Lack of Basic Amenities at Sarmera Bus Stand Causes Hardship for Passengers सरमेरा बस स्टैंड: पानी न यात्री शेड, प्याऊ से लोग बुझा रहे प्यास, Biharsharif Hindi News - Hindustan
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सरमेरा बस स्टैंड: पानी न यात्री शेड, प्याऊ से लोग बुझा रहे प्यास

सरमेरा बस स्टैंड: पानी न यात्री शेड, प्याऊ से लोग बुझा रहे प्यास सरमेरा बस स्टैंड: पानी न यात्री शेड, प्याऊ से लोग बुझा रहे प्यास

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफSat, 10 May 2025 11:01 PM
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सरमेरा बस स्टैंड: पानी न यात्री शेड, प्याऊ से लोग बुझा रहे प्यास

सरमेरा बस स्टैंड: पानी न यात्री शेड, प्याऊ से लोग बुझा रहे प्यास सरमेरा बस स्टैंड में बना शौचालय दो साल से बेकार बच्चों और महिलाओं को हो रही सबसे अधिक परेशानी पटना, बिहारशरीफ के अलावा मोकामा के लिए खुलती हैं 30 बसें फोटो : सरमेरा बस : सरमेरा बस पड़ाव के पास नए बने शौचालय में दो माह से लटका ताला। सरमेरा, निज संवाददाता। सरमेरा बस स्टैंड में यात्री सुविधाओं का अभाव है। बस स्टैंड में बना शौचालय दो साल से बेकार पड़ा हुआ है। काफी जर्जर हो चुका है। इस कारण यह उपयोग करने लायक नहीं है। इतना ही नहीं स्टैंड में पानी और यात्री शेड भी नहीं है।

भीषण गर्मी में पानी के लिए यात्रियों को भटकना पड़ रहा है। हालांकि, बस स्टैंड के पास नगर पंचायत प्रशासन ने लोगों के लिए प्याऊ लगाया है। उसी से यात्री अपनी प्यास बुझा रहे हैं। ये सब सुविधाएं नहीं रहने से सबसे अधिक परेशानी बच्चों और महिला यात्रियों को हो रही है। बिहारशरीफ जा रहे विमल कुमार सिंह, विजय प्रसाद सिंह व अन्य ने कहा कि जिला का यह सुदूरवर्ती इलाका है। लेकिन, सरमेरा नालंदा जिला को पटना और शेखपुरा जिलों को जोड़ता है। यहां से इन तीनों जिलों के लिए बसें व अन्य छोटे वाहन चलते हैं। रोजाना बस स्टैंड से 30 से अधिक छोटे-बड़े वाहन चलते हैं। नए शौचालय में भी दो माह से ताला : सरमेरा डाक बंगला परिसर में भी बस पड़ाव है। यहां जिला परिषद द्वारा सार्वजनिक शौचालय लगभग दो माह से बनकर तैयार है। लेकिन, वहां भी ठेकेदार द्वारा ताला लगा दिया गया है। इस कारण यात्रियों को इस शौचालय का भी लाभ नहीं मिल रहा है। शौचालय को नौ लाख 35 हजार 550 रुपए में बनाया गया है। उसपर पानी की टंकी लगायी गयी है। बावजूद, यात्री इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। पटना जा रहे विजय प्रसाद ने कहा कि बस पड़ावों में कम से कम पानी और शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि, यात्रियों को इसके लिए भटकना न पड़े। क्योंकि, शौचालय नहीं होने से महिला यात्रियों को अक्सर शर्मसार होना पड़ता है। पटना से आए चेरो के विपीन यादव ने बताया कि सुबह नौ बजे वे चले थे। दोपहर चार बजे के बाद सरमेरा बस पड़ाव पर उतरे। उन्होंने मूत्रालय खोजा तो स्टैंड में नहीं मिला। ऐसे में स्वच्छता अभियान प्रभावित होती है। महिलाओं को अधिक शर्मसार होना पड़ता है। पटना के लिए बस सेवा हो शुरू : ललन कुमार यादव, महेश प्रसाद समेत अन्य स्थानीय लोगों ने सरमेरा से पटना के लिए सीधे सरकारी बस सेवा शुरू करने की मांग की है। वहीं, बिहारशरीफ जा रही मालती देवी ने कहा कि इस बस स्टैंड में किसी तरह की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। लोगों को पानी के लिए भी भटकना पड़ रहा है। दोपहर में काफी मुश्किलों के बीच यात्री वाहनों का इंतजार करने को बाध्य हैं। इसका असर अप्रत्यक्ष रूप से यहां के बाजार व कारोबार पर भी पड़ता है।

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