सिपाही भर्ती की तिथि बढ़ने से युवाओं में जोश, खूब कर रहे प्रैक्टिस
बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती की अंतिम तिथि बढ़ाकर 25 अप्रैल कर दी गई है, जिससे युवाओं और युवतियों में नई ऊर्जा और उत्साह देखने को मिल रहा है। महिलाएं इस सेवा को सम्मान और समाज सेवा का माध्यम मानती हैं।...
मधुबनी, निज संवाददाता। बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 25 अप्रैल कर दिए जाने से जिले भर में युवाओं के बीच नई ऊर्जा और उत्साह देखने को मिल रही है। खासकर युवतियों में पुलिस सेवा को लेकर असाधारण क्रेज देखने को मिल रहा है। गांव से लेकर शहर तक युवा और युवतियां दोनों ही भर्ती की तैयारी में जुटे हैं। शारीरिक दक्षता से लेकर लिखित परीक्षा की तैयारी के लिए प्रशिक्षण संस्थानों में भीड़ बढ़ गई है। युवतियों का मानना है कि पुलिस सेवा ना केवल सम्मानजनक पेशा है, बल्कि इससे समाज सेवा का अवसर भी मिलता है। जिले में पहली महिला थाने की थानाध्यक्ष रहीं नूसरत जहां ने बताया कि पुलिस सेवा के माध्यम से सहज रुप में प्रभावित व पीड़ित को न्याय दिलाने में हम सफल होते हैं। इसके माध्यम से समाज व देश सेवा का बेहतर मौका हमें मिलता है। सिपाही भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 18 अप्रैल से बढ़ाकर अब 25 अप्रैल कर दिए जाने की घोषणा के बाद से जिले भर के युवाओं में उत्साह की लहर दौड़ गई है। खासकर युवतियों में इस बार भर्ती को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। शहर से लेकर दूर-दराज के गांवों तक की लड़कियां भर्ती की तैयारी में जुटी हैं। मैदानों में शारीरिक दक्षता का अभ्यास करती युवतियों का जज्बा साफ दिखता है कि वे इस नौकरी को केवल रोजगार का साधन नहीं बल्कि एक मिशन के रूप में देख रही हैं। जिला मुख्यालय के आधे दर्जन से अधिक स्थानों पर इन दिनों सुबह और शाम युवाओं की भीड़ नजर आती है। सुषमा कुमारी, अर्चना कुमारी, राजेश्वरी, सुधा रानी, सुचेता कुमारी और वर्षा रानी जैसी युवतियों का कहना है कि पुलिस की वर्दी सिर्फ एक पहचान नहीं बल्कि समाज में एक नई प्रतिष्ठा देती है। साथ ही, यह सेवा गरीब, असहाय और पीड़ितों की मदद का बड़ा अवसर भी प्रदान करती है। अब जिले में भी 67 से अधिक संस्थाएं शारीरिक और सैद्धांतिक परीक्षा की तैयारी करवा रही हैं, वहीं 18 से अधिक संस्थाएं केवल सैद्धांतिक परीक्षा के लिए प्रशिक्षण दे रही हैं। इन संस्थानों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन वर्षों में पुलिस विभाग के प्रति युवाओं की रुचि में जबरदस्त इजाफा हुआ है। पुलिस भर्ती अभियान से जुड़े लोगों की माने तो पिछले वर्ष जिले से करीब 15,000 युवाओं ने फॉर्म भरा था, जिनमें से 165 चयनित हुए थे और इसमें 90 से अधिक युवतियां चयनित हुई थीं। इनकी सफलता ने गांव और कस्बों में एक नई प्रेरणा का संचार किया है।
10 वीं स्तर की होती है लिखित परीक्षा
सिपाही भर्ती में लिखित परीक्षा का स्तर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के 10वीं कक्षा या समकक्ष स्तर का होगा। परीक्षा में हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और सामान्य ज्ञान एवं सम सामयिक मामले से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। 18 से 25 वर्ष सामान्य श्रेणी के लिए आयु रखा गया है। आरक्षित श्रेणियों के लिए आयु में छूट लागू होती है। इसके लिए 12 वीं पास होना जरूरी है। शारीरिक दक्षता परीक्षा में दौड़, ऊंची कूद और गोला फेंक शामिल रहता है।
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