बिहारी श्रमिकों का देशभर में होता है शोषण : दीपंकर
भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहारी श्रमिकों का देशभर में शोषण होता है। उन्होंने पलायन को रोकना असंभव बताया और बिहार के लोगों के लिए पढ़ाई और नौकरी के अधिकार की बात की। उन्होंने...

भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहारी श्रमिकों का देशभर में शोषण होता है। उन्होंने कहा कि पलायन को रोक नहीं जा सकता है। देश भर में पढ़ाई, नौकरी और उद्योग के लिए बिहार के लोगों के जाने का अधिकार है। वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तो नहीं मिला, लेकिन बिहार को बिहार को सस्ता बिहारी श्रम क्षेत्र के रूप में बना दिया गया है। दीपंकर भट्टाचार्य रविवार को जस्टिस डेमोक्रेटिक फोरम के बैनर तले जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान परिसर में आयोजित परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे।
‘कामगारों के घोषणा पत्र विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में असंगठित क्षेत्र के कामगारों के पक्ष में समग्र सामाजिक सुरक्षा अधिकार को संविधान के अनुच्छेद 21 (गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार) के तहत संवैधानिक मान्यता देने पर जोर दिया गया। मौके पर श्री भट्टाचार्य ने कामगारों के घोषणा पत्र में शामिल किए जाने वाले विभिन्न विषयों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता जताई। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने कहा कि कामगारों के घोषणा पत्र में जो मुद्दे उठाए जाएंगे, उन्हें इंडिया गठबंधन अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगा। उन्होंने कहा कि जिन्हें निचले पायदान के लोग बताए जा रहे हैं, वहीं, आगे रहने वाले लोग है, उनके सवालों के लिए हम लड़ेंगे। ये हमारी और कांग्रेस की प्राथमिकता में शामिल हैं। परिचर्चा में कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष अमिताभ दूबे, सदस्य डॉ. शिवजतन ठाकुर, भाकपा माले की शशि यादव, निवेदिता झा, भाकपा के अरुण मिश्र, राम बाबू कुमार, आयोजक पंकज श्वेताभ सहित अन्य प्रमुख व्यक्ति मौजूद थे।
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