दरभंगा में जहरीली शराब से मौत? मृतक की पत्नी बोली- पीने से बिगड़ी थी तबीयत
- अचानक तबीयत बिगड़ने पर पहले गांव में इलाज कराया गया लेकिन सुधार नहीं होने पर बीते छह अप्रैल को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। पत्नी ने बताया कि पति ने छह अप्रैल को शराब पी थी।

बिहार में फिर जहरीली शराब के कहर का समचार है। दरभंगा में एक बुजुर्ग की मौत का कारण जहरीली शराब का सेवन बताया जा रहा है। जिले के कमतौल थाना क्षेत्र के लवकी पोखर मधुपुर गांव निवासी गांगो दास की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई है। आशंका है कि गांगो की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
मृतक के परिजनों के अनुसार, अचानक तबीयत बिगड़ने पर पहले गांव में इलाज कराया गया लेकिन सुधार नहीं होने पर बीते छह अप्रैल को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी अनिता देवी ने डीएमसीएच में बताया कि मेरे पति ने छह अप्रैल को शराब पी थी। थोड़ी देर बाद उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। पहले गांव में इलाज कराया गया। तबीयत में सुधार नहीं होता देख उन्हें डीएमसीएच में भर्ती कराया गया
मंगलवार को उनकी मौत हो गई। इस मामले में एसएसपी जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि मृतक के परिजनों ने जहरीली शराब पीने से मौत की बात बताई है। शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल पाएगा किस परिस्थिति में उसकी मौत हुई। फिलहाल पुलिस की पड़ताल जारी है।
इस घटना से पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए जा हैं कि जब पूर्ण शराबबंदी लागू है तो शराब बिहार तक कैसे पहुंच रही है। कई लोगों का आरोप है कि पुलिस शराब धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है। इसी से उन लोगों का मन इतना बढ़ गया है कि कारोबाद बंद नहीं कर रहे। उल्टे अक्सर पुलिस टीम पर हमले की घटनाएं होती रहती हैं। इन घटनाओं से भी पुलिस सीख नहीं लेती है। बिहार में 2016 से ही शराबबंदी कानून लागू है।