Rising Temperatures Threaten Royal Lychee Production in Muzaffarpur शाही लीची पर संकट, पारा चढ़ने से 10 फीसदी दाने झड़े, Muzaffarpur Hindi News - Hindustan
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शाही लीची पर संकट, पारा चढ़ने से 10 फीसदी दाने झड़े

मुजफ्फरपुर में तापमान बढ़ने से शाही लीची पर संकट गहरा गया है। अब तक 10 फीसदी दाने झड़ चुके हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम रहना चाहिए। बिहार लीची एसोसिएशन ने चिंता...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरWed, 9 April 2025 05:49 PM
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शाही लीची पर संकट, पारा चढ़ने से 10 फीसदी दाने झड़े

मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। तापमान बढ़ने से शाही लीची पर संकट गहराने लगा है। अबतक 10 फीसदी दाने झड़ चुके हैं। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र मुशहरी के वैज्ञानिकों का मानना है कि यह समस्या समय से पहले तापमान बढ़ने से उत्पन्न हुई है। बीते तीन से छह अप्रैल तक 37 से 38 डिग्री सेल्सियस तापमान होने से शाही लीची के मंजर में लगे दाने प्रभावित हुए हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक लीची के लिए इस समय अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम रहना चाहिए। उन्होंने मंजर में लगे दाने को बचाने के लिए बगानों में सिंचाई करते रहने की सलाह दी है।

राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र मुशहरी के निदेशक डॉ. विकास दास ने बताया कि जिले में करीब 15 हजार हेक्टेयर में लीची के बाग हैं, जिसकी 40 फीसदी यानी छह हजार हेक्टेयर भूमि में शाही लीची के बाग हैं। कहा कि शाही का मंजर चाइना लीची से नाजुक होता है। इसमें तापमान सहने की क्षमता कम होती है। लीची अनुसंधान केंद्र परिसर में लगे शाही लीची के बाग से भी दस फीसदी दाने मंजर से झड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि एक मंजर में 20 लीची के दाने होने चाहिए।

बिहार लीची एसोसिएशन ने जताई चिंता :

बिहार लीची एसोसिएशन के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने तापमान बढ़ने से चिंता जतायी है। कहा कि जिले में शाही लीची का उत्पादन 50 हजार टन होता है। अगर तापमान की यही स्थिति रही तो 40 हजार टन उत्पादन भी मुश्किल हो जाएगा। लीची अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिकों से सलाह ली जा रही है।

तीन साल से मार्च-अप्रैल में बढ़ रहा तापमान :

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम वैज्ञानिक डॉ. गुलाब सिंह ने बताया कि बीते तीन वर्षों से मार्च-अप्रैल में लगातार तापमान बढ़ रहा है। हालांकि 2024 में मार्च के अंत में 43.8 एमएम बारिश होने से तापमान का असर कम पड़ा, मगर इस बार नवंबर से अप्रैल तक बारिश नहीं हुई, जिसका प्रभाव लीची की फसल पर पड़ रहा है।

तीन वर्षों में तापमान की स्थिति :

अधिकतम न्यूनतम

2023 मार्च 34.5 11.8

अप्रैल 40.8 13.5

2024 मार्च 34.0 9.5

अप्रैल 40.8 17.5

2025 मार्च 37.4 10.0

8 अप्रैल तक 37.8 13.0

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