शहीद संतोष को 7 साल के बेटे लक्ष्य ने दी मुखाग्नि, बिहार से अबतक सात जवानों ने दी कुर्बानी
शहीद संतोष के सात वर्षीय पुत्र लक्ष्य ने चिता पर मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में इलाके के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे। वहां पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यह मर्माहत करने वाला क्षण है। बिहार से अबतक चार जवानों ने शहादत दी है।

भारत-पाक सरहद पर तैनात इस्माइलपुर निवासी सेना के शहीद जवान संतोष कुमार यादव का गुरुवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद को उनके सात साल के बेटे लक्ष्य ने मुखाग्नि दी। बिहार से अब तक चार जवान अपनी कुर्बानी दे चुके हैं।
इस्माइलपुर दियारा में अंतिम संस्कार के मौके पर जिलाधिकारी डा. नवल किशोर चौधरी, एसपी प्रेरणा कुमार सहित जिले के कई अफसर मौजूद रहे। गया से सेना के कमांडेंट भी अंतिम संस्कार के मौके पर पहुंचे थे। वहीं खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा, बिहपुर विधायक कुमार शैलेन्द्र और गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल भी मौके पर मौजूद रहे। अंतिम संस्कार के दौरान शही संतोष अमर रहे के नारे गूंजते रहे।
दिन के लगभग 1 बजे शहीद संतोष के सात वर्षीय पुत्र लक्ष्य ने चिता पर मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में इलाके के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे। वहां पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने कहा कि यह मर्माहत करने वाला क्षण है लेकिन संतोष ने जिस जज्बे के साथ देश की सेवा की उसे पूरा देश कभी भूल नहीं सकता है। उन्होंने अंतिम समय तक देश के लिए घातक तत्वों को सबक सिखाने के लिए काम किया। शहीद होने से पहले भी वह एक सर्च ऑपरेशन से ही लौट रहे थे। उनकी शहादत पर पूरे भागलपुर जिले को गर्व है।
संतोष यादव की शहादत की खबर मंगलवार को मिली। जम्मू काश्मीर के नौशेरा में सर्च ऑपरेशन के दौरान संतोष यादव शहीद हो गए। बिहार के वे चौथे शहीद हैं। इससे पहले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मोहम्मद इम्तियाज और सीवान के रामबाबू सिंह शहीद हुए थे। कागरिल में नवादा से मनीष कुमार ने भी शहादत दी। संतोष यादव रिटायर होने वाले थे। उससे पहले उन्होंने अपनी जान देश पर न्योछावर कर दी। संतोष के अंतिम संस्कार में लोगों की भारी भीड़ जुटी जिसमें सांसद, विधायक, स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रसाशन व पुलिस के पदाधिकारी शामिल हुए।