चार घंटे से प्रशासन के हाथ-पैर जोड़ रहे, 2 लाख लोग जाम में फंसे हैं; पीके ने नीतीश पर ठीकरा फोड़ा
जन सुराज की बिहार बदलाव रैली में प्रशांत किशोर का भाषण महज 8 मिनट में ही खत्म हो गया। उन्होने आरोप लगाया कि उनसे मिलने आने वाले लाखों लोगों को रोका गया। प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया, 2 लाख लोग जाम में फंसे रहे। पीके ने इसका ठीकरा नीतीश सरकार पर फोड़ा।

पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की पहली रैली हुई। पीके ने दावा किया कि जन सुराज की बिहार बदलाव रैली में 5 लाख लोगों को शामिल होना था। लेकिन प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किया। जिसके चलते 2 लाख लोग जाम में फंसे रहे। चार घंटे तक प्रशासन से हाथ-पैर जोड़ते रहे। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पीके ने आरोप लगाया कि प्रशासन से रैली संबंधित एक-एक परमिशन ली गई थी। फिर भी कोई मदद नहीं मिली।
प्रशांत किशोर ने प्रशासन को घेरते हुए कहा कि मैं खुद 2 घंटे तक सड़क पर घूम रहा था। हजारों माताएं-बहनें और रैली में आने वाले पार्टी समर्थक गर्मी में परेशान रहे। लाखों लोगों को हमसे मिलने नहीं दिया है। इसका खामियाजा इन लोगों को भुगतना पड़ेगा। बदइंतजामी का ठीकरा पीके ने नीतीश सरकार और पटना प्रशासन पर फोड़ा। जन सुराज के सूत्रधार प्रसाद किशोर ने घोषणा की कि 10 दिनों के अंदर बिहार बदलाव यात्रा पर निकलेंगे, गांव गांव में लोगों से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में बदलाव की आंधी को कोई रोक नहीं सकता है।
गांधी मैदान में बिहार बदलाव रैली में उन्होंने जनता से माफी भी मांगी, कहा कि मेरे कहने पर आप लोग बड़ी संख्या में पटना पहुंचे, पर प्रशासन ने आप लोगों को काफी परेशान किया। 2 लाख लोगों को शहर के बाहर ही भूखे प्यासे से रोक दिया गया। उन्होंने रैली में आये लोगों से पूछा कि आपको लालू प्रसाद, नीतीश कुमार या मोदी जी की सरकार चाहिए, या जनता की। सामने से आवाज आई जनता की।