दौड़े-दौड़े स्कूल पहुंच रहे गुरुजी, नई टाइमिंग बनी आफत; पहले दिन हजारों शिक्षक लेट
बिहार के स्कूलों की टाइमिंग बदलने के बाद पहले दिन हजारों शिक्षक देरी से विद्यालय पहुंचे। स्कूलों का समय सुबह 6.30 से दोपहर 12.30 तक हो गया है। इससे टीचर को परेशानी का सामना करना पड़ा।

बिहार में सरकारी स्कूलों का समय बदलने के बाद शिक्षकों और बच्चों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। स्कूल पहुंचने के लिए उन्हें सुबह अहले सुबह उठकर दिनचर्या शुरू करने पड़ रही है। राज्य भर में मॉर्निंग शिफ्ट में स्कूलों का संचालन सोमवार से शुरू हो गया। पहले ही दिन बड़ी संख्या में शिक्षक किसी तरह भागते-भागते स्कूल पहुंचे, फिर भी लेट हो गए। अधिकतर टीचर ने सुबह 7 बजे के बाद अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई, तो कई ने अटेंडेंस ही नहीं बनाई।
जानकारी के अनुसार बिहार के 42221 शिक्षक सोमवार को स्कूल देरी से पहुंचे। इसके अलावा 83,539 शिक्षकों ने तो अटेंडेंस ही नहीं बनाई। शिक्षा विभाग की ओर से इसकी सूची जारी की गई है। भागलपुर जिले में भी सोमवार को 2320 टीचर ने अटेंडेंस नहीं बनाई, तो 12320 शिक्षकों ने देरी से उपस्थिति दर्ज कराई। भागलपुर जिले के 2019 सरकारी स्कूलों में कुल 15409 शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि शिक्षक किस कारण से स्कूल लेट पहुंचे या फिर उपस्थिति नहीं बनाई, इसकी जांच की जा रही है।
बता दें कि हाल ही में शिक्षा विभाग ने गर्मी और लू की आहट को देखते हुए स्कूलों का मॉर्निंग शिफ्ट में संचालन करने आदेश जारी किया था। सोमवार से नई टाइमिंग लागू हो गई। मॉर्निंग शिफ्ट में स्कूल खुलने का समय सुबह 6.30 बजे तय किया गया है। शिक्षकों को 5-10 मिनट पहले स्कूल पहुंचने का निर्देश है। इससे उन्हें सुबह 3-4 बजे से ही अपनी दिनचर्या शुरू करनी पड़ रही है।