रोहिणी नक्षत्र शुरू होते धान का बिचड़ा डालने की तैयारी में जुटे किसान
रोहिणी नक्षत्र 25 मई को चढ़ने के साथ किसान खरीफ फसल की खेती में जुट गए हैं। पटना जिले में 1 लाख 28 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी की योजना है। कृषि विभाग हाईब्रिड खेती को बढ़ावा देने के लिए अनुदानित...

रोहिणी नक्षत्र 25 मई को चढ़ने के साथ खरीफ फसल की खेती में किसान जुट गए हैं। धान का बिचड़ा डालने के लिए कोई खेत में पानी लगा रहा तो कहीं जुताई का काम शुरू हो गया है। रोहिणी नक्षत्र आठ जून तक है। इस बीच नर्सरी तैयार करने से धान का उत्पादन बेहतर होगा और तापमान में नरमी बनी रहेगी। पटना जिले के किसान करीब 1 लाख 28 हजार हेक्टेयर में धान की रोपनी करेंगे। इसके लिए 11 हजार हेक्टेयर के आसपास धान का बिचड़ा डालने की तैयारी में है। हाईब्रिड खेती को दिया जा रहा बढ़ावा कृषि विभाग इस बार हाईब्रिड खेती को बढ़ावा देने में जुटा है।
इसके लिए किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है। पटना जिले में किसानों के बीच 900 क्विंटल बीज वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है। सामान्य धान के बीज 876 क्विंटल वितरित होगा। हाईब्रिड धान की खासियत है कि 120 से 130 दिन में तैयार होता है। इसका उत्पादन प्रति हेक्टेयर 90 क्विंटल है। पटवन की जरूरत कम पड़ती है। सामान्य धान में नाटी मंसूरी, सबौर मंसूरी, हीरा मंसूरी 150 दिन में तैयार होता है। इसमें पानी की अधिक जरूरत है। उत्पादन प्रति हेक्टेयर 60 क्विंटल तक है। बेबी कॉर्न और स्वीट कॉर्न की हुई पहल पटना जिले में खरीफ फसल के साथ भरपूर कैलोरी वाली फसल बेबी कॉर्न व स्वीट कॉर्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग ने किसानों को अनुदानित दर पर बीज उपलब्ध कराने की तैयारी की है। बेबी कॉर्न का बीज 4 क्विंटल तो स्वीट कॉर्न का 3 क्विंटल वितरण करने का लक्ष्य है तो मक्का का 200 क्विंटल। बीज मिलने का हो रह इंतजार कृषि विभाग को बिहार राज्य बीज निगम से बीज मिलने का इंतजार है। बीज मिलते ही किसानों के बीच वितरण शुरू होगा। इधर नौबतपुर के किसान अजय कुमार ने कहा कि अच्छी खेती के लिए रोहिणी नक्षत्र को वरदान माना जाता है। इस नक्षत्र में डाले जाने वाले बीज से धान की फसल का अधिक विकास होता है। अच्छी खेती के लिए रोहिणी नक्षत्र को शुभ माना जाता है। इस नक्षत्र में बीज डालने वाले किसानों की फसल नवंबर में तैयार हो जाती है। रोहिणी में डाले गए धान के बीज का पौधा तेजी से विकास करता है और उत्पादन भी अधिक होता है। बीज वितरण का लक्ष्य मक्का- 200 क्विंटल स्वीट कार्न - 3 क्विंटल बेबी कार्न - 4 क्विंटल प्रमाणित धान- 876 क्विंटल हाईब्रिड धान - 900 क्विंटल कोट:- किसान खरीफ फसल की खेती में जुट गए हैं। बीज वितरण का कार्य अभी शुरू नहीं हो सका है। वितरण का लक्ष्य निर्धारित कर लिया गया है। बीज निगम से बीज मिलते ही वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। प्रवीण कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी पटना।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।