सुदामा चरित्र की कथा व झांकी के साथ महायज्ञ का हुआ समापन
फूलों की होली का किया गया आयोजन,भक्ति रस की हुई बारिशमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का समापन सुदामा चरित्र की कथा व सुंदर झांकी के साथ सम्पन्न हो गई। इस अवसर पर कथावाचक डॉ.रामाशंकर नाथ दास जी महाराज ने...

हथुआ,एक संवाददाता स्थानीय प्रखंड के कांधगोपी गांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का समापन सुदामा चरित्र की कथा व सुंदर झांकी के साथ सम्पन्न हो गई। इस अवसर पर कथावाचक डॉ.रामाशंकर नाथ दास जी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण अपने बाल सखा के दुख को दूर करने के लिए खुद नंगे पांव दौड़ कर राज महल से बाहर आ गए और अपने बाल मित्र सुदामा जी को गले लगा कर महल में ले गए और अपने आसन पर बैठा लिए। उन्होंने आगे कहा कि भगवान पर सच्चे मन से आस्था व विश्वास रखने से भगवान सबकी सुनते हैं और सबका कल्याण करते हैं। जिस प्रकार से भगवान ने सुदामा जी के दुखों को दूर कर दिए ठीक उसी प्रकार सबका दुख दूर कर देंगे बस जरूरत है ठाकुर जी पर पूर्ण भरोसा करने की। इस अवसर पर ब्रज के फूलों की होली का आयोजन किया गया। मौके पर भाजपा नेता सुनील सिंह कुशवाहा,मुख्य यजमान राधाकृष्ण सिंह,सुजीत सिंह के अलावे बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
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