48 घंटे बाद भी नहीं मिले डूबे बच्चे, कोसी में डूबती बहन को बचाने कूदा था भाई; दोनों बह गए
कोसी नदी में सोमवार बहे भाई-बहन का दूसरे दिन भी पता नहीं लग सका है। एसडीआरएफ की तलाश जारी है। घर के पास खेल रही दीपाजंलि कुमारी गलती से बगल से गुजर रहे कोसी नदी में लुढ़क गई थी। चचेरा भाई रितिक कुमार भी उसे बचाने के लिए नदी में कूद पड़ा। लेकिन दोनों भाई- बहन नदी की तेज धारा में लापता हो गए।

खगड़िया जिले के बेलदौर में कोसी नदी में लापता चचेरे भाई-बहन का पता मंगलवार को दूसरे दिन भी नहीं चल सका है। बच्चों की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम दूसरे दिन भी सुबह से घटनास्थल से लेकर बीपी मंडल पुल उसराहा के पूरब तक तलाशी की, लेकिन कोई अता-पता नहीं चल पाया है। आपको बता दें सोमवार को तेलिहार पंचायत के गाइड बांध के निकट अपने घर के निकट खेल रहे दिलचंद चौधरी की सात वर्षीया पुत्री दीपाजंलि कुमारी गलती से बगल से गुजर रहे कोसी नदी में लुढ़क गई थी
उसे डूबते देख साथ खेल रहे उसके 8 वर्षीय चचेरे भाई दुलारचंद चौधरी का पुत्र रितिक कुमार भी उसे बचाने के लिए कोसी नदी में कूद पड़ा। लेकिन दोनों भाई- बहन नदी की तेज धारा में लापता हो गए। घटना के बाद दीपांजलि की मां सुखनी देवी एवं रितिक की मां जूली देवी का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है। जिसे आसपास के लोग सांत्वना दे रहे हैं।
बेलदौर के सीओ अमित कुमार व थानाध्यक्ष परशुराम सिंह ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। उन्होने बताया कि एसडीआरएफ की टीम द्वारा नदी में लापता भाई-बहन की खोज की जा रही है। गोताखोर भी तलाश में जुटे हैं। लेकिन अभी तक दोनों का कोई पता नहीं चल सका है।