Bihar Retired Teachers Federation Discusses Pension Issues in Online Meeting कटिहार : पुराने पेंशनरों के हित के विरुद्ध संघर्ष ही एकमात्र विकल्प, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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कटिहार : पुराने पेंशनरों के हित के विरुद्ध संघर्ष ही एकमात्र विकल्प

कटिहार, निज संवाददाता। फेडरेशन ऑफ़ रिटायर्ड यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ़ बिहार की

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरMon, 21 April 2025 05:44 PM
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कटिहार : पुराने पेंशनरों के हित के विरुद्ध संघर्ष ही एकमात्र विकल्प

कटिहार, निज संवाददाता। फेडरेशन ऑफ़ रिटायर्ड यूनिवर्सिटी एंड कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन ऑफ़ बिहार की ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया गया। जिसका नेतृत्व और संचालन संस्था की महासचिव प्रोफेसर चंदना झा ने किया। उन्होंने बताया कि बैठक में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं प्रोफेसर अशोक कुमार बर्मन, प्रोफेसर विजेंद्र प्रसाद सिंह,प्रोफ़ेसर जे एन शुक्ला,डॉक्टर सुभाष कुमार गांगुली सहित पटना विश्वविद्यालय रिटायर्ड टीचर्स एसोसिएशन ने अतिथियों के रूप में भाग लिया। 10 विश्वविद्यालय के रिटायर्ड टीचर्स ने बैठक में शिरकत की। बैठक की अध्यक्षता टीएमबीयू पेंशनर संघर्ष मंच के संयोजक प्रोफेसर पवन कुमार सिंह नेकी।विचार -विमर्श में कहा गया कि केंद्र और राज्य सरकार पेंशन योजनाओं पर खर्च होने वाली राशि को अनुत्पादक व्यय मानकर नीतियां निर्धारित कर रही है। विभिन्न स्रोतों से मिल रहे संकेतों से पता चल रहा है कि केंद्र सरकार प्रस्तावित आठवें वेतन आयोग के लाभ से पुराने पेंशनरों को वंचित करने की योजना पर काम कर रही है। वित्त मंत्री के मौखिक आश्वासन के बावजूद पेंशनरों के राष्ट्रीय नेतृत्व को लिखित रूप से वचन देने से इनकार किए जाने पर सरकार की मंशा संदेहास्पद है। सदस्यों ने कहा कि पुराने पेंशनरों के हित के विरुद्ध यदि सरकार कोई प्रक्रिया शुरू करती है तो संघर्ष का ही विकल्प रह जाएगा। उस स्थिति के लिए हमें तैयार रहना है। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारों के अधीन आने वाले विभिन्न सहधर्मी संगठनों के साथ तालमेल और समन्वय बनाने का काम शुरू किया जाना चाहिए। स्थानीय विश्वविद्यालय के स्तर पर पेंशनरों के साथ व्यापक रूप से अन्याय हो रहा है। इस समस्या के निदान के लिए स्थानीय साथियों के संघर्ष में प्रदेश नेतृत्व सक्रिय सहयोग करेगा। राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच चल रही रस्साकशी का खामियाजा अनावश्यक रूप से पेंशनरों को भुगतना पड़ रहा है। प्रदेश नेतृत्व इस मुद्दे को लेकर ट्रेजरी के माध्यम से सीधे पेंशनरों के खाते में पेंशन अनुदान को भेजने के लिए अभियान चलाएगा ताकि विश्वविद्यालय के शोषण से मुक्ति मिल सके। पेंशनरों को आयकर के दायरे से मुक्त करने की भी मांग करेगा। चिकित्सा भत्ता की राशि बढ़ती उम्र के साथ चिकित्सा में हो रहे खर्च को देखते हुए वृद्धि की मांग करेगा। बैठक का तकनीकी आयोजन प्रदेश उपाध्यक्ष प्रोफेसर प्रकाश कुमार मुंगेर विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। बैठक का सामंजन प्रोफेसर सिकंदर प्रसाद यादव कोषाध्यक्ष ने किया। धन्यवाद ज्ञापन महासचिव डॉक्टर झा ने किया।

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