एसी वैन से रवाना होगी 4 टन शाही लिची, पीएम मोदी और राष्ट्रपति तक कब पहुंचेगी
मुजफ्फरपुर में प्रोसेसिंग यूनिट के संचालक आलोक केडिया ने बताया कि इसबार मौसम का साथ नहीं मिलने से लीची भेजने में एक सप्ताह का विलंब हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष की तरह इसबार भी प्रीमियम क्वालिटी की शाही लीची की पैकिंग तैयार करने को कहा गया है।

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के लिए 31 मई को शाही लीची भेजी जाएगी। लीची भेजने की तैयारी में विभाग जुट गया है। कुल चार टन लीची भेजने की तैयारी है। इसके लिए दो-दो किलो के दो हजार पैकेट तैयार किये जाएंगे। जिले के एक प्रसिद्ध प्रोसेसिंग यूनिट के संचालक को पैकिंग तैयार करने का निर्देश दिया गया है। 31 मई को एसी वैन से लीची भेजी जाएगी, जो एक जून की रात तक दिल्ली के बिहार भवन पहुंचेगी। दो जून को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के साथ-साथ-साथ मंत्रियों व गणमान्य लोगों के यहां पहुंचाई जाएगी।
प्रोसेसिंग यूनिट के संचालक आलोक केडिया ने बताया कि इसबार मौसम का साथ नहीं मिलने से लीची भेजने में एक सप्ताह का विलंब हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष की तरह इसबार भी प्रीमियम क्वालिटी की शाही लीची की पैकिंग तैयार करने को कहा गया है। प्रत्येक वर्ष चार टन लीची भेजी जाती है। इसमे दो-दो किलो का पैकिंग बनाया जाता है। लीची भेजने के समय जिला प्रशासन के अधिकारी हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना करते हैं।
बार-बार मौसम बदलने से शाही लीची में जो मिठास होनी चाहिए थी, उसमें देर हो रही है। लीची अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक ने कहा कि मौसम की मार से शाही लीची तैयार होने में इसबार दस दिन तक देर हुई है। लीची को सही मिठास के लिए धूप की जरूरत पड़ती है। रूक रूक कर बारिश हो जा रही है, नतीजतन मिठास आने में विलंब हो रहा है। महानगरों की मंडियों में इस समय बंगाल और बिहार की लीची में प्रतिस्पर्धा बनी हुई है। मंडियों में इस समय बंगाल से चाइना लीची पहुंच रही है, जबकि बिहार से शाही लीची जा रही है।
सही तापमान नहीं मिलने से असर
राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र मुशहरी के वैज्ञानिक डॉ.अंकित कुमार ने बताया कि औसतन शाही लीची में 20 मई तक पूरी तरह से मिठास आ जानी चाहिए, लेकिन इसबार ऐसा नहीं हो पाया है। इस महीने में जितना तापमान चाहिए था, उतना नहीं मिल पा रहा है। बारिश होते रहने से मिठास प्रभावित हुआ है। कुछ वेराइटी की लीची में पूरी मिठास आ गया है। कुछ में अभी भी खटास है। दो से तीन दिनों में मिठास पूरी तरह से आ जाने की उम्मीद है।