जा-जा रे चंदा पिया के देसवा, कहिह सनेसवा हमार...
मुजफ्फरपुर में महाकवि आचार्यश्री जानकी वल्लभ शास्त्री की स्मृति में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अंजनी कुमार पाठक के गीत से हुई, इसके बाद कई कवियों ने अपनी रचनाएँ प्रस्तुत की।...

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। महाकवि आचार्यश्री जानकी वल्लभ शास्त्री के निवास निराला निकेतन में महावाणी स्मरण सह काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शुरुआत गीतकार अंजनी कुमार पाठक ने आचार्यश्री के गीत-रेत पर जो लिख रहा मैं, धार उसको मेट देगी, फिर किनारे पर खड़ी दुनियां, कहो तो क्या कहेगी... गाकर किया। इसके बाद कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाओं का पाठ किया। गीतकार सत्येन्द्र कुमार सत्येन ने-जा जा रे चंदा पिया के देसवा, कहिह सनेसवा हमार...सुनाकर तालियां बटोरीं। गीतकार आलोक कुमार अभिषेक ने आतंकवाद पर उत्कृष्ट रचना प्रस्तुत की। इसी तरह कवि उमेश राज, शायर रामवृक्ष राम चकपुरी, गीतकार अंजनी कुमार पाठक, कवि दीनबन्धु आजाद आदि ने अपनी कविताओं से वाहवाही लूटी।
कार्यक्रम में विश्वकवि रविन्द्र नाथ टैगोर को भी उनकी 164वीं जयंती पर याद किया गया। साहित्यकार और कवियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अंत में नागरिक मोर्चा के संस्थापक महासचिव मोहन प्रसाद सिन्हा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।