Flood and Drought Preparedness Intensified in Chapra Administrative Measures in Place बाढ़ व सुखाड़ से निपटने के लिए आपदा विभाग अलर्ट, Chapra Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsChapra NewsFlood and Drought Preparedness Intensified in Chapra Administrative Measures in Place

बाढ़ व सुखाड़ से निपटने के लिए आपदा विभाग अलर्ट

मुकम्मल करने का टास्क न्यूमेरिक 03 अनुमंडल हैं सारण जिले में छपरा, नगर प्रतिनिधि।संभावित बाढ़- सुखाड़ से निबटने के लिये प्रशासनिक कवायद तेज कर दी गयी है। आपदा विभाग को अलर्ट मोड में किया गया है। जान-...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराTue, 20 May 2025 09:31 PM
share Share
Follow Us on
बाढ़ व सुखाड़ से निपटने के लिए आपदा विभाग अलर्ट

छपरा, नगर प्रतिनिधि।संभावित बाढ़- सुखाड़ से निबटने के लिये प्रशासनिक कवायद तेज कर दी गयी है। आपदा विभाग को अलर्ट मोड में किया गया है। जान- माल की क्षति न हो, इसके लिए अभी से ही सभी प्रबंध किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को जिलाधिकारी अमन समीर ने अपने कार्यालय कक्ष में बाढ़ व सुखाड़ के दृष्टिकोण से आपदा प्रबंधन को लेकर की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। सभी संबंधित विभागों को आपदा प्रबंधन के लिये निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित करने व 15 जून तक सभी तैयारी को मुकम्मल करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी।।

बाढ़ आपदा के दृष्टिकोण से चिन्हित बाढ़ राहत आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई स्थल, पशु आश्रय स्थल का निरीक्षण कर संचालन के लिये टीम का गठन कर तैयारी रखने का निर्देश दिया गया। ऐसी बाढ़ प्रभावित पंचायत जहां से स्वास्थ्य केंद्र अधिक दूरी पर है, वहां अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र के संचालन के लिये उपयुक्त स्थल चिन्हित कर तैयारी रखने का टास्क सौंपा गया। सभी बाढ़ प्रभावित अंचलों के एमओआईसी व अंचलाधिकारी बैठक कर बोट एम्बुलेंस की आवश्यकता का आकलन कर तैयारी सुनिश्चित करेंगे। सभी बाढ़ प्रभावित पंचायतों में गर्भवती महिलाओं, दिव्यांगजन व 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों की सूची 15 जून तक तैयार कर उपलब्ध कराने व सभी आवश्यक मानव और पशु दवा का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध रखने की हिदायत दी गयी। पशु चारे की व्यवस्था के लिये दर और आपूर्तिकर्ता को निर्धारित रखने के साथ-साथ बाढ़ आपदा की स्थिति में पशु मोबाइल चिकित्सा वैन रखने के लिये उपयुक्त स्थल चिन्हित करने को कहा गया। सभी बाढ़ प्रभावित पंचायतों,वार्डों के परिवारों के आंकड़े की अद्यतन प्रविष्टि आपदा संपूत्र्ति पोर्टल पर सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गयी। अभी की स्थिति के अनुरूप आंकड़े को अपडेट करने का निर्देश दिया गया। बाढ़, कटाव निरोधी कार्यों के लिये आवश्यक सामग्री के भंडारण स्थल की सूची उपलब्ध कराने का काम सौंपा गया। । कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण द्वारा बताया गया कि वत्र्तमान में 10 स्थलों पर बाढ़ निरोधी कार्य किये जा रहे हैं, जिसे इस माह के अंत तक पूरा करने को कहा गया। सभी तटबंधों का भौतिक निरीक्षण बाढ़ नियंत्रण के अभियंता व संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी संयुक्त रूप से करेंगे। तटबंधों की निगरानी के लिये नामित स्थानीय व्यक्ति की सूची मोबाइल नंबर के साथ उपलब्ध करानी है। सभी स्लुइस गेट की क्रियाशीलता की जांच सुनिश्चित करने व पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता को सभी सड़कों में निर्मित पुल,पुलिया की सफाई कराकर स्पष्ट रिपोर्ट भी देनी है। गर्मी में पेयजल की समस्या नहीं हो, इसके लिये सभी पंचायत व निगम स्तरीय जनप्रतिनिधियों से बात कर खराब चापाकलों की जानकारी प्राप्त कर इसकी तत्काल मरम्मत सुनिश्चित भी कराना है। जिन पंचायतों का भूगर्भ जलस्तर 20 फ़ीट से नीचे है, वहां विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया। बैठक में उपविकास आयुक्त, नगर आयुक्त, सिविल सर्जन, आपदा शाखा प्रभारी, विभिन्न संबंधित विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। इनसेट बाढ़ व सुखाड़ की तैयारियों के बारे में सीएम ने डीएम-एसपी से ली जानकारी छपरा, नगर प्रतिनिधि। संभावित बाढ़ व सुखाड़ की पूर्व तैयारियों की समीक्षा सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को की। समीक्षा के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी अमन समीर व पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष जुड़े थे। बिहार मौसम सेवा केन्द्र के पूर्वानुमान में बताया गया है कि इस वर्ष जून से सितंबर की अवधि में राज्य में सामान्य वर्षापात होने की संभावना है। जिलाधिकारी ने बताया कि मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार संभावित बाढ़ व सुखाड़ के पूर्व सभी आवश्यक तैयारी की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से कहा कि राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। राज्य सरकार बाढ़ व सुखाड़ की स्थिति में प्रभावितों को हरसंभव मदद करनी है, इसे ध्यान में रखते हुए सभी संबद्ध विभागों और अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। सभी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत, नदी के तटबंधों की सुरक्षा की पूरी तैयारी, बाढ़ की स्थिति में लोगों के इलाज के लिए आवश्यक व्यवस्था, पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था व फसल क्षति की स्थिति में किसानों को सहायता देने की पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया गया। । आपदा प्रबंधन विभाग को लगातार तैयारियों की मॉनिटरिंग भी करनी है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।