प्राथमिक विद्यालयों में अब पांच कमरे अनिवार्य
जिन स्कूलों में पांच से कम कमरे, चिह्नित करने में जुटा शिक्षा विभाग छात्र-छात्राओं के

भागलपुर, रवि कुमार / वरीय संवाददाता भागलपुर समेत बिहार के सभी जिलों के प्राथमिक विद्यालयों में अब पांच कमरों की अनिवार्य रूप से उपलब्धता कराई जाएगी। जिन स्कूलों में पांच से कम कमरे हैं, उनकी सूची शिक्षा विभाग की ओर से जुटाई जा रही है। इसके बाद पांच कमरों से कम कमरों वाले स्कूलों को चिह्नित करते हुए वहां भवनों का निर्माण कराया जाएगा। संभावना है कि मई के पहले सप्ताह तक ऐसे स्कूलों को चिह्नित करते हुए सभी जिलों से सूची तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद मई के ही अंतिम सप्ताह से वहां भवनों का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस बाबत शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भागलपुर समेत सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है। दरअसल, स्कूलों में भवन की कमी के कारण एक कमरे में दो से तीन कक्षा के बच्चों को एक साथ बैठा कर पढ़ाने की समस्या उजागर होने के बाद यह निर्णय लिया गया है।
तीनों अनुमंडलों में हैं कुल 856 प्राथमिक विद्यालय
जिला शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले के भागलपुर सदर, नवगछिया और कहलगांव तीनों अनुमंडलों में कुल प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 856 है। जिला शिक्षा विभाग की ओर से अब ऐसे स्कूलों को चिह्नित कर उनकी सूची बनाई जा रही है, जिनमें पांच से कम कमरे हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार वर्तमान में जिले में करीब तीन सौ प्राथमिक विद्यालयों में दो या तीन ही कमरे हैं। इन्हीं कमरों में बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ प्रधानाध्यापक समेत अन्य शिक्षकों के लिए कार्यालय भी है। जबकि सैकड़ों स्कूलों में स्टोर रूम और अन्य सामग्री के रख-रखाव के लिए भी इन्हीं कमरों का उपयोग किया जाता है। नतीजा यह होता है कि ऐसे में दो या दो से अधिक कक्षा के बच्चों के एक कमरे में बैठकर पढ़ना पड़ता है।
बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास के लिए खेल पर जोर
प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के लिए पांच कमरों की उपलब्धता के साथ-साथ छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय की भी व्यवस्था अनिवार्य की गई है। इसके अलावा बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए स्कूलों में खेल का मैदान तैयार करने को भी कहा गया है। दरअसल, राज्य मुख्यालय को भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, खगड़िया व अररिया समेत अन्य जिलों से भी लगातार विद्यालय में भवनों की कमी की शिकायत की जा रही थी। इन जिलों में ठंड के मौसम में भी बच्चों को पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ाए जाने की शिकायत मिली थी। वहीं अब छात्रों को बड़े पैमाने पर खेल प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने के लिए स्कूलों में खेल का मैदान बनाए जाने पर भी जोर दिया जाएगा।
अनुमंडल और प्राथमिक विद्यालय
अनुमंडल कुल प्रावि
नवगछिया 204
कहलगांव 317
भागलपुर 335
कोट-----
अब सभी प्राथमिक विद्यालयों में अनिवार्य रूप से पांच कमरे की उपलब्धता तय कराई जाएगी। इसके लिए कम कमरों वाले स्कूलों को चिह्नित किया जा रहा है। मई में भवन निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू होगी।
-राजकुमार शर्मा, डीईओ
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