जर्जर सड़कों पर स्ट्रीट लाइट नहीं, जलजमाव-टूटे स्लैब नेे बढ़ाया दर्द
श्रीकृष्ण नगर मोहल्ले के लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। जलजमाव, गंदे नाले का पानी और आवारा पशुओं के हमले से लोग परेशान हैं। यहां के स्कूल जाने वाले बच्चे और महिलाएं रोजाना गंदे पानी को पार कर...
हर के प्रमुख मोहल्लों में शुमार श्रीकृष्ण नगर मोहल्ले के लोग बेसिक सुविधाओं से महरूम हैं। मोहल्ले में नाले का गंदा पानी, जलजमाव व टूटे स्लैब के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। नगर निगम के वार्ड - 37 के अंतर्गत श्रीकृष्ण नगर मोहल्ले की आबादी तकरीबन पांच हजार के आसपास है। मोहल्ले में सपही माई मंदिर से आगे बसे लोगों की समस्या कम नहीं हो रही है। यहां के स्कूली बच्चों, महिलाओं व बाइक सवारों को रोज गंदे पानी को पार कर अपने-अपने घर व कार्यस्थल पर जाना पड़ता है। इसके अलावा मोहल्ले में आवारा पशुओं का आतंक है।
आवारा पशु के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग जख्मी हुए हैं। इस वार्ड के अधिकतर गलियों में स्ट्रीट लाइट नहीं हैं। इससे रात में आने-जानेवाले लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। मुख्य सड़क व नाले की ऊंचाई अधिक होने से मोहल्ले के नाले की निकासी समुचित तरीके से नहीं हो पाती है। इस कारण मोहल्ले के नाले से ओवरफ्लो होकर गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। मोहल्ले की सड़कों पर जलभराव रहता है। श्रीकृष्णनगर मुहल्ला के विजय कुमार सिंह, दिवाकर ठाकुर, पंकज तिवारी, डॉ. राजीव प्रकाश, बब्लू सिंह, मिंटू सिंह, अजय सहनी, दिनेश कुमार सहनी आदि ने बताया कि सपही देवी मंदिर के समीप सालोंभर जलजमाव की स्थिति बनी रहती है। इससे मंदिर आनेवाले श्रद्धालुओं को गंदा पानी के बीच से ही गुजरना पड़ता है। यहां सड़क को ऊंचा करने की जरूरत है। नाले की ऊंचाई कम होने से रोज निकलता है गंदा पानी : मोहल्ले के बब्लू पंडित, आदत्यि कुमार, सुभाष कुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, बीएन सिंह, अभिषेक कुमार, अखिलेश कुंअर, प्रभात रंजन ने बताया कि मोहल्ले की सड़क व नाले की ऊंचाई कम है, जबकि मुख्य सड़क व नाला ऊंचा है। इस वजह से पानी की निकासी नहीं हो पाती है। नाले का पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहता रहता है। इससे लोगों को खासकर बच्चों, बुजुर्गों व महिलाओं का ज्यादा दक्कित है। वहीं स्कूली बच्चों, महिलाओं व बाइक सवारों को हमेशा सड़क पर गिरने का डर बना रहता है। दुर्घटना का दावत दे रहा नाला का टूटा स्लैब : मुहल्ले की गली नंबर- छह सहित कई गलियों में नाले का स्लैब क्षतग्रिस्त हो चुका है। इसे नहीं बदले जाने से हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। मुहल्ले की सड़क व नाला काफी पुरानी हो चुकी है। लोगों ने बताया कि लगभग पिछले 10 वर्ष पहले बनी सड़कें अब जर्जर हो चुकी हैं। इसकी मरम्मत अतिआवश्यक है। सुनरी माई मंदिर के सामने वाली गली में लोगों ने चंदा कर नाला के टूटे स्लैब को रखवाया है। आवारा पशुओं का आतंक, एक की हो चुकी है मौत : लोगों ने बताया कि मोहल्ले की गलियों में आवारा पशुओं का आतंक है। सूअर, गाय, कुत्तों व सांढ़ के हमले से लोग सहमे रहते हैं। मुहल्ला निवासी जोधा सिंह की मौत सांढ़ के हमले से हो गई थी। वहीं नंद किशोर तिवारी समेत कई लोग जख्मी भी हुए हैं। कूड़े में भोजन की तलाश में पहुंचे आवारा पशु वृद्ध व महिलाओं पर हमला बोल देते हैं। लोगों का कहना है कि मुहल्ले की अधिकतर स्ट्रीट लाईट खराब है। इससे शाम होते ही गली की सड़कों पर अंधेरा रहता है। इससे लोगों को अनहोनी का डर बना रहता है। रोजाना नियत समय से निकलना शुरू हो जाता है नाले का गंदा पानी प्रतिदिन सुबह करीब छह बजे के बाद अगरवा-सपही माई मंदिर रोड में नाला ओवरफ्लो होकर गंदा पानी सड़क पर बहने लगता है। यह सिलसिला दिन के करीब 2:00 बजे तक जारी रहता है। इस दौरान वहां एक से डेढ़ फीट तक नाले का गंदा पानी सड़क पर जमा हो जाता है। सुबह से दोपहर इस रास्ते से गुजरनेवाले लोगों को गंदे पानी से होकर ही जाना पड़ता है। इससे खासकर स्कूली बच्चों व महिलाओं का ज्यादा परेशानी होती है। कई बार स्कूली बच्चे व बाइक सवार गंदे पानी में गिर कर जख्मी भी हो जाते हैं। वही रात में पानी नाला में वापस चला जाता है। शिकायतें 1. मोहल्ले के लोग बुनियादी सुविधाओं से महरूम हैं। नाले का गंदा पानी, जलजमाव व टूटे स्लैब से लोगों को काफी परेशानी होती है। 2. नाला जाम होने से सड़क पर रोजाना पानी जमा रहता है। गंदे पानी पार कर अपने घर व कार्यस्थल पर जाने की मजबूरी है। 3. मोहल्ले में आवारा पशुओं का आतंक है। सांड के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग जख्मी हुए हैं। 4. वार्ड की अधिकतर गलियों में स्ट्रीट लाइट खराब है। इससे रात में आने-जानेवाले लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। 5. मुख्य सड़क व नाले की ऊंचाई अधिक होने से मोहल्ले के नाले की निकासी समुचित तरीके से नहीं हो पाती है। सुझाव 1. मोहल्ले के लोग नियमित रूप से टैक्स देते हैं। उस अनुरूप उन्हें सुविधाएं मुहैया करायी जाए। टूटे स्लैब की मरम्मत हो। 2. नाले के पानी की समुचित निकासी का इंतजाम किया जाए ताकि सड़क पर नाले का पानी ओवरफ्लो होकर जमा न हो। 3. मोहल्ले में आवारा पशुओं के प्रवेश पर रोक लगे ताकि मोहल्ले के लोग नर्भिीक होकर अपने घरों से बाहर निकल सकें। 4. वार्ड की गलियों में लगी खराब स्ट्रीट लाइट को तत्काल बदलने की प्रक्रिया शुरू हो। इससे लोगों रात में घर से निकलने में भय न हो। 5. मुख्य सड़क व नाले की ऊंचाई के हिसाब से मुहल्ले की सड़क व नाले को भी ऊंचा किया जाए, ताकि जलजमाव नहीं हो। बोले जम्मिेदार मोहल्ले की समस्या से अवगत हूं। मोहल्ले की सड़क पीडब्ल्यूडी से बनी है। नए सिरे से सड़क व नाला नर्मिाण कराने व ऊंचाई बढ़ाने के लिए विभाग को लिखा गया है। एनएनडी कॉलेज रोड के जलजमाव को ठीक करा दिया गया है। मोहल्ले में पोल पर मार्किंग कर ली गई है। टेंडर होते ही नयी स्ट्रीट लाइट लगा दी जाएगी। मोहल्ले मे कचरा का नियमित उठाव हो रहा है। अब कचरा डंप नहीं होता है। बिजली तार का मकड़जाल हटाने व कवर्ड तार लगाने के लिए प्रयासरत हूंं। अंकित सिंह, पार्षद, वार्ड 37
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