चिराग को अभी बिहार आने की जरूरत नहीं; रामदास आठवले की पार्टी नहीं लड़ेगी चुनाव
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को अभी बिहार में आने की जरूरत नहीं है। अभी वे केंद्र में ठीक हैं।

बिहार फर्स्ट, बिहार फर्स्ट का नारा देकर बिहार की राजनीति में ज्यादा प्यार जताने वाले लोजपा आरवी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को लेकर उनके कैबिनेट सहयोगी रामदास आठवले ने बड़ा बयान दिया है। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को अभी बिहार में आने की जरूरत नहीं है। अभी वे केंद्र में ठीक हैं। विधानसभा चुनाव के बाद बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी।
आठवले ने कहा है कि उनकी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, आरपीआई बिहार में अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी लेकिन एनडीए के समर्थन में चुनाव प्रचार जरूर करेंगे। श्री अठावले गुरुवार को एक दिवसीय बिहार दौरे पर पहुंचने के बाद राजकीय अतिथिशाला में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बोधगया स्थित बौद्ध मंदिर ट्रस्ट को बौद्धिष्ट जनों को सौंपने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि उसी परिसर में भगवान शिवजी की पूजा की जा रही है, जो दूसरे स्थान पर भी हो सकती है। प्रेस कांफ्रेंस के बाद श्री अठावले एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुंगेर रवाना हो गए। बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी दलों ने अपनी सक्रियता राज्य में बढ़ा दी हैं। पीएम नरेंद्र मोदी और लोकसभा में नेता विरोधि दल राहुल गांधी नए साल में कई बार बिहार का दौरा कर चुके हैं।
दरअसल चिराग पासवान का बिहार प्रेम इन दिनों सियासी परवान पर है। कई चर्चाओं में चिराग पासवान ने कहा कि उनकी राजनीति का मकसद बिहार की सेवा है। भले हीं केंद्र में मंत्री हैं पर बिहार में लौटकर काम करना चाहते हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए लेकिन, सीएम पद को लेकर कहा कि किसी पद की कोई लालसा नहीं है। पार्टी के नेताओं ने पटना में चिराग को सीएम के रूप में चित्रित करते हुए पोेस्टर भी लगाए थे। इस सवाल पूछने पर आठवले ने जवाब दिया।
पिछले दिनों पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में चिराग पासवान के समर्थकों ने बिहार में एनडीए में रहते हुए अपनी अलग पहचान बनाकर चुनाव लड़ने की मांग की। चिराग पासवान ने नीतीश कुमार से उनके आवास पर जाकर भी मुलाकात की थी। लेकिन, निकले तो उनका चेहरा सामान्य नहीं दिख रहा था। कुछ देर बाद कहा था कि एनडीए में सीएम पद की कोई वैकेंसी नहीं है।