बोले मुंगेर : मंदिर के आसपास की सड़कें हों दुरुस्त, लगाएं हाईमास्ट लाइट
मुंगेर में जैन समाज के लगभग 53 परिवार निवास करते हैं, जिनकी कुल जनसंख्या लगभग 300 है। यह समाज स्थानीय विकास और सामाजिक कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देता है, लेकिन अब तक उचित विकास नहीं हो पाया है।...
मुंगेर शहरी क्षेत्र के विभिन्न मोहल्लों में जैन समाज के लगभग 53 परिवार निवास करते हैं। जिले में जैन समाज की कुल जनसंख्या लगभग 300 है। इस समाज के लोग शहर के विकास एवं सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाते हैं। अनेक सदस्य प्रतिष्ठित पदों पर कार्यरत हैं और आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में इनकी अहम भूमिका रहती है। किंतु शहर के अलग-अलग मोहल्लों में रहने वाले जैन समाज के लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि मुंगेर का समुचित विकास अब तक नहीं हो सका है। सरकार को सर्वाधिक टैक्स देने वाला यह समाज आज अनेक समस्याओं से जूझ रहा है। इस समुदाय से जुड़े लोगों से हिन्दुस्तान से संवाद के दौरान अपनी समस्याएं बताईं। 19 सौ 37 में पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर और धर्मशाला का निर्माण
53 वार्डों में जैन समाज के परिवार निवास करते हैं जिले में
03 सौ के करीब है जिले में जैन समाज के लोगों की आबादी
जैन समुदाय प्रायः मध्यम और उच्च आय वर्ग से आता है, निम्न आय वर्ग के लोग अपवाद स्वरूप ही देखे जाते हैं। देश की अर्थव्यवस्था में इस समाज का योगदान लगभग 28 प्रतिशत है, जो कि इसकी जनसंख्या के अनुपात में अत्यधिक है। जैन समाज सेवा, दान धर्म और परोपकार में अग्रणी है। राष्ट्रवादी रुझानों के कारण इस समाज के अधिकांश लोग भारतीय जनता पार्टी के करीब हैं, लेकिन आजादी के तीन दशकों बाद तक यह समाज कांग्रेस से भी प्रमुखता से जुड़ा रहा। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाशचंद सेठी जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे, वहीं जनसंघ के कट्टर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री स्व. सुंदरलाल पटवा एवं वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेंद्र सकलेचा भी जैन समाज से थे और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते थे। वर्तमान में देश के गृह मंत्री अमित शाह भी गुजरात के श्वेतांबर जैन समाज से आते हैं।
जैन समाज राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण भागीदारी करता रहा है, लेकिन वर्तमान की संख्यात्मक राजनीति में इसकी सहभागिता सीमित होती जा रही है। राष्ट्रीय संस्कृति एवं ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा के लिए यह समाज सदैव हिंदू समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करता आया है। राम मंदिर आंदोलन में पहली शहादत देने वाले कोठारी बंधु जैन समाज से ही थे। बाबरी ढांचा मामले में न्यायिक लड़ाई लड़ने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन और उनके पुत्र विष्णु शंकर जैन भी जैन समाज से हैं। वर्तमान में ये ज्ञानवापी मस्जिद और कृष्ण जन्मभूमि मामलों में हिंदू पक्ष की ओर से पैरोकार हैं।
साक्षरता के मामले में भी है जैन समाज अग्रणी:
हार्वर्ड विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार जैन समाज में साक्षरता दर 99 प्रतिशत है। भारत के कुछ प्रमुख प्रकाशन संस्थान भी इसी समाज द्वारा संचालित किए जाते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी बैनेट एंड कोलमैन लिमिटेड का संचालन भी साहू श्रेयांस प्रसाद जैन के परिवार द्वारा किया जाता है। लेकिन, देश में महत्वपूर्ण उपस्थिति के बावजूद जैन समाज उपेक्षा का शिकार रहा है, जिस पर सरकारों को गहन चिंतन की आवश्यकता है।
मुंगेर और जैन समाज का इतिहास:
सन 1934 के विनाशकारी भूकंप के बाद, सन 1937 में मुंगेर बाजार क्षेत्र में समाज सेवा के उद्देश्य से पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर और धर्मशाला का निर्माण कराया गया। यह धर्मशाला आज मुंगेर की एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक विरासत बन चुकी है, जहां विवाह, श्राद्ध, लोक उत्सव व यात्रियों का प्रवास निरंतर चलता रहता है। यहां की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं, परंतु नगर निगम की उदासीनता के कारण अब तक इनका जीर्णोद्धार नहीं हो सका है। भवन के पूर्वी द्वार के निकट हाईमास्ट लाइट लगाने का प्रस्ताव भी वर्षों से लंबित पड़ा है। भाजपा नेता और बिहार राज्य दिगंबर जैन न्यास बोर्ड के पूर्व सदस्य राजेश जैन का कहना है कि, अधिकांश राज्यों में भगवान महावीर जयंती को शाकाहार दिवस के रूप में मनाया जाता है और उस दिन बूचड़खाने तथा मांस-मछली की दुकानें बंद रहती हैं। दुर्भाग्यवश, बिहार में ऐसा कोई प्रतिबंध या राजकीय अवकाश घोषित नहीं है। वहीं, अध्यक्ष दीपक जैन ने बताया कि, मुंगेर का प्राचीन नाम मोदगिरी एवं मुद्गलपुरी था। रामायण काल से इसका ऐतिहासिक महत्व रहा है। महाभारत काल में भगवान महावीर ने यहां से चम्पापुर (भागलपुर) की ओर प्रस्थान किया था, इसका उल्लेख प्राकृत जैन साहित्य में मिलता है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि मुंगेर, नाथनगर, लछुआड़ (जमुई), पावापुरी, राजगृह, गया और पारसनाथ (झारखंड) को रेल और हवाई सेवाओं से जोड़ा जाए।
समस्याएं:
1. जैन मंदिर के 50 मीटर के दायरे में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक नहीं है।
2. नालों की नियमित सफाई न होने से मच्छर व दुर्गंध की समस्या बनी रहती है।
3. टैक्स देने में अग्रणी होने के बावजूद सुविधाओं का अभाव।
4. हाईमास्ट लाइट खराब होने के कारण अंधकार और असुरक्षा का माहौल।
5. भगवान महावीर की जयंती के दिन भी शहर में खुलेआम मांस मछली की होती है बिक्री।
सुझाव:
1. जैन मंदिर के पास संचालित मांस की दुकानों पर रोक लगे।
2. नालों की नियमित सफाई और समय-समय पर दवा का छिड़काव हो।
3. सरकार में जैन समाज को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए।
4. सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था हेतु हाईमास्ट लाइट लगाई जाए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों।
5. मुंगेर में भगवान महावीर की जयंती दिवस को शाकाहारी दिवस घोषित किया जाए, बूचड़खाने बंद हों, मांस-मछली की बिक्री पर रोक लगे।
इनकी भी सुनें
जैन समाज को सरकार में किसी तरह की भागीदारी नहीं मिलती है। बिहार विधानसभा, परिषद, निगम बोर्ड, आयोग कहीं भी दृष्टिपात करें। इस समुदाय की भागीदारी नहीं दिखेगी अपवाद की बात अलग है।
- अजय जैन
मुंगेर के प्रसिद्ध जैन मंदिर के 50 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार के मांस मछली की बिक्री पर रोक नगर निगम द्वारा लगाने की आवश्यकता है।
- कविता जैन
स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाने सहित लिखित आवेदन देने के बावजूद मुंगेर के प्रसिद्ध जैन मंदिर के महज 5 कदम पर मीट और मुर्गा की दुकान चल रही है। नगर निगम इसे बंद करवाए।
- लोकेश जैन
बरसात के समय में सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है। पता ही नहीं चलता है कि सड़क में गड्ढे हैं। जलजमाव से अवागमन में परेशानी होती है। जनप्रतिनिधियों को समस्या का समाधान करना चाहिए।
- सुमन जैन
देश और समाज में अपने महत्वपूर्ण उपस्थिति करने के बाद भी यह समुदाय कहीं ना कहीं घोर उपेक्षा का शिकार है जिस पर सरकार को चिंतन करना चाहिए।
- रेणु जैन
जैन मंदिर व धर्मशाला के चारों तरफ सड़कें जर्जर हो चुकीं है। हाईमास्ट लाइट की भी व्यवस्था नहीं है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी आश्वासन तो मिलता है लेकिन काम नहीं हो पता है।
- पिंकी जैन
निजी विद्यालयों में कई तरह के अतिरिक्त शुल्क, देने पड़ते हैं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को इससे दिक्कत होती है।
- सोनी जैन
बिहार का ऐतिहासिक और संस्कृतिक रूप से समृद्धि मुंगेर जिला विकास की दौड़ में पिछड़ता जा रहा है। व्यापारिक गतिविधियों के साथ-साथ कमिश्नरी मुख्यालय होने के बावजूद शहर की सुरक्षा और बुनियादी कमीयों के कारण स्थानीय लोग गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
- परिचय प्रवीण
शहर में सुरक्षा के मद्देनजर रोशनी की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। एक तो शहर में सभी जगह हाईमास्ट लाइट नही लगाई गयी है, ऊपर से जो लगी है उनमें से भी कई खराब है।
- लोकेश जैन
शहर की सभी टूटी-फूटी सड़कों की समस्याओं पर ध्यान देकर समाधान निकालना चाहिए क्योंकि अभी हल्की सी बारिश में ही अभी सड़क पर पानी जमा होने से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
- विवेक जैन
जैन मंदिर व जैन धर्मशाला के चारों तरफ कि सड़क काफी जर्जर है। आसपास हाईमास्ट लाइट नहीं है। बिजली काटने के बाद और पूरा शहर अंधेरा हो जाता है। नगर निगम को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- प्रेमलता जैन
महावीर जयंती के दिन सरकार को राष्ट्रीय स्तर पर सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी घोषित करना चाहिए और महावीर जयंती के उपलक्ष्य में मास की दुकानें बंद होनी चाहिए।
- सुनीता जैन
जैन मंदिर का पुनर्निर्माण कराया जा रहा है। जैन धर्मशाला और मंदिर के आसपास की सड़कें पर हाईमास्ट लाइट नहीं है। मंदिर के सौ मीटर के दायरे में मीट की दुकानें नहीं होनी चाहिए।
- दीपक जैन
मुंगेर दुनिया भर में योगनगरी के लिए विख्यात है। लेकिन हमलोगों को सरकारी संरक्षण और सहायता नहीं प्राप्त हो रहा है। यदि सरकार समुचित ध्यान दे तो यहां का कायाकल्प हो जाएगा।
- अभिषेक जैन
हल्की हवा और बारिश में बिजली के तार टूट जाते हैं। इसके चलते घंटों बिजली आपूर्ति बाधित होती है। यदि बिजली के तार को अंडरग्राउंड कर दिया जाए तो समस्या से निजात मिल सकती है।
- राजीव जैन
भगवान महावीर जयंती के दिन प्रदेश के तमाम बूचड़ खाने एवं मीट की दुकानें बंद रहनी चाहिए। राजनैतिक दलों को भी गंभीरता से इस समाज को उचित प्रतिनिधित्व देने के बारे में सोचना चाहिए।
- राजेश जैन, बिहार राज्य दिगम्बर जैन न्यास बोर्ड के पूर्व सदस्य सह भाजपा नेता
बोले जिम्मेदार
मुंगेर शहर की मुख्य सड़कों का टेंडर हो चुका है। जल्द ही शहर की सभी सड़कों को निर्माण कार्य भी शुरू होने वाला है। शहर में जो भी हाईमास्ट लाइट खराब पड़ी है उन्हें भी चेक करवाकर ठीक जल्द ही करवा दी जाएंगी। जहां तक मीट और मछली की दुकान की बात है यह बोर्ड की बैठक में तय की जाएगी। हमारी बैठक कर जो निर्णय निकल कर सामने आएगा, उसे अमल में लाऊंगी।
- कुमकुम देवी, मेयर, मुंगेर नगर निगम
बोले मुंगेर असर
मुंगेर गोला रोड बाजार में बनेगी नाली
मुंगेर, एक संवाददाता। बोले मुंगेर अभियान के तहत बीते 5 फरवरी को मुंगेर के अनाज मंडी गोला रोड की दुर्दशा पर आपके अपने हिन्दुस्तान समाचार पत्र में छपी खबर का मुंगेर नगर निगम ने संज्ञान लिया है। नगर निगम ने वार्ड सदस्य से वहां की खराब सड़क एवं नाली के निर्माण का प्रस्ताव मांगा। प्रस्ताव आने पर उसके निर्माण के लिए इसे वर्तमान वित्तीय वर्ष के बजट में भी शामिल किया। इस संबंध में मुंगेर नगर निगम की महापौर कुमकुम देवी ने कहा कि शीघ्र मुंगेर की अनाज मंडी गोला रोड के दिन बहुरेंगे। उन्होंने कहा कि खराब सड़क से लोगों को निजात दिलाई जाएगी। इसके लिए नई सड़क का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही उसे रोड में क्षतिग्रस्त हो चुकी नाली का भी पुनर्निर्माण कराया जाएगा। मुंगेर नगर निगम मुंगेर के लोगों की समस्याओं का हल देने के लिए तत्पर है। हालांकि, अभी तक अनाज मंडी में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था में अभी तक सुधार नहीं हो सका है। उन्होंने इस संबंध में कहा था कि, शीघ्र ही सभी खराब पड़े स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर दिया जाएगा। लेकिन, 2 महीने बीतने के बाद भी अभी तक इस स्ट्रेट लाइट में सुधार नहीं हुआ है। इस संबंध में उन्होंने फिर कहा कि शीघ्र ही सभी स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त कर दिया जाएगा।
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