बायोमेट्रिक अटेंडेंस का फिर शुरू हुआ विरोध
सहरसा के सदर अस्पताल के चिकित्सक बायोमेट्रिक अटेंडेंस के खिलाफ फिर से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। पिछले दो महीनों से कई चिकित्सकों का वेतन बायोमेट्रिक गाइडलाइन का पालन न करने के कारण रुका हुआ है।...

सहरसा, नगर संवाददाता। सदर अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक एक बार फिर से बायोमेट्रिक अटेंडेंस को लेकर आर-पार की लडाई का मूड बना रहे हैं। बीते दो महीने से सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न सरकारी अस्पताल में पदस्थापित कई चिकित्सकों का वेतन बायोमेट्रिक अटेंडेंस गाइडलाइन का पालन नहीं करने के कारण बंद है। जिसको लेकर चिकित्सक आक्रोशित हैं। इससे पहले भी हड़ताल किया जा चुका है।बुधवार को चिकित्सकों ने सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचकर सिविल सर्जन से लंबी वार्ता किया। हालांकि इसका कोई परिणाम नहीं निकला। इस दौरान कुछ देर तक अस्पताल में अफरातफरी मची रही। हालांकि वार्तालाप के बाद सब कुछ सामान्य हो गया।
सिविल सर्जन डॉ कात्यानी मिश्रा ने बताया कि सरकार का स्पष्ट निर्देश है की बायोमेट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही वेतन का भुगतान किया जाएगा।जिसकी सूचना जिले के सभी चिकित्सक सहित जिले में संचालित सभी अस्पतालों को दे दी गई है । लेकिन चिकित्सक बायोमैट्रिक अटेंडेंस का विरोध कर रहे हैं। जानकारी हो की बीते 27 मार्च को भी बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ (भासा) के आह्वान पर सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने तीन दिवसीय हड़ताल किया था। चिकित्सक कई जिले में बायोमेट्रिक अटेंडेंस के कारण वेतन बंद रखने का लगातार विरोध कर रहे हैं। ड्यूटी में लापरवाही व मनमानी कार्य संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को लेकर सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस का प्रावधान किया है। आदेश को प्रभावी बनाने को ले बायोमेट्रिक अटेंडेंस को ही वेतन विमुक्ति का आधार बनाया गया है। जिसका विरोध हो रहा है। मौके पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ केएस आजाद, डॉ जयंत आशीष, डॉ महबूब आलम सहित अन्य मौजूद थे।
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