डायन बता महिला को दी तालिबानी सजा, पीट-पीटकर हत्या; बच्चे की मौत के बाद सासाराम में बड़ा कांड
- मृतका के परिजनों ने बताया कि गांव के एक 8 साल के बच्चे की बीमारी से मौत हो गई। उसकी लाश लेकर परिजन घर पर आए और पीट पीटकर किस्मतिया देवी को मौत के घाट उतार दिया।

बिहार के सासाराम(रोहतास) में डायन का आरोप लगाकर एक ट्राइबल महिला को तालिबानी सजा दी गई। महिला की पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। घटना जिले के नौहट्टा थाना इलाके के सुदूर हुरमेता गांव की गुरुवार शाम की है जो नौहट्टा थाना से 50 किलोमीटर और जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नक्सल प्रभावित इलाका है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। यहीं कुछ दिन पूर्व एक डीएफओ संजय सिंह की हत्या कर दी गयी थी। एक 8 साल के बच्चे की मौत का जिम्मेवार ठहराते हुए उसे मार डाला गया। पुलिस ने दोनों के शवों के कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
नक्सल प्रभावित एरिया होने के कारण पुलिस रात को गांव नहीं जा सकी। शुक्रवार को नौैहट्टा थाना प्रभारी चंद्रशेखर शर्मा के नेतृत्व में पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
मृत महिला के बेटे राजु उरांव ने बताया कि गांव के उपेंद्र उरांव के 8 साल के बच्चे रंजन की बीमारी से मौत हो गई। उससे दादा विशुनदेव उरांव ने आरोप लगाया कि किस्मतिया देवी डायन है और सिद्धि प्राप्त करने के लिए बच्चे को खा गई है। वे बच्चे के शव लेकर उनके घर पहुंच गए और पारंपरिक हथियारों से पीट पीटकर मां की जान ले ली।
धटना को लेकर रोहतास एसपी रौशन कुमार ने बताया कि मामले में डायन प्रथा उन्मूलन से संबंधित बीएनएस की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। मुख्य आरोपी विशुनदेव उरांव की गिरफ्तारी कर ली गई है। बचे आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी को डायन कहना गैरकानूनी और गंभीर अपराध है। जो आरोपी हैं उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। जल्द से जल्द अनुसांधान कार्य पूरा कर सजा दिलाई जाएगी।