Investigation of Gas Stoves in Anganwadi Centers Delay in Report Submission आगंनबाड़ी केंद्रों के गैस चूल्हे की जांच रिपोर्ट का इंतजार, Buxar Hindi News - Hindustan
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आगंनबाड़ी केंद्रों के गैस चूल्हे की जांच रिपोर्ट का इंतजार

बक्सर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गैस चूल्हों की जांच 17 अप्रैल को हुई थी। डीएम अंशुल अग्रवाल ने अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा, लेकिन अब तक रिपोर्ट नहीं आई है। पहले लकड़ी से खाना पकाने में...

Newswrap हिन्दुस्तान, बक्सरWed, 23 April 2025 09:12 PM
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आगंनबाड़ी केंद्रों के गैस चूल्हे की जांच रिपोर्ट का इंतजार

पेज चार के लिए ---------- चर्चा पिछले 17 अप्रैल को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुआ था जांच विभागीय निर्देश पर डीएम ने अधिकारियों को सौंपा था जांच का जिम्मा बक्सर, हमारे संवाददाता। जिले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रयोग होने वाले गैस चूल्हा की मानकता की जांच पिछले 17 अप्रैल को करायी गई थी। यह जांच विभागीय आदेश के तहत डीएम अंशुल अग्रवाल ने जिले के अधिकारियों के माध्यम से कराया था। परंतु अब तक इसकी पूरी रिपोर्ट जिला मुख्यालय को नहीं सौंपी गई है। सभी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे है। बता दें कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पूर्व में लकड़ी या उपला के माध्यम से आहार बनता था जो इसमें पढ़ने वाले छोटे बच्चों को दिया था। लकड़ी या उपला पर आहार बनाने के दौरान निकलने वाले धुआं से छोटे बच्चों को परेशानी होती थी। इसे देखते हुए सरकार ने धुआं रहित ईंधन का प्रयोग का निर्देश दिया था। इसी के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में गैस चूल्हा और एलपीजी दिया गया। इसेक लिए समुचित राशि उपलब्ध करायी गई। ताकि अब आहार का निर्माण एलपीजी के माध्यम से तैयार किया जाए। विभाग के निर्देश पर डीएम ने अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा है। जिसमें एलपीजी गैस कनेक्शन, चूल्हा क्रय व गैस रिफिलिंग से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध करानी है। गैस चूल्हे में इस बात का ध्यान रखना है कि वह आईएसआई मार्क का है या नहीं। जांच के दौरान जिया टैग फोटो भी जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराना है। वहीं विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर आईएसआई मार्क के चूल्हे नहीं पाये गये है। हालांकि इस दौरान आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना था कि यह चूल्हा संबंधित प्रखंड आईसीडीएस कार्यालय से उपलब्ध कराया गया है। वहीं प्रखंड के अधिकारियों का कहना है कि प्रखंड आईसीडीएस कार्यालय ने राशि उपलब्ध करा दी थी। सेविकाओं ने अपनी मर्जी से चूल्हा खरीदा है। वहीं दूसरी ओर जांच अधिकारियों ने दोनों पक्षों का बयान रिकार्ड कर लिया है। इस कारण मामला पेंच में फंस गया है। क्या कहते हैं अधिकारी निरीक्षण व अनुपालन कोषांग, नोडल पदाधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि अभी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है।

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