वक्फ कानून के खिलाफ अररिया में सड़कों पर उतरे मुसलमान, पप्पू यादव समेत कई नेता साथ
अररिया में शनिवार को केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ मुस्लिम संगठनों ने विशाल जुलूस निकाला। इसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। सांसद पप्पू यादव समेत कई नेताओं का भी उन्हें साथ मिला।

बिहार के अररिया में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ शनिवार को विशाल जुलूस निकाला गया। विभिन्न मुस्लिम संगठनों के आह्वान पर निकले जुलूस में हजारों लोग शामिल हुए। जुलूस अररिया के जीरोमाइल मिल्लिया कॉलेज ग्राउंड से शुरू होकर चांदनी चौक होते हुए नेताजी सुभाष स्टेडियम पहुंचा। हालांकि स्टेडियम भरने के बाद आधे से अधिक लोगों को प्रशासन ने चांदनी चौक से ही वापस लौटा दिया। इससे पहले जीरो माइल स्थित मिल्लिया कॉलेज परिसर में सभा हुई। सभा विभिन्न मुस्लिम संगठनों के उलेमाओं के अलावा पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव, अररिया के पूर्व सांसद सरफराज आलम, जोकीहाट विधायक व पूर्व मंत्री शाहनवाज आलम, पूर्व विधायक जाकिर अनवर सहित अलग-अलग राजनीतिक दलों के सैकड़ों नेता और हजारों लोग शामिल हुए।
वक्फ कानून को वापस लेने की मांग को लेकर हजारों की संख्या में लोग जीरोमाइल से सुभाष स्टेडियम पहुंचे जहां सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तिरंगा और काला झंडा लिए इसे काला कानून बताया। वक्फ कानून के खिलाफ हाथों में कानून के खिलाफ श्लोक लिखे हुए तख्तियां लिए हुए वक्फ बिल स्वीकार नहीं के नारे लगाते हुए नजर आए।
वक्ताओं ने कहा कि वक्फ की संपत्ति मुसलमान और हमारे पूर्वजों के द्वारा दिए गए गरीब लोगों के लिए और मुस्लिम धर्म के लिए दिया गया संपत्ति है। अगर यह बिल वापस नहीं होता है तो हम लोग सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार जब चाहे नए कानून लाकर लोगों को परेशान करते रहती है। इस कानून के चलते पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। देश की संपत्ति खाक हो रही है। अराजकता जैसा माहौल पैदा हो गया है।
यहां तक की कई प्रदर्शनकारियों ने यहां भी कहा कि यह सरकार खास कर एक समुदाय को टारगेट कर रही है और जबरन काला कानून थोप रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इसे हम सभी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। जब तक इस कानून को लेकर सरकार अपना फैसला नहीं बदलता है तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।