BPSC टीचर बनते ही गुरुजी भूले प्यार की पढ़ाई, दहेज मांगने की शिकायत शिक्षा विभाग पहुंची
दरभंगा में भी ऐसा मामला सामने आया है। इसमें डीईओ से लिखित शिकायत की गई है। वधु पक्ष् ने लड़के के स्कूल का नाम देते हुए कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में बताया गया है कि लड़का पहले प्राइवेट काम करता था। सरकारी नौकरी मिलने और अच्छा वेतन मिलते ही उनकी मांग मनमानी हो गई।

रिश्ता तय हुआ तब लड़का प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। लड़के के बीपीएससी की परीक्षा पास कर सरकारी शिक्षक बनते ही वर पक्ष के तेवर बदल गए दहेज की मांग कई गुना बढ़ा दी गई। इससे परेशान वधु पक्ष अब सीधे शिक्षा विभाग तक शिकायत कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। विभाग के पास विभिन्न जिलों से ऐसे शिकायती आवेदन पहुंच रहे हैं। मुजफ्फरपुर में बुधवार को एक पीड़ित वधु पक्ष जिला शिक्षा कार्यालय पहुंच गया।
समस्तीपुर निवासी वधु पक्ष ने विभाग के अधिकारियों से मिलकर बताया कि शादी तय हुई तब लड़का निजी कंपनी में काम करता था। उस समय जो बात तय हुई थी, वह हमने पूरा कर दिया है। इस बीच लड़के की शिक्षक की नौकरी लग गई। इसके चार महीने तक उन्हें आश्वस्त किया जाता रहा। बाद में मांग बढ़ा दी। इसमें असमर्थता जताने पर अब वर पक्ष शादी से इनकार कर रहा है। इससे हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा पर बन आई है। अधिकारियों ने उन्हें लिखित शिकायत देने की बात कहते हुए संबंधित शिक्षक को बुलाकर समझाने का आश्वासन दिया।
चूंकि यह मामला सामाजिक है, इसलिए पहले समझाने का प्रयास किया जाएगा। बात नहीं बनी तो नियमानुसार कार्रवाई भी हो सकती है। मुजफ्फरपुर ही नहीं, दरभंगा, सीतामढ़ी में भी ऐसे शिक्षकों के विरुद्ध अधिकारियों के पास लड़की वालों की शिकायतें पहुंची हैं। ऐसे आवेदन वायरल भी हो रहे हैं। वधु पक्ष विभागीय अधिकारियों से दहेज की मांग करना अपराध होने का हवाला देते हुए संबंधित पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर, अधिकारी उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं कि ऐसे शिक्षक की नौकरी भी जा सकती है।
पहले प्राइवेट नौकरी थी, अब सरकारी है, वेतन भी 50 हजार
दरभंगा में भी ऐसा मामला सामने आया है। इसमें डीईओ से लिखित शिकायत की गई है। वधु पक्ष् ने लड़के के स्कूल का नाम देते हुए कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में बताया गया है कि लड़का पहले प्राइवेट काम करता था। सरकारी नौकरी मिलने और अच्छा वेतन मिलते ही उनकी मांग मनमानी हो गई। शिक्षा विभाग के कर्मियों ने बताया कि नए योगदान देने वाले कई शिक्षकों के विरुद्ध ऐसी शिकायतें आ रही हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी, अजय कुमार सिंह ने कहा कि नौकरी के समय ही शपथ पत्र लिया जाता है कि न दहेज लेंगे न देंगे। इस तरह की शिकायत पर जांच कराई जाएगी। आरोप सत्य पाये जाने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।