वार्ड 24 में फ्लोराइड युक्त पानी पीने की मजबूरी, धूल फांक रहा है वॉटर प्यूरीफायर प्लांट
हिसुआ नगर परिषद का वार्ड 24 स्थानीय व्यवसायियों के कारण प्रसिद्ध है। यहां विकास की झलक दिखाई देती है, लेकिन पानी की शुद्धता और शिक्षा की कमी जैसी समस्याएं बनी हुई हैं। वॉटर प्यूरीफायर सिस्टम का संचालन...

हिसुआ, संवाद सूत्र। हिसुआ नगर परिषद का वार्ड 24 पुराने हिसुआ नगर पंचायत का ही मुख्य भाग रहा है। नगर के दक्षिणी छोर पर स्थित इस वार्ड में अन्य वार्डों की तुलना में स्थानीय नेतृत्वकर्ता की सजगता के कारण वार्ड में घुसते ही विकास की झलक दिखाई पड़ती है। नाली गली की समस्या हो या फिर नलजल की, हर क्षेत्र में यह वार्ड अन्य वार्डों की तुलना में किसी हद तक बेहतर स्थिति में दिखता है। यह वार्ड स्थानीय प्रवासी व्यवसायियों के कारण नगर में काफी प्रसिद्ध है। यहां के सैकड़ों स्थानीय व्यवसायी कोलकाता सहित अन्य दूसरे शहरों में आज भी सफलता पूर्वक अपना कारोबार करते आ रहे हैं। इस कारण ही यह वार्ड प्रवासी व्यवसायियों के वार्ड के नाम से मशहूर है। प्रवासी व्यवसायी भले ही यहां से बाहर रह कर देश के दूसरे राज्यों में अपना व्यवसाय करते हों, लेकिन चुनाव के वक्त आज भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने अपने परिजनों और बाल-बच्चों के साथ हिसुआ जरूर आते हैं। इसलिए चुनाव के समय वार्ड में प्रवासी व्यवसायियों की काफी चहल-पहल देखने को मिलती है। पुराने मकानों से पहचान है इस वार्ड की वार्ड में घुसते ही दर्जनों पुराने जर्जर और खंडहर में तब्दील हो चुके मकान आज भी यहां के इन प्रवासियों की पहचान को काफी मजबूती से कायम रखे हुए है। वार्ड का नेतृत्व सर्व प्रथम यहां की जनता नें वर्ष 2002 के हुए निकाय चुनाव में छत्रधारी यादव के हाथों में सौंपा। इसके बाद वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2023 तक लगातार इस वार्ड का नेतृत्व कुशलता पूर्वक भाजपा के स्थानीय नेता पवन कुमार गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी माधवी देवी ने बारी-बारी से किया। जबकि वर्ष 2023 के निकाय चुनाव में स्थानीय लोगों ने अल्पसंख्यक समुदाय के चर्चित चेहरा रहे असगर अली की धर्मपत्नी शकीला खातून को यहां से चुनाव जीता कर उन्हें यहां का नेतृत्व सौंप दिया। वार्ड की आबादी लगभग 07 हजार है। जबकि मतदाताओं की संख्या यहां 19 सौ के करीब है। वार्ड में अति पिछड़ा एवं मुस्लिम आबादी काफी अधिक है। स्थानीय मुस्लिम मतदाता यहां के चुनाव में शुरुआत से ही मुख्य भूमिका निभाते आए हैं। हालांकि वार्ड में हिंदू आबादी भी काफी है, लेकिन रोजी-रोजगार और व्यवसाय के कारण इनके पलायन करने से अब यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक दिखती है। लाखों हुए खर्च, नहीं काम आया वॉटर प्यूरीफायर सिस्टम हिसुआ नगर के इस वार्ड का पानी फ्लोराइड युक्त पाया गया था। यहां शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाना प्राथमिकता थी। ऐसे में नगर परिषद की ओर से स्थानीय लोगों को साफ और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराए जाने को लेकर लाखों रुपए खर्च कर वॉटर प्यूरीफायर सिस्टम लगाया गया था। लेकिन इसके संचालन के लिए ठेकेदार द्वारा आज तक मोटर नहीं लगाए जाने के कारण उसकी उपयोगिता ही समाप्त हो कर रह गयी है। मोटर लगाए जाने के संबंध में तब के वार्ड पार्षद का हर प्रयास विफल रहा। इस कारण इसकी उपयोगिता ही समाप्त हो कर रह गयी है। हिसुआ पांचू निवासी चंद्रिका प्रसाद साव द्वारा हिसुआ डीह पर पांच डिसमिल जमीन नगर परिषद को दान स्वरूप दिया गया था। इस जमीन पर आज भी यह प्लांट मौजूद है लेकिन किसी काम नहीं आ पा रही है। कृषि और मजदूरी से भी जुड़े हैं वार्ड के लोग, शिक्षा का अभाव वार्ड का सीमांकन पूरब में स्थित देवी मंदिर के समीप से पश्चिम दिशा में बीच बाजार रोड और नरहट रोड तक है। जबकि उत्तर दिशा में वार्ड नंबर 25 यादव नगर की सीमा से लेकर दक्षिण दिशा में स्थित किऊल-गया रेलखंड के उस पार मनवां और झिकरुआ बाध तक है। कृषि, मजदूरी और व्यवसाय यहां के लोगों का मुख्य पेशा है। जिसके सहारे लोग अपने बाल-बच्चों और परिवार की परवरिश करते हैं। वार्ड के नौनिहालों के लिए प्रारम्भिक शिक्षा का यहां अभाव स्पष्ट दिखाई पड़ता है। बड़ी आबादी के बावजूद भी वार्ड में सिर्फ एक भवनविहीन आंगनबाड़ी केन्द्र का होना तथा प्राइमरी विद्यालय का नहीं होना वार्ड के नौनिहालों को शुरुआती शिक्षा ग्रहण करने में काफी कठिनाई का वायस बना पड़ा है। वार्ड में शिक्षा के लिए एक मध्य विद्यालय देवी स्थान के समीप उपलब्ध है। यहां स्थानीय बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। कुल मिलाकर शैक्षणिक दृष्टिकोण से यह वार्ड आज भी काफी पीछे है। ------------------------------------- नल-जल में टुल्लू मोटर लगा दिए जाने से परेशानी वार्ड के लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति को लेकर दो बोरिंग उपलब्ध है। यहां इसी से स्थानीय घरों में पानी की सप्लाई की जाती है। अन्य वार्डों की तरह यहां भी पाइप लीकेज की गंभीर समस्या है। लेकिन इसे पार्षद की सजगता के कारण ससमय दुरुस्त करा दिया जाता है। हलांकि स्थानीय वार्ड पार्षद बड़ी और घनी आबादी होने के कारण वार्ड में एक और जलापूर्ति केंद्र शीघ्र ही स्थापित करने की मांग कर रही हैं। वार्डवासियों का दुर्भाग्य है कि नलजल आपूर्ति ठीकठाक होने के बावजूद भी वार्ड के सभी घरों तक पानी नहीं पहुंच पाती है। जिसका सबसे मुख्य कारण यह है कि नलजल आपूर्ति पाइप में अधिकांश लोगों द्वारा टुल्लू मोटर से पानी खींच लिया जा रहा है। स्थानीय लोग अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहते हैं कि अधिकांश घरों में लोग टुल्लू मोटर से सप्लाई का पानी खींचकर अपने घरों के पानी टंकी को भर लेते हैं। इस कारण अन्य घरों में ससमय पानी नहीं पहुंच पाता है। वहीं, दूसरी और वार्ड के उर्दू मोहल्ला में बिछाए गए पाईप को कई जगह तोड़ दिए जाने से अब सभी घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है। स्थानीय लोग ऐसे लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जिनके कारण आपूर्ति प्रभावित हो जा रही है। नलजल की सुविधा के लिहाज से आज भी यह शहर का इकलौता वार्ड है, जहां निर्बाध पानी कि सप्लाई की जाती है। नलजल के संचालन के लिए पूरे हिसुआ शहर में एकमात्र केयर टेकर यहां उपलब्ध है, जो इस वार्ड के अलावा दो अन्य वार्डों में अपनी सेवा दे रहा है। ------------------------------ साफ-सफाई का दिखता है अभाव, देवी मंदिर के समीप नहीं जाते सफाई कर्मी वार्ड के बिलकुल पूर्वी छोर पर अति प्राचीन देवी मंदिर स्थित है, जिसके आसपास काफी बड़ी और घनी आबादी है। लेकिन इस जगह के लोग नगर परिषद के सफाई कर्मियों और उसके मातहतों की कार्यशैली से काफी क्षुब्ध दिखते हैं। लोगों का कहना है कि वार्ड में अन्य जगहों पर सफाई कार्य किया जाता है, लेकिन विडंबना यह है कि जिस देवी मंदिर के प्रति आज भी यहां के लोगों की असीम आस्था बरकरार है, उस जगह पर जान-बूझकर सफाई नहीं किया जाना काफी निंदनीय है। स्थानीय वार्ड वासी देवी मंदिर के समीप स्थित गलियों में भी नियमित सफाई किए जाने की मांग उठाते रहे हैं लेकिन सार्थक कुछ भी नहीं हो पा रहा है। ----------------------------- रेलवे लाइन किनारे कचरा फेंकने से होती है परेशानी जैसा कि सभी लोग वाकिफ हैं कि फिलहाल हिसुआ नगर परिषद के पास नगर से उठाये गए कुड़े और कचरे को डंप करने के लिए स्थाई व्यवस्था नहीं है। इस कारण शहर के कुछ खास गिने-चुने जगहों पर फिलहाल कचरा फेंका जा रहा है। तिलैया नदी के किनारे और झिकरुआ रेलवे गुमटी से पूरब दिशा में रेलवे लाइन के किनारे कचरा फेंका जाता है। इस कारण कचरे से निकलने वाले दुर्गंध से इस जगह रहने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। हालांकि इस जगह पर कचरा फेंके जाने के कारण कई दफा सफाई कर्मियों को स्थानीय लोगों के साथ ही रेल पुलिस का कोपभाजन भी बनना पड़ता है। कई दफा तो सफाई कर्मियों के साथ स्थानीय लोग गाली-गलौज और मारपीट भी कर देते हैं। फिर भी जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण सफाई कर्मियों को मजबूरन इन जगहों पर कचरा फेंकना पड़ता है। वर्तमान समय में कचरे से यहां की स्थिति इतनी नारकीय बन गई है कि किऊल-गया रेलखंड के उत्तरी और दक्षिणी दोनों छोर पर कचरे का अम्बार लग गया है। इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग स्थानीय लोग बार-बार रहे हैं, लेकिन लाभ नहीं मिल पा रहा है। ----------------------------- आम लोगों की व्यथा: वार्ड का पानी फ्लोराइड युक्त होने के कारण पीने योग्य नहीं है। इसको लेकर लाखों रुपए खर्च कर वॉटर प्यूरीफायर प्लांट बिठाया गया लेकिन आजतक मोटर नहीं लगाया जाना निराशाजनक है। आखिर यहां के लोगों के जीवन से कब तक खिलवाड़ किया जायेगा। -सोनी कुमारी, वार्ड वासी। इस वार्ड का पानी जांच में दूषित पाया गया था। इसमें फ्लोराइड की मात्रा अधिक पाई गई थी। फ्लोराइड युक्त पानी को फिल्टर करने के लिए वॉटर प्यूरीफायर प्लांट की स्थापना द्वारा कराई गई थी। इसे आज तक चालू नहीं किया गया, यह निराशाजनक है। -पिंकी देवी, वार्ड वासी कभी यह वार्ड निर्बाध पानी सप्लाई के लिए जाना जाता था। स्थिति आज भी अच्छी है लेकिन वार्ड के उर्दू और पाकड़ मोहल्ला में कई जगहों और जलापूर्ति पाइप को क्षति पहुंचाकर पानी सप्लाई बाधित कर दिया गया है। इस दिशा में जल्द से जल्द पहल की जरूरत है। -श्रीचंद पंडित, वार्ड वासी। देवी स्थान के नजदीक साफ-सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए। सफाई नहीं होने से स्थिति बद से बदतर हो चुका है। इसके साथ ही वॉटर प्यूरीफायर प्लांट में मोटर लगाकर उसे जल्द शुरू करने की पहल की आवश्यकता है। गर्मी से पहले यह हो ताकि समुचित लाभ मिल सके। -विकास कुमार, वार्ड वासी। ---------------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार: वार्ड में जहां तक हो सका विकास कार्य को कराने के लिए तत्पर हूं। कभी भी बाधाओं के कारण विकास कार्य को प्रभावित नहीं होने दिया। वार्ड में नलजल की स्थिति फिलहाल ठीक है। थोड़ी बहुत समस्या का अपने स्तर से दूर करने को लगातार प्रयास कर रही हूं। वॉटर प्यूरीफायर प्लांट को भी शीघ्र ही दुरुस्त करने की योजना है। इसके लिए मोटर लगाकर इसे शुरू किए जाने का प्रयास जारी है। उम्मीद है जल्द ही सारी दुश्वारियों को दूर कर स्थितियों में सुधार लाने में सफल रहूंगी। -शकीला खातून, वार्ड पार्षद, वार्ड 24, हिसुआ नगर परिषद, नवादा।
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