BHU PhD : यूजीसी ने बीएचयू में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया पर लगाई रोक
बीएचयू में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया 2024-25 पर यूजीसी ने अगले आदेश तक रोक लगा दी है। यूजीसी ने प्रक्रिया की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है।

बीएचयू को निर्देश दिया गया है कि कमेटी की रिपोर्ट पर निर्णय होने तक पीएचडी प्रवेश संबंधी कोई कार्रवाई न करें। यूजीसी का पत्र मिलने के बाद बीएचयू ने एक उच्चस्तरीय बैठक भी की। बीएचयू के इतिहास में यह पहली बार है जब यूजीसी ने किसी प्रवेश प्रक्रिया में इस तरह हस्तक्षेप किया हो। यूजीसी के सचिव प्रो. मनीष आर जोशी का इस आशय का पत्र सोमवार को कार्यवाहक कुलपति प्रो. संजय कुमार को मिला। पत्र में कहा गया है कि बीएचयू में पीएचडी प्रवेश के संबंध में कुछ विसंगतियां यूजीसी के संज्ञान में आई हैं। बताया कि बीएचयू में पीएचडी प्रवेश से संबंधित मुद्दों की जांच करने और यूजीसी विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एक समिति गठित करने का निर्णय लिया गया है।
इसके साथ ही बीएचयू को निर्देश दिया गया है कि पीएचडी प्रवेश पर तब तक कोई कार्रवाई न करें जब तक समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की जाती है और इस संबंध में उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा निर्णय नहीं लिया जाता है। बता दें कि बीएचयू की सत्र 2024–25 की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया शुरू से आरोपों के घेरे में रही है।
यूजीसी के अनुसार विश्वविद्यालयों को यूजीसी विनियम 2022 के अनुसार पीएचडी पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश देने और डिग्री प्रदान करने के लिए न्यूनतम मानक प्रक्रिया का पालन करना होगा। इन विनियमों का पालन और कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए यूजीसी ने एक समिति स्थापित करने का निर्णय लिया है।