शहर के चौक- चौराहे बने बस- टैक्सी पड़ाव, पेयजल, शौचालय भी नहीं
महाराजगंज अनुमंडल मुख्यालय में आजादी के 75 साल बाद भी बस या टैक्सी स्टैंड की स्थापना नहीं हुई है। इसके चलते यात्रियों को असुरक्षित स्थिति का सामना करना पड़ता है। अवैध पार्किंग के कारण शहर में हमेशा...

महाराजगंज, संवाद सूत्र। अनुमंडल मुख्यालय में आजादी के साढ़े सात दशक बाद भी बस या टैक्सी स्टैंड की स्थापना नहीं हो पाई है। बस स्टैंड नहीं होने से यात्रियों की यात्रा असुरक्षित है। मुख्यालय में छोटे बड़े भाड़े के वाहनों की अवैध पार्किंग के चलते पूरा शहर बस व टैक्सी स्टैंड में नजर आता है। जिसके चलते शहर में हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। शहर का हर चौक चौराहा भाड़े के छोटे बड़े वाहनों की पार्किंग से जाम रहता है। जिससे शहरवासी त्रस्त हैं। शहर में अवैध पार्किंग सुबह से शाम तक परेशानी बनी रहती है। स्कूल आने-जाने वाले छात्र-छात्राओं को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ता है।
भाड़े के अधिकांश वाहन सड़क किनारे ही लगे रहते हैं। ऑटो रिक्शा, ई रिक्शा, के साथी छोटे-बड़े भाड़े के बहन सड़क किनारे रुककर यात्री को उतारते हैं। सड़क किनारे ही घंटों रुकने के बाद अंयत्र जाने के लिए आवाज लगाकर यात्रियों को वाहन में बैठाते हैं। समस्या तो तब बढ़ जाती है जब दुर दराज से आने वाली बड़ी बसें व्यस्तम चौक चैराहों पर रुककर यात्री को उतारकर अनु यात्रियों को बैठाने के बाद अपने गंतव्य तक जाती हैं। सड़क किनारे यात्री को बैठाने व उतारने के साथ छोटे-बड़े वाहन अपनी गाड़ी को दूसरी दिशा में ले जाने के लिए आगे पीछे भी करते हैं। जिससे सड़क हादसे की शंका का बनी रहती है। स्टैंड नहीं रहने से यात्री असुरक्षित अनुमंडल मुख्यालय में बस स्टैंड नहीं रहने से यात्रियों में असुरक्षा की भावना बनी रहती है। मुख्यालय से पटना, दिल्ली कोलकाता व शिलिगुड़ी की बसें मिलती है। जिससे यात्री अपनी यात्रा करते हैं। बस पकड़ने के लिए सड़क किनारे ही घंटों बैठना पड़ता है। जबकि यात्रियों को सड़क किनारे उतार कर आगे बढ़ जाती है जिससे कई बार उनके साथ अनहोनी घट जाती है। सूनसान जगह पर बस से उतरने के बाद यात्री डरे सामने रहते हैं। साथ ही बस के इंतजार में सड़क किनारे बैठने व उतरने से हादसे की आशंका भी बनी रहती है। अवैध पार्किंग से लगता है जाम शहर में बस या टैक्सी स्टैंड नहीं रहने से छोटे बड़े वाहन हमेशा सड़क किनारे लगे रहते हैं। इसके चलते शहर में पूरे दिन जाम लगा रहता है। राजेंद्र चौक, शहीद स्मारक चौक, नखास चौक के आसपास का इलाका पूरे दिन जाम से परेशान रहता है। इससे शहर वासियों के साथ मुख्यालय में आने व जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्कूली छात्र-छात्राओं को होती है परेशानी अवैध पार्किंग के चलते शहर में जाम लग जाने से स्कूली छात्र-छात्राओं को परेशानी होती है। घंटों उन्हें जाम में फंसना पड़ता है। जिसके चलते कई बार वे समय से स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं। मुख्यालय में यूएससीडी, डीएवी पब्लिक स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर, सेंट जोसेफ स्कूल सहित दर्जनों निजी व सरकारी स्कूल व कॉलेज हैं, जिसमें पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या हजारों में है। इन छात्र - छात्राओ को स्कूल आने- जाने में भारी परेश्याानी का सामना करना पड़ता है। ईओ का कहना है- बस स्टैंड बनाने की भूमि के लिए सीओ को आवेदन दिया गया है। भूमि मिलने पर बस स्टैंड बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। हरिश्चंद्र, ईओ, नगर पंचायत, महाराजगंज।
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