साढ़े आठ माह बाद टीबी एंड चेस्ट टीबी विभाग को मिला चिकित्सक-शिक्षक
एक अगस्त से बिन चिकित्सक-शिक्षक के चल रहा था टीबी एंड चेस्ट विभाग डॉ. शांतनु

भागलपुर, वरीय संवाददाता साढ़े आठ माह के लंबे इंतजार के बाद जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के टीबी एंड चेस्ट विभाग को पहला चिकित्सक-शिक्षक मिला। 31 जुलाई 2024 को इस विभाग के इकलौते चिकित्सक-शिक्षक सह विभागाध्यक्ष डॉ. शांतनु कुमार घोष रिटायर हो गये थे। तब से ये विभाग बिन चिकित्सक-शिक्षक के चल रहा था। विभाग का प्रभारी अध्यक्ष मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अविलेश कुमार को बनाया गया था। वहीं विभाग में भर्ती टीबी एंड चेस्ट के बीमारों का इलाज विभाग में तैनात इकलौते सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह व विभाग के जूनियर डॉक्टरों के भरोसे रहा।
मंगलवार को एसोसिएट प्रोफेसर ने दिया योगदान, एचओडी भी बने
टीबी एंड चेस्ट विभाग के नए एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बीरेंद्र कुमार शर्मा मंगलवार को टीबी एंड चेस्ट विभाग पहुंचे। जहां मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर सह अध्यक्ष डॉ. अविलेश कुमार ने उन्हें योगदान कराया। इस मौके पर डॉ. अविलेश कुमार व मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजकमल चौधरी ने बुके देकर स्वागत किया। इस मौके पर विभाग के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह, हेल्थ मैनेजर वीरमनी समेत अन्य पीजी डॉक्टर मौजूद रहे। डॉ. अविलेश कुमार ने बताया कि प्राचार्य के लिखित आदेश के बाद ज्वाइन करने वाले डॉ. वीरेंद्र शर्मा ने एचओडी का भी पदभार संभाल लिया।
29 पद की तुलना में महज एक ही चिकित्सक शिक्षक
टीबी एंड चेस्ट विभाग में प्रोफेसर के चार पद, एसोसिएट प्रोफेसर के चार पद, असिस्टेंट प्रोफेसर के नौ पद व सीनियर रेजीडेंट के 12 पद स्वीकृत हैं। इस तरह के विभाग को कुल 29 चिकित्सक चाहिए, जिसकी तुलना में इस योगदान के बावजूद विभाग में महज एक ही चिकित्सक शिक्षक हैं। जबकि इस विभाग में दो सीट पर पीजी की पढ़ाई भी होती है।
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