पलायन पर कांग्रेस को बोलने का हक नहीं; कन्हैया की नौकरी वाली यात्रा पर जेडीयू ने दिखाया आइना
कांग्रेस की नौकरी दो, पलायन रोको यात्रा पर कटाक्ष करते हुए जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि बिहार से सारा पलायन 1990 के दशक में हुआ है, विपक्ष को इस विषय पर बोलने का हक नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी संख्या में युवाओं को बिहार में नौकरी और रोजगार दिए हैं।

बिहार चुनाव क मद्देनजर कांग्रेस और एनएसयूआई ने पश्चिमी चंपारण से रविवार को नौकरी दो, पलायन रोको यात्रा का आगाज किया है। जिसकी अगुवाई NSUI के प्रभारी कन्हैया कुमार कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होने कहा कि यह सच्चाई है कि बिहार का सबसे बड़ा दंश पलायन है। इसलिए बिहार के नौजवानों ने तय किया है, कि अब बेरोजगार नौजवानों का मुद्दा सबसे ऊपर होना चाहिए। हम लोग ये पदयात्रा निकाल रहे हैं। वहीं कांग्रेस की इस यात्रा पर जेडीयू ने तंज कसा है।
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कांग्रेस की नौकरी दो, पलायन रोको यात्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार से सारा पलायन 1990 के दशक में हुआ है, विपक्ष को इस विषय पर बोलने का हक नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी संख्या में युवाओं को बिहार में नौकरी और रोजगार दिए हैं। ऐसे में विपक्ष दल आरजेडी और कांग्रेस को बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
इससे पहले यात्रा के दौरान बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने कहा कि आज जो बिहार की समस्याएं हैं, उसपर बात नहीं होती, भर्ती क्यों रुकी हुई है? बिहार में शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य को सुधारने की बात नहीं होती है। हम इस यात्रा के जरिए जनता की आवाज बनकर सरकार से सवाल पूछने का काम करेंगे। आपको बता दें चंपारण से शुरू हुई यात्रा का समापन पटना में होगा। जिस तरह तेजस्वी युवाओं और बेरोजगारी के मुद्दे पर आक्रामक रूख अपनाए हुए हैं, उसी तक कांग्रेस भी उसी ट्रैक पर चलती दिख रही है।