प्रॉफिट में बंपर उछाल के बाद रॉकेट बना एनर्जी शेयर, अब कंपनी की झोली में आया बड़ा प्रोजेक्ट
बता दें कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 में आईपीओ के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी ने आंध्र प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन हब के विकास के लिए 33 वर्ष के लिए पट्टे पर जमीन भी ली है।

NTPC green energy share: शेयर बाजार में गुरुवार को हाहाकार मचा हुआ था। इस माहौल के बीच कुछ शेयरों में तूफानी तेजी देखी गई। इनमें से एक शेयर एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का है। इस शेयर में गुरुवार को 10 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के शेयर ट्रेडिंग के दौरान 117.80 रुपये तक पहुंच गए थे। वहीं, क्लोजिंग 6.50% की तेजी के साथ 112.20 रुपये पर हुई थी।
शेयर में तेजी की वजह
शेयर में यह तेजी कंपनी के शानदार तिमाही नतीजे के बाद आई। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का जनवरी-मार्च तिमाही में नेट प्रॉफिट लगभग तीन गुना होकर 233.21 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी का जनवरी-मार्च, 2024 में मुनाफा 80.95 करोड़ रुपये रहा था। इस तिमाही में कंपनी की आय सालाना आधार पर 553.06 करोड़ रुपये से बढ़कर 751.50 करोड़ रुपये हो गई। व्यय 444.63 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 425.84 करोड़ रुपये था।
कंपनी को मिली एक और खुशखबरी
इस बीच, कंपनी ने बताया है कि वह एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा आयोजित ई-रिवर्स नीलामी में विजेता बोलीदाता के रूप में उभरी है। सरकारी कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड की अलग हुई इकाई ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के तहत 80 मेगावाट/320 मेगावाट घंटा की संचयी क्षमता हासिल की है। यह नीलामी एनएचपीसी की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) डेवलपर्स के चयन के लिए निविदा का हिस्सा थी। बता दें कि केरल में टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली (टीबीसीबी) के तहत व्यवहार्यता अंतर निधि के साथ 125 मेगावाट/500 मेगावाट घंटा इनएसटीएस-कनेक्टेड स्टैंडअलोन बीईएसएस स्थापित किया जाएगा।
कंपनी को दो परियोजनाएं मिलीं
पोथेनकोड सबस्टेशन पर 40 मेगावाट/160 मेगावाट घंटा, जिसकी टैरिफ दर 4.57 लाख रुपये प्रति मेगावाट प्रति माह है। वहीं, श्रीकांतपुरम सबस्टेशन पर 40 मेगावाट/160 मेगावाट घंटा, जिसकी टैरिफ दर 4.34 लाख रुपये प्रति मेगावाट प्रति माह है। कंपनी एनएचपीसी से लेटर ऑफ अवार्ड का इंतजार कर रही है।