निर्धारित समय जुलाई में नहीं पूरी हो पाएगी डकरा नाला परियोजना
अंत तक पूरी होने की है संभावना जनवरी, 2024 में परियोजना का हुआ था एग्रीमेंट इंफो 141 करोड़ रुपए की है यह परियोजना 7.62 किलोमीटर मुख्य नहर का होगा

मुंगेर,एक संवाददाता। डकरा नाला परियोजना का प्रथम फेज, जिसकी शुरुआत जनवरी 2024 में हुई थी, अब निर्धारित समय जुलाई में पूरी नहीं हो सकेगी। अब इस वर्ष के अंत तक इसके पूरे होने की संभावना जताई गई है। लगभग 141 करोड़ रुपये की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को बैद्यनाथ प्रोगनिक ज्वाइंट वेंचर द्वारा संचालित किया जा रहा है। हालांकि, कुछ हिस्सों में कार्य तेजी से हो रहा है, लेकिन विभिन्न कारणों से परियोजना के पूरे होने में देरी सामने आ रही है। ज्ञात हो कि, परियोजना के पहले चरण में 7.62 किलोमीटर लंबी मुख्य नहर का निर्माण प्रस्तावित है, जो डकरा से डीएवी स्कूल, जमालपुर तक जाएगी।
इसके साथ-साथ धरहरा के बाहाचौकी तक नहर के वितरणी का भी निर्माण किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, भैट और नहर के कुछ हिस्सों का निर्माण कार्य पहले ही पूरा हो चुका है, वहीं पंप हाउस का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। गौरतलब है कि, इस परियोजना के पूर्ण हो जाने के बाद जमालपुर एवं धरहरा प्रखंड के कुल 3284 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई संभव हो सकेगी। इससे क्षेत्र के किसानों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, जो अब भी बारिश पर निर्भर हैं। नहर प्रणाली के विस्तार से जल संरक्षण और कृषि उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। हालांकि, समय सीमा में देरी से किसानों और स्थानीय निवासियों में निराशा है। वे लंबे समय से इस परियोजना के पूरा होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। विभाग का कहना है कि, कुछ बाधाओं के कारण कार्य बाधित हुआ है, लेकिन वर्तमान वर्ष के अंत तक इसे हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा। ऐसे में, अब देखना होगा कि, प्रशासन और संवेदक मिलकर कब तक इस परियोजना को कितना प्रभावशाली रूप से पूरा कर पाते हैं, ताकि क्षेत्र की सिंचाई समस्या का स्थायी समाधान हो सके। कहते हैं अधिकारी: परियोजना का कार्य फिलहाल तेजी से चल रहा है। अभी पंप हाउस के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। परियोजना पूरी होने में देरी होगी। इसके दिसंबर तक पूरी होने की संभावना है। परियोजना के नहर के रास्ते में स्थित पेड़ पौधे एवं बिजली के पल के कारण परियोजना में देरी हुई है। अभी वन विभाग की निगरानी में पेड़ पौधों की कटाई हो रही है। इसके साथ ही बिजली विभाग द्वारा बिजली के पोल भी उखाड़े जा रहे हैं। प्रयास किया जा रहा है कि बाढ़ आने के पूर्व अधिक- से- अधिक कार्य पूरे कर लिए जाएं, ताकि शेष कार्यों को बाढ़ के बाद और इस वर्ष के अंत तक पुरी की जा सके। -इं मुकेश कुमार, कार्यपालक अभियंता, सिंचाई विभाग, मुंगेर डिवीजन, मुंगेर
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