दस दिवसीय भागवत कथा में श्रद्धालुओं का तांता
ग्वालपाड़ा के मधुराम प्लस टू विद्यालय मैदान में 10 दिवसीय भागवत कथा का आयोजन किया गया है। वृंदावन के संत श्री नारायण दास देवाचार्य जी महाराज ने भागवत पुराण के महत्व पर प्रकाश डाला। कथा में भगवान श्री...

ग्वालपाड़ा, निज प्रतिनिधि। प्रखंड मुख्यालय स्थित मधुराम प्लस टू विद्यालय मैदान में सनातन भागवत परिवार के सौजन्य से आयोजित दस दिवसीय भागवत कथा में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। प्रतिदिन विद्यालय अवधि के बाद शाम चार बजे कथा आरंभ होता है। तकरीबन दस बजे रात तक कार्यक्रम जारी रहता है। कथा में भागवत पुराण का जिक्र करते हुए वृंदावन के जगतगुरु सरल संत श्री नारायण दास देवाचार्य जी महाराज ने कहा कि भागवत पुराण सनातन धर्म के 18 पुराणों में सबसे प्रमुख है। भागवत पुराण में भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और कर्म का रोचक वर्णन किया गया है। भगवान विष्णु के अवतारों में भगवान श्री कृष्ण का स्थान सबसे प्रमुख है। दशम स्कंध में भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाएं, रासलीला और अन्य लीलाओं का उल्लेख किया गया है। कथा के श्रवण से आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है और वैराग्य का भाव उत्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि महाराज परीक्षित ने जिज्ञासा की शांति के लिए भगवान सुकदेव से कई सवाल किए थे। उन सवालों के जवाब में ही भागवत कथा का सार समाया हुआ है। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण को महान कर्मयोगी करार देते हुए कहा कि वे प्रेम और समर्पण के पर्याय माने जाते हैं। भागवत कथा जीवन की कठिनाइयों को हंसते हुए पार कर मोक्ष को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करता है। कार्यक्रम में पंडित अमरजीत शास्त्री, पुर्नेश्वरी लीला देवी, प्रकाश बाबा, ललन बाबा, प्रणव बाबा, चंदन बाबा, अरविंद बाबा और मुरारी पांडे और ग्रामीण चन्देश्वरी यादव श्रद्धालु की सेवा में तत्पर नजर आए। कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु स्त्री - पुरुष शामिल थे।
फोटो कैप्शन - भागवत कथा सुनाते वृंदावन के चर्चित संत श्री नारायण बाबा
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