Water Supply Crisis in Mananpur Market Residents Struggle Without Tap Water लाखों खर्च के बाद भी मननपुर बाजार में नहीं मिल रहा नल का जल , Lakhisarai Hindi News - Hindustan
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लाखों खर्च के बाद भी मननपुर बाजार में नहीं मिल रहा नल का जल

लाखों खर्च के बाद भी मननपुर बाजार में नहीं मिल रहा नल का जल

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीसरायThu, 24 April 2025 02:07 AM
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लाखों खर्च के बाद भी मननपुर बाजार में नहीं मिल रहा नल का जल

प्रकाश मंडल, चानन। चानन प्रखंड के प्रमुख मार्केट मननपुर बाजार में हर घर नल जल योजना का लाभ नहीं मिल सका है। नतीजन यहां के लोगों को अब भी कुंआ या फिर निजी चापाकल के सहारे रहना पड़ रहा है। बाजार आए लोगों को पानी के लिए परेाान होना पड़ता है। इटौन पंचायत के वार्ड न.08 एवं 09 में मननपुर बाजार पड़ता है। यहां हर घर नल जल का काम नहीं हो सका, क्योंकि एक दाक पहल लाखों की लागत से इटौन में पी.एच.ई.डी विभाग द्वारा जलापूर्ति को लेकर जलमीनार बनाया गया था। लेकिन जलमीनार पानी देने में पूरी तरह अक्षम है। आयरन मुक्त मिनी जलापूर्ति योजना पर लाखों रूपये खर्च किए गए, जो महज शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। बाजार में लगे सरकारी चापाकल की स्थिति भी ठीक नहीं है। इटौन रोड में एक सरकारी चापाकल है, जो पानी देने में अक्षम साबित हो रहे है। जिस वजह से लोगों को अब भी कुंआ व चापाकल के सहारे रहना पड़ रहा है। मननपुर बाजार में इटौन में लगे जलमीनार से पानी सप्लाई होना था, लेकिन पिछले 10 वर्षो से लोग आस लगाए बैठे हैं कि अब घरों तक पानी आएगा, लेकिन सिर्फ छलावा हुआ। चुनाव के मौके पर भी लोग आए और कह गए कि बाजार में मोटका चापाकल गांव मोहल्ले में दे देंगे या पानी की अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे लेकिन अब तक कोई देखने को नहीं आया है। गर्मी के दिनों में बाजार आए लोगों को बोतल बंद पानी लेकर गुजारा करना पड़ता है। जलमीनार से नियमित जलापूर्ति के लिए कई बार पंचायत प्रतिनिधि से लेकर आमलोंगों द्वारा जिले के हुक्मरानों से शिकायत की गई, लेकिन किसी ने अब तक सुध नहीं ली। संवदेक ओर विभागीय लापरवाही से लोगों को शुद्व जल नहीं मिल पा रहा है। इटौन के साथ ही मननपुर बाजार में भी पानी सप्लाई जलमीनार से होना था। पानी सप्लाई के लिए मेन रूट में पाइप बिछाया गया, घरों में टोंटी भी लगाया गया। लेकिन पानी कभी मिला ही नहीं । पानी सप्लाई नहीं होने से बाजार आए लोगों को पानी के लिए चापाकल या फिर बोतल बंद पानी खरीद कर पीना पड़ता है। प्रखंड का इकलौता मार्केट होने के कारण यहां रोजना 20-25 हजार लोगों का आना जाना लगा रहता है। मननपुर बाजार के वार्ड नं.08 एवं 09 के लोगों को पानी के लिए काफी जददोजहद करना पड़ता है। विभाग दावा कर रही है कि हर जगह पानी सप्लाई हो रहे है। लेकिन विभागीय दावे की पोल इटौन में बने मनी जलापूर्ति योजना खोलने के लिए काफी है। नाले से पानी नहीं चलने के कारण घरों तक पहुंचाये गए पानी की पाइप यू घरों की शोभा बढ़ा रही है। इटौन में जलमीनार रहने से सी.एम के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार हर घर नल जल योजना का लाभ भी वार्ड के लोगों को नहीं मिल सका है। जलमीनार से इटौन के अलावा मननपुर बाजार में पानी सप्लाई किया जाना था, जिस वजह से आधा दर्जन से ज्यादा वार्ड में हर घर नल जल का लाभ मिला ही नहीं । विभागीय अधिकारी खुलकर कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। इसके दो वजह माना जा सकते है। एक यह कि विभाग के अधीनस्थ कर्मी ही विभाग को गुमराह कर रहे है, दूसरा यह कि शिकायत के बाद भी अब तक वरीय अधिकारी द्वारा कोई ठोस एकशन नहीं लिया गया। चानन बीडीओ प्रिया कुमारी ने कहा कि इटौन में बने जलापूर्ति योजना का लाभ नहीं मिलने की जानकारी मिली है। जलापूर्ति योजना को चालू कराने के लिए विभागीय अधिकारी को कहा गया है। पानी की किल्लत किसी को होने हो सका खास ख्याल रखा जा रहा है। पंचायत मुखिया याोदा देवी ने कहा कि इटौन में जलमीनार योजना पूरी तरह फलॉप है। इस योजना का वृहत जांच होना चाहिए। संवदेक व अधिकारी के मिली भगत से लोगों को शुद्व पानी नहीं मिल पा रहा है। महादलित टोला में बसे लोग गंदे और आयरनयुक्त पानी पी रहे है। इटौन निवासी मनोहर राय ने कहा कि संवेदक के लापरवाही से लाखों की लागत से बनी जलमीनार खुद प्यासा है। जिम्मेदार अधिकारी को स्थलीय जांच कर कार्रवाई करना चाहिए। स्थापना काल से ही जलमीनार कायदे से नहीं चला है। युवा नेता सनोज कुमार साव ने कहा कि विभागीय अधिकारी द्वारा भौतिक मुआयना नहीं किए जाने से, जलापूर्ति योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में जलमीनार से पानी निकलना मुमकिन नहीं है। गृहणी कुमकुम कुमारी ने कहा कि पेयजल आपूर्ति योजना को दुरूस्त कराने में विभाग पूरी तरह अक्षम साबित हो रहे है। लोगों को शुद्व पानी मिले इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी वेपरवाह बने हुए है। दुकानदार राजपति महतो ने कहा कि लाखों रूपये की लागत से बना जलमीनार खुद प्यासा है। ऐसे में घरों तक पानी पहुंचना कतई संभव नहीं है। वर्तमान में पांच हजार से ज्यादा की आबादी निजी चापाकल व कुंआ के सहारे प्यास बुझा रही है। हुक्मरानों की इसकी चिंता नहीं है। वोट के सौदागर भी अनजान बने हुए है। मननपुर बाजार निवासी संजय सुमन ने कहा कि मिनी जलापूर्ति योजना का लाभ बाजार के लोगों को नहीं मिल रहा है। जलमीनार बंद रहने से लोगों को आयरनयुक्त पानी पीना पड़ रहा है। जिससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। गृहणी मुनी देवी ने कहा कि हमलोगों को इस हाईटेक युग में भी चापाकल का पानी पीना पड़ता है। मिनी जलमीनार के संवेदक द्वारा घर तक पाइप पहुंचा दिया गया, परन्तु पानी कभी मिला ही नहीं।

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