हिटवेव के दौर से गुजर रहा कैमूर, तापमान पहुंचा 44 डिग्री
कैमूर जिले में इन दिनों भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है, जहां तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। लोग लू और धूप से बचने के लिए सुबह 10 बजे के बाद घरों में रह रहे हैं। अगले दो दिनों में...

दोपहर में बाजार व सड़कों पर पसर गया था सन्नाटा, शहर के अवारा पशु छाया में दिखे विश्राम करते, पंक्षी चले गए थे अपने घोसले में जिले में 29 व 30 अप्रैल को बारिश की संभावना, तापमान में खास गिरावट नहीं लू-धूप व गर्मी से बचने के लिए सुबह दस बजे के बाद घरों में रह रहे हैं लोग (पेज चार की लीड खबर) भभुआ, कार्यालय संवाददाता। कैमूर इन दिनों हिटवेव के दौर से गुजर रहा है। जिले में से 44 डिग्री तक तापमान बना रह रहा है। सोमवार को जिले का अधिकतम 43 डिग्री तापमान था। बुधवार को भी इतना ही तापमान रहने का अनुमान है। लेकिन, 25 अप्रैल को फिर अधिकत तापमान 44 व न्यूनतम 23 डिग्री तापमान रहेगा। हालांकि 29 व 30 अप्रैल को बारिश की संभावना बन रही है। कैमूर का तापमान पिछले कई दिनों से 40 से 44 डिग्री के आसपास रह रहा है। बारिश के दिन भी तापमान में कोई खास गिरावट की संभावना नहीं दिख रही है। मंगलवार को जिले में गर्म हवा की रफ्तार 10-26 किमी. प्रति घंटा थी। तीखी धूप व तापमान में वृद्धि होने तथा हवा गर्म बहने के कारण दोपहर में बाजार व सड़कों पर सन्नाटा पसर गया था। शहर के अवारा पशु छाया में विश्राम करते दिखे, तो पंक्षी भी अपने घोसले में चले गए थे। गर्मी से राहत पाने के लिए कई गलियों में कुत्तों को नाली के पानी में बैठे देखा गया। गर्मी के कारण ही जिले के किसान रात व भोर में रबी फसल की कटनी, दवनी व थ्रेसिंग का काम कर रहे हैं। लू-धूप व गर्मी से बचने के लिए सुबह दस बजे के बाद लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। बहुत जरूरी होने पर ही वह घर से बाहर निकल रहे हैं। तीखी धूप व गर्म पछुआ हवा के कारण सब्जी के पौधों की सिंचाई जल्दी-जल्दी करनी पड़ रही है। किसान धर्मराज सिंह व प्रदीप मौर्या ने बताया कि तेज धूप व लू के बीच दिन में कटनी एवं थ्रेसिंग के दौरान हार्वेस्टर तथा थ्रेसर से आग की चिंगारी निकल रही है, जिससे आग लगने की आशंका बनी रहती है। रात में इस तरह की आशंका नहीं रहती है और धूप व लू से भी बचाव होता है। ऐसे में किसान व मजदूर दोनों दिन में आराम कर रहे हैं और रात्रि के समय खेत से लेकर खलिहानों तक कटनी, दवनी व थ्रेसिंग का काम कर रहे है। कृषि मजदूर नंदलाल प्रजापति, अजय गोंड, रामविलास प्रसाद ने बताया कि गर्मी से बचने के लिए खेतों में रात में काम कर रहे हैं। धूप में काम करने से बीमार होने का भय बना रहता है। दोपहर में सड़कों पर कम दिखे लोग तेजी से बढ़ रही गर्मी व लू के कारण मंगलवार की दोपहर 1:15 बजे भभुआ शहर की सड़क पर बहुत कम लोग नजर आए। ग्राहकों के नहीं आने के कारण कुछ दुकानों का शटर आधा गिराकर रखा गया था। दुकानदार अंदर में आराम कर रहे थे। कुछ दुकानदार लुडो व तास खेलते दिखे। कुछ दुकानदार दुकानों के सामने पर्दा लगा दिए थे। दुकानदार संतोष कुमार व राजन गुप्ता ने बताया कि कारोबार प्रभावित हो रहा है। जरूरी काम से सड़कों पर आए लोग सिर पर तौलिया, गमछा, टोपी, छतरी लेकर ही घर से बाहर निकल रहे थे। कुछ लोग धूप की छाया में बैठे थे। तीखी धूप से पशु-पंक्षी भी दिखे बेहाल तीखी धूप व लू के कारण पशु-पंक्षी भी बेहाल रहे। मंगलवार की दोपहर मुंडेश्वरी सिनेमा हॉल के सामने पेड़ के नीचे छाया में तीन मवेशी खड़े दिखे। पशुपालक अक्षयवर सिंह ने बतया कि गायों को शेड की छाया में बांध रहे हैं। ठंडक बनाए रखने के लिए शेड के उपर बोरा डाला गया है। मवेशियों को छाया में ही दो-तीन बार नहलवाया जा रहा है। सुबह आठ बजे तक हमलोग अपने मवेशियों को खुली जगह से लाकर शेड में बांध दे रहे हैं। शहर में वैसी कम ही जगह है, जहां पेड़ के नीचे मवेशियों का बांधा जाए। भगवानपुर रोड में सीवों के पास बागीचा में कई मवेशी बंधे थे। फोटो- 22 अप्रैल भभुआ- 3 कैप्शन- भभुआ शहर के एकता चौक पर मंगलवार को धूप से बचने के लिए चुनरी बांध बाजार कर लौटतीं युवतियां।
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