लगातार ड्यूटी से बीमार पड़ा मालगाड़ी का लोको पायलट
मुजफ्फरपुर में मालगाड़ी के लोको पायलट अखिलेश कुमार सिंह की तबीयत 22 घंटे की लगातार ड्यूटी के बाद बिगड़ गई। उन्हें समस्तीपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने ड्यूटी के दौरान धमकी और मानसिक...

मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। लगातार 22 घंटे ड्यूटी से मुजफ्फरपुर लॉबी में कार्यरत मालगाड़ी के लोको पायलट अखिलेश कुमार सिंह की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें इलाज के लिए समस्तीपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका रक्तचाप सामान्य से ऊपर चला गया है। पल्स भी गिर गया था। इसको लेकर शनिवार को लोको पायलट अखिलेश ने सोनपुर मंडल के वरीय डीईई (क्षेत्रीय इलेक्ट्रिकल इंजीनियर) से लिखित शिकायत की है। इसमें तय समय से अधिक ड्यूटी कराने, धमकी देने व मानसिक प्रताड़ना जैसे आरोप लगाए हैं। बताया कि ड्यूटी अवधि समाप्त होने के बाद सोनपुर मंडल के वरीय परिचालन प्रबंधक के आदेश पर उन्हें सिमरिया तक गाड़ी ले जाने को कहा गया।
लोको पायलट ने बताया कि 23 मई की सुबह नौ बजे से उनकी ड्यूटी शुरू हुई और 9.46 बजे वह मुजफ्फरपुर से मालगाड़ी लेकर चले। इसका इंजन नॉन एसी था। दोपहर 3.06 बजे दलसिंहसराय तक ही पहुंचे थे। आगे लाइन क्लियर न होने से मालगाड़ी वहीं रोक दी गई। बताया कि शाम 6.35 बजे उन्होंने ड्यूटी पूरी होने की जानकारी दलसिंहसराय एएसएम को दी। इसपर उन्होंने स्टेबलिंब रजिस्टर पर हस्ताक्षर कराया। लेकिन, 11 घंटे का मेमो नहीं दिया। उन्हें व उनके सहायक लोगो पायलट को समस्तीपुर जाने का मेमो दिया गया। 13419 भागलपुर-मुजफ्फरपुर जनसेवा से दोनों समस्तीपुर पहुंचे। समस्तीपुर पहुंचने पर वापस गाड़ी पर जाने को कहा गया : सहायक लोको पायलट ने कहा कि समस्तीपुर पहुंचने पर मोबाइल पर ट्रक्शन लोको कंट्रोलर ने सस्पेंड करने की धमकी दी। वापस गाड़ी पर जाने को कहा। रात 10.05 बजे वे 04066 सहरसा समर स्पेशल से दलसिंहसराय पहुंचे। तबतक ड्यूटी के 13 घंटे हो चुके थे। इस बीच रिलीव की डिमांड की तो बताया गया कि सिमरिया जाने के लिए वरीय परिचालन प्रबंधक का मेमो मिला है। करीब 14 घंटे की ड्यूटी के बाद तबीयत बिगड़ने लगी। फिर उन्होंने डॉक्टर का डिमांड की। इसके बाद कोलकाता-गोरखपुर एक्सप्रेस से समस्तीपुर जाने को कहा गया। लेकिन, यह गाड़ी दलसिंहसराय में नहीं रुकी। मिथिला एक्सप्रेस से सुबह 3.45 बजे समस्तीपुर पहुंचे। यहां रेफरल अस्पताल में इलाज हुआ। शनिवार सुबह सात बजे वह समस्तीपुर लॉबी पहुंचे और बयान दर्ज कराया। इसके बाद उनकी ड्यूटी ऑफ गई। तबतक 22 घंटे पूरे हो चुके थे। इधर, सोनपुर मंडल के डीआरएम विवेक भूषण सूद का कहना है कि ऐसा कोई मामला नहीं है। प्रक्रिया को लेकर कुछ गलतफहमी थी। मामले की गहराई से जांच की गई है। पाया गया है कि संचार की कमी से ऐसा हुआ। यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं कि आगे ऐसा न हो। प्रोटोकॉल में सुधार हो रहे हैं। व्यक्तिगत रूप से मामले को देख रहा हूं।
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