हर शेयर पर ₹229 डिविडेंड का ऐलान, शेयर खरीदने की मची लूट, झटके में ₹6500 चढ़ गया भाव
आज एक ही में इस शेयर में 6,540 रुपये से अधिक की तेजी दर्ज की गई। शेयरों में इस तेजी के पीछे मार्च तिमाही के शानदार नतीजे और अब का सबसे अधिक डिविडेंड देने का ऐलान है।

MRF Q4 results: टायर बनाने वाली कंपनी MRF लिमिटेड के शेयर आज बुधवार को कारोबार के दौरान फोकस में हैं। कंपनी के शेयर आज 4.8% चढ़कर 141505 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए। इसका पिछला बंद प्राइस 134964.40 रुपये था। यानी आज एक ही में इस शेयर में 6,540 रुपये से अधिक की तेजी दर्ज की गई। शेयरों में इस तेजी के पीछे मार्च तिमाही के शानदार नतीजे और अब का सबसे अधिक डिविडेंड देने का ऐलान है। दरअसल, कंपनी ने आज अपने मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 229 रुपये प्रति शेयर के अंतिम डिविडेंड की घोषणा की है। 10 रुपये के फेस वैल्यू पर डिविडेंड 2290% होगा।
क्या है डिटेल
एमआरएफ लिमिटेड ने बुधवार को जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के लिए अपने समेकित शुद्ध लाभ में साल-दर-साल (YoY) 32.99 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। समीक्षाधीन तीन महीनों के दौरान, लाभ पिछले वर्ष की इसी अवधि के 370.52 करोड़ रुपये के मुकाबले 492.74 करोड़ रुपये रहा। टायर निर्माता का परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 11.43 प्रतिशत बढ़कर 7,074.82 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 6,349.36 करोड़ रुपये था। कुल व्यय भी बढ़ा, जो साल-दर-साल 10.33 प्रतिशत बढ़कर 6,526.87 करोड़ रुपये हो गया। एमआरएफ की ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय (ईबीआईटीडीए) 1,043 करोड़ रुपये रही। तिमाही के लिए ईबीआईटीडीए मार्जिन पिछले साल की समान अवधि से 70 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर 14.3 प्रतिशत से 15 प्रतिशत हो गया।
कंपनी ने क्या कहा?
कंपनी ने यह भी कहा, "कंपनी ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए 3 रुपये प्रति शेयर के दो अंतरिम डिविडेंड पहले ही घोषित और भुगतान कर दिए हैं। 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए कुल डिविडेंड 235 रुपये प्रति शेयर है।" इस बीच, तिमाही परिणाम घोषित होने के बाद एमआरएफ के शेयर 4.85 प्रतिशत बढ़कर 1,41,505 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गए। आज शेयर में भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम दर्ज किया गया क्योंकि इस स्टोरी को लिखे जाने तक करीब 964 शेयरों का कारोबार हुआ। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन (एम-कैप) 59,800.12 करोड़ रुपये हो गया।