहां किसी भी हद तक जा सकती है। अतः दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज आदि को भी इनके किसी भी उग्र बहकावे में नहीं आकर इन्हें इस पार्टी के भी राजनीतिक हथकण्डों का शिकार होने से ज़रूर बचना चाहिए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा नेताओं के विवादित बयानों पर प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने सपा पर हमला करते हुए कहा कि सपा वोट के खातिर किसी भी हद तक जा सकती है। मायावती ने विवादित बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप को स्वार्थ की राजनीति बताया। मायावती ने दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज को चेताया कि सपा के बहकावे में न आएं। इसके साथ मायावती ने नसीहत भी दी कि टीका-टिप्पणी करने की बजाय सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों की अच्छाईयों एवं उनके संघर्ष के बारे में बताएं।
मायावती ने गुरुवार सुबह सोशल मीडिया ऐक्स पर पोस्ट किया। मायावती ने लिखा कि अन्य पार्टियों की तरह आए दिन सपा द्वारा भी पार्टी के ख़ासकर दलित लोगों को आगे करके तनाव व हिंसा का माहौल पैदा करने वाले आ रहे इनके अति विवादित बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप व कार्यक्रम आदि का जो दौर चल रहा है यह इनकी घोर संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति ही प्रतीत होती है।
मायावती ने इस दौरान चेताया भी । उन्होंने कहा कि क्योंकि सपा भी दलितों के वोटों के स्वार्थ की खातिर यहां किसी भी हद तक जा सकती है। अतः दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज आदि को भी इनके किसी भी उग्र बहकावे में नहीं आकर इन्हें इस पार्टी के भी राजनीतिक हथकण्डों का शिकार होने से ज़रूर बचना चाहिए।
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मायावती ने कहा कि ऐसी पार्टियों से जुड़े अवसरवादी दलितों को दूसरों के इतिहास पर टीका-टिप्पणी करने की बजाय यदि वे अपने समाज के सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों की अच्छाईयों एवं उनके संघर्ष के बारे में बताएं तो यह उचित होगा, जिनके कारण ये लोग किसी लायक़ बने हैं।