बच्चों का निवाला गटकने वाले एचएम पर लगा 10.87 करोड़ का जुर्माना
बच्चों का निवाला गटकने वाले एचएम पर लगा 10.87 करोड़ का जुर्मानाबच्चों का निवाला गटकने वाले एचएम पर लगा 10.87 करोड़ का जुर्मानाबच्चों का निवाला गटकने वाले एचएम पर लगा 10.87 करोड़ का जुर्माना

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : बच्चों का निवाला गटकने वाले एचएम पर लगा 10.87 करोड़ का जुर्माना ढिठई यह कि जुर्माना की राशि 5 माह बाद भी नहीं करायी जमा महज 2 जिलों शिवहर व शेखपुरा के सभी एचएम ने जमा कराये दंड के रुपये राशि जमा नहीं करने वाले एचएम के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ ही एफआईआर कराने के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे डीईओ व डीपीओ फोटो : एमडीएम स्कूल : नालंदा के स्कूल में दोपहर का भोजन करते विद्यार्थी। (फाइल फोटो) बिहारशरीफ, कार्यालय संवाददाता। महज एक कप साधारण चाय की कीमत में सरकारी स्कूल के एक छात्र को भरपेट भोजन देने का प्रावधान है।
उसमें भी इतने ‘चूहे लगे हैं कि कुपोषण भगाने के योजना लक्ष्य को पाना मुश्किल साबित हो रहा है। ऐसे में एमडीएम (मिड डे मील) के माध्यम से बच्चों को दिया जाने वाला भोजन की कभी-कभार जांच करायी जाती है। गड़बड़ी मिलने पर निवाला गटकने वाले सूबेभर के 51 सौ से अधिक एचएम पर 10 करोड़ 87 लाख 81 हजार 433 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। मासूम बच्चों का निवाला गटकने वाले एचएम की ढिठई इतनी कि जुर्माना की राशि पांच माह बाद भी जमा नहीं करायी है। महज दो जिलों शिवहर व शेखपुरा के सभी एचएम ने दंड राशि जमा करा दी है। शेखपुरा के करीब पौने दो सौ शिक्षकों पर पांच लाख 37 हजार 468, तो शिवहर के 85 से अधिक एचएम पर 64 हजार 304 रुपया जुर्माना किया गया था। एक भी एफआईआर नहीं : विभाग ने जुर्माने की राशि जमा नहीं करने वालों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ ही एफआईआर कराने का आदेश दिसंबर 2024 में ही दिया था। लेकिन, 20 मई 2025 तक एक भी एचएम के विरुद्ध एफआईआर नहीं करायी गयी है। यह बात दीगर है कि 499 एचएम के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की रिपोर्ट की गयी है। जबकि, 608 एचएम ने डीईओ के यहां अपील दायर की है। नालंदा के 500 एचएम पर 26 लाख जुर्माना : नालंदा जिले के 500 से अधिक एचएम पर 26 लाख 12 हजार 61 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। उनमें से 25 लाख 68 हजार 829 रुपये जमा कराये गये हैं। जबकि, 43 हजार 232 रुपये जमा कराना अब भी शेष है। यहां 64 ऐसे एचएम हैं, जिन्होंने जुर्माने पर फिर से विचार करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के यहां गुहार लगायी है। जबकि, 42 शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की खानापूर्ति की गयी है। कितनी मिलती है राशि व चावल : पहली से पांचवीं के हर छात्र के लिए 100 ग्राम चावल के अलावा दाल, सब्जी, तेल, मसाला, नमक व जलावन के लिए 6.19 रुपये दिये जाते हैं। इसी तरह, वर्ग छह से आठ के प्रति छात्र के लिए 9.29 रुपये और 150 ग्राम चावल दिये जाने का प्रावधान है। अधिकारी बोले : 19 मई को एमडीएम में अनियमितता करने वालों के विरुद्ध लगाये गये जुर्माने की समीक्षा की गयी। चौकाने वाला तथ्य सामने आया कि अधिकतर एचएम ने जुर्माना के रुपये जमा नहीं कराये हैं। हद तो यह कि अब तक एक भी दोषी के विरुद्ध एफआईआर नहीं करायी गयी है। पांच माह पहले आदेश देने के बावजूद न तो जुर्माना की राशि वसूली गयी है और न ही की गयी अपील का निपटारा किया गया है। यह विभागीय आदेश की अवहेलना को दर्शाता है। शीघ्र राशि जमा नहीं करायी गयी तो इस बार डीईओ व डीपीओ के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। विनायक मिश्रा, निदेशक, एमडीएम
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