नये पूर्जों को भी बिना टेंडर स्क्रैप में बेच दिया, सीबीआई रेड में खुली रेलवे अफसरों की पोल; कई रडार पर
रेलवे के निगरानी विभाग ने सीबीआई में शिकायत की थी। सत्यापन के बाद सीबीआई, पटना की एसीबी शाखा ने बीते 25 अप्रैल को केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं।

सीबीआई की कर्रवाई में रेलवे में नये पूर्जों की खरीद और स्क्रैप की बिक्री में बड़े खेल का खुलासा हुआ है। नये पुर्जे को स्क्रैप बताकर बिना टेंडर के औरंगाबाद की लोहा ट्रेडिंग कंपनी से कम दर पर बेचा गया। इसके बदले कंपनी ने 2.10 लाख रुपये में सौदा तय किया, जिसमें एक लाख रुपये एडवांस डेयरी-ऑन-सोन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर राज कुमार को दिए गए। राज कुमार को निलंबित करने के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
इस घपले के तार सोनपुर मंडल के नारायणपुर अनंत स्टेशन से जुड़े तो सीबीआई ने छापेमारी की। सीबीआई की टीम नारायणपुर अनंत स्टेशन के कैरेज एंड वैगन विभाग के तीन साल के रिकॉड ले गयी। इसमें तीन साल के अंदर सप्लाई हुए पुर्जे की विवरणी है। इस दौरान तत्कालीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर अजय सहनी नारायणपुर अनंत में कार्यरत थे। सीबीआई की प्रारंभिक जांच में ट्रेन में लगने वाले पुर्जे की सप्लाई में गड़बड़ी मिली है।
जब्त रिकॉर्ड बुक में भी आधी अधूरी जानकारी दर्ज है। इससे जांच टीम को नारायणपुर अनंत स्टेशन के कैरेज एंड वैगन विभाग में भी नये पुर्जे को स्क्रैप बताकर बेचने का खेल होने का शक है। सीबीआई मेडिकल लीव पर गए नारायणपुर अनंत स्टेशन के तत्कालीन सीनियर सेक्शन इंजीनियर अजय सहनी को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुला सकती है।
डीआरएम ने कहा, नहीं मिली आधिकारिक जानकारी
छापेमारी के तीन दिन बाद भी सीबीआई की ओर से अधिकारिक जानकारी जारी नहीं की गई है। शनिवार को नारायणपुर अनंत पहुंचे सोनपुर डीआरएम विवेक भूषण सूद ने कहा कि उन्हें सीबीआई ने अधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है। सीबीआई कुछ रिकॉर्ड बुक जब्त कर ले गयी है। मालूम हो कि सीबीआई की टीम ने बीते एक मई को नारायणपुर अनंत स्टेशन पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने 11 घंटे तक दर्जनभर से अधिक कर्मियों से पूछताछ की थी।
क्या है मामला
रेलवे के निगरानी विभाग ने सीबीआई में शिकायत की थी। सत्यापन के बाद सीबीआई, पटना की एसीबी शाखा ने बीते 25 अप्रैल को केस दर्ज कर जांच शुरू की। इसमें डेहरी ऑन सोन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर, विभाग के हेल्पर सहित अन्य आरोपित बनाए गए। इस पूरे प्रकरण में दर्ज तीन अलग-अलग केस की सीबीआई जांच कर रही है। इसमें एक केस नारायणपुर अनंत से संबंधित है।
ऑनलाइन लिए 2.27 लाख से अधिक रुपये
नये पुर्जे को पुराना बताकर औरंगाबाद की कंपनी को बेचने में रिटायर सीनियर सेक्शन इंजीनियर एचएन चौधरी और जेल में बंद वर्तमान सीनियर सेक्शन इंजीनियर राज कुमार ने अपने कार्यालय विभिन्न कर्मियों के मोबाइल पर 2.27 लाख से अधिक रुपये कमीशन लिए है। सीबीआई की एसीबी शाखा में दर्ज एफआइआर में इसकी जानकारी दी गई है।